यूपी में कब खुलेंगे परिषदीय स्कूल ? जानें शिक्षा मंत्री ने क्या कहा
गोरखपुर आए बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने बेसिक शिक्षा, एडी बेसिक कार्यालय, डायट परिसर और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। दोपहर 12 बजे गोरखपुर पहुंचे श्री द्विवेदी ने...
गोरखपुर आए बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री सतीश द्विवेदी ने बेसिक शिक्षा, एडी बेसिक कार्यालय, डायट परिसर और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय का निरीक्षण किया। दोपहर 12 बजे गोरखपुर पहुंचे श्री द्विवेदी ने सबसे पहले बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान यहां बिना सूचना परियोजना अधिकारी रंजना गुप्ता और लिपिक कामिनी सिंह अनुपस्थित मिलीं। दोनों के अनुपस्थित मिलने पर श्री द्विवेदी ने दोनों का एक-एक दिन का वेतन रोकने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के बाद डा. सतीश द्विवेदी ने कहा कि कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए परिषदीय स्कूलों को खोलने का निर्णय हालात की समीक्षा के बाद होगा। केंद्र की गाइडलाइन का पालन होगा। प्रदेश में उच्च व माध्यमिक विद्यालयों के खुलने के बाद सबसे आखिरी में परिषदीय विद्यालयों को पठ्न-पाठन के लिए खोला जाएगा।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री डा. सतीश द्विवेदी बुधवार को भाजपा की बैठक में हिस्सा लेने महानगर पहुंचे थे। सर्किट हाउस में मौजूद बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने दोपहर में अचानक विभागीय कार्यालयों का निरीक्षण करने का निर्णय लिया। इसको लेकर अफसरों में हड़कंप मच गया। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने बीएसए कार्यालय का निरीक्षण किया। बीएसए बीएन सिंह मुकदमे की पैरवी के लिए इलाहाबाद गए हुए थे। यहां जिला समन्वयक विवेक जायसवाल व दीपक पटेल से डा. द्विवेदी ने विभागीय काम-काज की जानकारी ली। उन्होंने हर पटल पर पहुंचकर कर्मचारियों से बात की। उन्होंने मिड डे मील और कायाकल्प समेत विभिन्न योजनाओं के बारे में पूछा। बीएसए कार्यालय की छत का निरीक्षण करते हुए उसकी जर्जर स्थिति देखते हुए उन्होंने इसकी मरम्मत के लिए प्रस्ताव भेजने को कहा। बेसिक शिक्षा विभाग कार्यालय के सामने जलभराव को लेकर मंत्री ने कहा कि इसका शीघ्र समाधान कराया जाएगा। निरीक्षण के दौरान अनुपस्थित परियोजनाधिकारी रंजना गुप्ता व लिपिक कामिनी सिंह के अनुपस्थित मिलने पर उन्होंने उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया।
निजी कालेजों में ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जाए
बेसिक शिक्षा मंत्री ने डॉयट का निरीक्षण करते हुए वरिष्ठ व हालिया नियुक्त प्रवक्ताओं से शैक्षिक गतिविधियों की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि डॉयट के अलावा निजी कालेजों में भी ऑनलाइन पढ़ाई पर जोर दिया जाना चाहिए। उन्होंने डॉयट परिसर में कोविड-19 हेल्प डेस्क की सराहना की। मंत्री ने वहां अपना ऑक्सीजन लेवल भी चेक किया।
कस्तूरबा विद्यालय खोराबार के भवन की मरम्मत कराई जाएगी
बेसिक शिक्षा मंत्री ने नार्मल परिसर स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय खोराबार के भवन की जर्जर स्थिति पर चिंता जताई। निरीक्षण के दौरान छत से पानी टपक रहा था। कमरे में सीलन लगा था। उन्होंने इस संबंध में भवन की मरम्मत के बारे में पूछा। वार्डन नीतू श्रीवास्तव ने बताया कि भवन की मरम्मत के लिए दो वर्ष पूर्व शासन को प्रस्ताव भेजा जा चुका है। बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री ने प्रस्ताव पर शीघ्र निर्णय लेने की बात कही। निरीक्षण के दौरान सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक सत्यप्रकाश त्रिपाठी, प्रभारी प्राचार्य डॉयट व जिला विद्यालय निरीक्षक ज्ञानेन्द्र प्रताप सिंह भदौरिया, बेसिक शिक्षा विभाग के जिला समन्वयक विवेक जायसवाल व दीपक पटेल व सहायक वित्त लेखाधिकारी एसके श्रीवास्तव मौजूद थे।
कस्तूरबा के हटाए गए शिक्षक मिले, लगाई न्याय की गुहार
हाल ही में कस्तूरबा से हटाई गईं उर्दू की शिक्षिकाएं और सामान्य विषयों के पुरुष शिक्षकों ने सतीश द्विवेदी से मिलकर न्याय की गुहार लगाई। शिक्षिकाओं का कहना था कि वे बीते सात साल से पढ़ा रही हैं। अब अचानक से उन्हें निकाल दिया गया। ऐसे सूरत में वह कहां जाएं। शिक्षकों की बात सुनकर शिक्षा मंत्री ने लखनऊ जाकर इस सम्बंध में बात कर कोई रास्ता निकालने का आश्वासन दिया।
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