UP DElEd BTC Exam : यूपी डीएलएड के गणित और सामाजिक अध्ययन का पेपल लीक
डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) की सेमेस्टर परीक्षा मजाक बनकर रह गई है। नकल माफिया परीक्षा से आधा घंटा पहले ही पेपर आउट करके व्हाट्सएप पर वायरल कर दे रहे हैं। शुक्रवार को बीटीसी बैच 2013, सेवारत (मृतक...
डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) की सेमेस्टर परीक्षा मजाक बनकर रह गई है। नकल माफिया परीक्षा से आधा घंटा पहले ही पेपर आउट करके व्हाट्सएप पर वायरल कर दे रहे हैं। शुक्रवार को बीटीसी बैच 2013, सेवारत (मृतक आश्रित), एवं 2014, 2015, डीएलएड प्रशिक्षण 2017 एवं 2018 (अवशेष/अनुत्तीर्ण) और डीएलएड 2019 द्वितीय सेमेस्टर की दोपहर 12 से एक बजे तक गणित और 2 से 4 बजे तक सामाजिक अध्ययन की परीक्षा थी।
गणित का पेपर 11:28 और सामाजिक अध्ययन का पर्चा के साथ उसका हल 1.28 बजे ही व्हाट्सएप पर वायरल हो गया। पेपर खत्म होने के बाद लीक हुए परचे से लोगों ने सवाल मिलाए तो पता लगा कि जो प्रश्नपत्र व्हाट्सएप पर वायरल था, उसमें और असली परचे में कोई फर्क नहीं। बताया जा रहा है कि प्रश्नपत्र और उत्तरकुंजी 500-500 रुपये में बिक रही थी। प्रशिक्षु परीक्षा केंद्र के बाहर पेपर हल करके अंदर जा रहे थे। बहुविकल्पीय प्रश्नों का उत्तर अपने प्रवेश पत्र पर ही पेंसिल से लिख ले रहे थे।
इस मामले की जांच परीक्षा नियामक प्राधिकारी कार्यालय ने शुरू कर दी है। यह स्थिति जिले में राजकीय इंटर कॉलेज के अलावा अन्य केंद्रों पर भी है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी अनिल भूषण चतुर्वेदी ने पेपर लीक से इनकार नहीं किया है। उनका कहना है कि प्रकरण की जांच कराई जा रही है।
पूरी परीक्षा की शुचिता पर लगने लगा सवाल
इस घटना ने पूरी परीक्षा पर प्रश्न खड़ा कर दिया है। डीएलएड एवं बीटीसी के तकरीबन 4 लाख प्रशिक्षु पूरे प्रदेश के विभिन्न केंद्रों पर 30 अक्तूबर से 11 नवंबर तक परीक्षा दे रहे हैं। पेपर जब व्हाट्सएप पर वायरल हो रहा है तो क्या प्रयागराज, क्या लखनऊ या कहीं और पहुंचने में कितना समय लगेगा। जीआईसी से ही नकल करने के मामले में 4 नवंबर को एक अभ्यर्थी ज्योति और उसके भाई राहुल मौर्य को पकड़ा गया था। प्रशिक्षुओं की मानें तो प्रत्येक दिन पेपर लीक होकर व्हाट्सएप पर आ रहा है।
पहले भी लीक हो चुका है बीटीसी का पेपर
ऐसा नहीं है कि डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) का पेपर लीक होने का यह पहला मामला है। इससे पहले भी पेपर लीक की घटनाएं हो चुकी हैं। पेपर लीक का मुख्य कारण है कि इसमें अच्छे नंबर पाने वाले प्रशिक्षुओं को शिक्षक भर्ती में वरीयता मिलती है। सरकारी टीचरी पाने के लालच में प्रशिक्षु अपराध करने से भी नहीं हिचकते।
आठ अक्टूबर 2018 को होने वाली बीटीसी प्रशिक्षण-2015 के चौथे सेमेस्टर की परीक्षा का पर्चा कौशाम्बी में एक दिन पहले ही लीक होने के मामले में स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 13 अक्तूबर 2018 को प्रयागराज से आशीष अग्रवाल और अरविंद भार्गव गिरफ्तार किया था। बाद में आशीष अग्रवाल का जेल में ही बीमारी से निधन हो गया था।
बीटीसी 2014 के प्रथम सेमेस्टर का हिन्दी विषय का पर्चा 25 अप्रैल 2016 को लीक हो गया था। सुबह 10 बजे परीक्षा शुरू होने से पहले ही व्हाट्सएप पर हाथ से लिखा पेपर वायरल हो गया था।
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