यूपी की 69000 शिक्षक भर्ती में 3000 और दावेदार, जानें क्या है पूरा मामला
उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से पास तीन हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति के लिए दावेदारी की है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने
उत्तर प्रदेश के परिषदीय प्राथमिक स्कूलों में 69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से पास तीन हजार से अधिक अभ्यर्थियों ने नियुक्ति के लिए दावेदारी की है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने ऐसे अभ्यर्थियों से 19 जनवरी तक प्रत्यावेदन मांगे थे जिन्होंने 25 अगस्त 2021 तक हाईकोर्ट में याचिकाएं या अपील की थी। अंतिम तिथि तक 3192 प्रत्यावेदन मिले हैं। अब इन अभ्यर्थियों के प्रत्यावेदन के परीक्षण करने के बाद और एक नंबर से सफल होने की स्थिति में इनकी नियुक्ति प्रक्रिया शुरू होगी।
छह जनवरी 2019 को आयोजित 69000 शिक्षक भर्ती परीक्षा के एक प्रश्न के चारों विकल्प गलत थे लेकिन परीक्षा नियामक प्राधिकारी के विशेषज्ञों ने एक विकल्प को सही मान लिया था। इसको लेकर दाखिल याचिकाओं में हाईकोर्ट ने 25 अगस्त 2021 को उन अभ्यर्थियों का परिणाम घोषित करने का आदेश दिया था, जिन्होंने इस प्रश्न को हल करने की कोशिश की थी और एक नंबर से फेल हो गए थे। हालांकि सरकार ने हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील की थी लेकिन सर्वोच्च न्यायालय ने सरकार की अपील खारिज कर दी थी।
6800 की सूची का विवाद बरकरार
69000 शिक्षक भर्ती में एक नंबर से फेल अभ्यर्थियों का विवाद तो सुलझता नजर आ रहा है लेकिन 6800 की सूची में शामिल अभ्यर्थियों को अब तक इंतजार है। पिछड़ा वर्ग आयोग के फैसले के बाद सरकार ने पांच जनवरी 2022 को आरक्षित वर्ग के 6800 अभ्यर्थियों की चयन सूची जारी की थी। इनका मामला कोर्ट में लंबित है। अफसरों का कहना है कि 69000 भर्ती में पद भर चुके हैं। ऐसे में इनके भविष्य को लेकर दुविधा बनी हुई है।
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