UP Scholarship : यूपी में छात्रवृत्ति की राह हुई आसान, इन छात्रों को होगा फायदा
उत्तर प्रदेश के गैर सरकारी, सरकारी, सहायता प्राप्त और स्ववित्त पोषित संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में प्रथमा, मध्यमा, शास्त्री पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलने की राह आसान हो गई है
उत्तर प्रदेश के गैर सरकारी, सरकारी, सहायता प्राप्त और स्ववित्त पोषित संस्कृत माध्यमिक विद्यालयों में प्रथमा, मध्यमा, शास्त्री आदि पाठ्यक्रमों के छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति मिलने की राह आसान हो गई है। प्रदेश का माध्यमिक शिक्षा विभाग इन पाठ्यक्रमों के सभी पात्र आवेदक छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान करेगा। इसके लिए समाज कल्याण विभाग का सहयोग लिया गया है। समाज कल्याण विभाग की छात्रवृत्ति नियमावली की तर्ज पर उपरोक्त पाठ्यक्रमों की छात्रवृत्ति नियमावली बनेगी। साथ ही समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति पोर्टल पर एक अलग लिंक विकसित कर आनलाइन आवेदन लिए जाएंगे।
जानकारी के अनुसार प्रथमा यानि कक्षा छह, सात और आठ, पूर्व मध्यमा यानि कक्षा नौ व दस, उत्तर मध्यमा यानि कक्षा 11-12, शास्त्री यानि स्नातक, आचार्य अर्थात स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में कुल एक लाख 38 हजार 375 छात्र-छात्राएं अध्ययनरत हैं। माध्यमिक शिक्षा विभाग ने इन छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का लाभ देने के लिए शासन से 26 करोड़ रुपये की मांग की है। इस साल फरवरी में पेश हुए बजट में इस छात्रवृत्ति के लिए 10 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया था। मगर इस बाबत शासनादेश जारी नहीं हो सका। इस बाबत ‘हिन्दुस्तान’ के प्रयागराज संस्करण में प्रकाशित समाचार का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री कार्यालय ने माध्यमिक शिक्षा विभाग के लिए निर्देश जारी किये थे। उसके बाद विभाग ने समाज कल्याण विभाग के छात्रवृत्ति योजना के प्रभारी अधिकारियों के साथ कई बैठकें करके प्रस्ताव तैयार शासन को भेजा है।
वर्ष 2017 से अब तक 250678 नए दिव्यांजन इस योजना में शामिल किए गए हैं। वर्तमान में दिव्यांजन पेशन योजना के तहत 1100 करोड़ रुपये का बजट प्रावधान है। नरेंद्र कश्यप ने बताया कि पेंशन में वृद्धि किए जाने पर विभाग को 550-600 करोड़ रुपये अतिरिक्त बजट की जरूरत होगी। यह पूछे जाने पर कि कब तक यह वृद्धि हो जाएगी, कश्यप ने कहा कि हम प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार कर रहे हैं। मंत्री नरेन्द्र कश्यप ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि दिव्यांगजनों को उनकी प्रतिभा के प्रदर्शन के समुचित अवसर मिलने चाहिएं। कामकाज की समीक्षा बैठक में उन्होंने अधिकारियों से कहा कि अधिक से अधिक पात्र दिव्यांगजनो को दिव्यांग पेंशन योजना से जोड़ें।
दिव्यांग पेंशन राशि बढ़ाने पर मंथन
लखनऊ। प्रदेश के पिछड़ा वर्ग एवं दिव्यांगजन कल्याण मंत्री नरेंद्र कश्यप ने मंगलवार को कहा कि दिव्यांगजनों की पेंशन बढ़ाने पर विचार किया जा रहा है। इसके अलावा भी सरकार ने दिव्यांगजनों के कल्याण के लिए अनेक कदम उठाए हैं। वर्तमान में यूपी में 11.26 लाख दिव्यागों को 1000 रुपये प्रति माह की दर से पेंशन दी जा रही है।
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