यूपी बोर्ड : 34 साल से नाम में संशोधन का इंतजार
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के विद्यार्थियों के अंकपत्र में उनके नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि आदि संशोधन के लिए शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज में समाधान शिविर लगाया गया। प्रयागराज मे
यूपी बोर्ड की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के विद्यार्थियों के अंकपत्र में उनके नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि आदि संशोधन के लिए शनिवार को राजकीय इंटर कॉलेज में समाधान शिविर लगाया गया। प्रयागराज में 1889 से अब तक लंबित हाईस्कूल के 1067 और इंटरमीडिएट के 568 विद्यार्थियों को बुलाया गया था। हालांकि इनमें से 10वीं के मात्र तीन और 12वीं के चार आवेदक ही आवश्यक दस्तावेज के साथ पहुंचे। इन्हें तीन-चार दिनों में ही संशोधित अंकपत्र जारी कर दिया जाएगा।
शिविर में यूपी बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल, प्रयागराज क्षेत्रीय कार्यालय की अपर सचिव विभा मिश्रा, जिला विद्यालय निरीक्षक पीएन सिंह ने समस्याएं सुनी और समाधान किया। इस दौरान जीआईसी के प्रधानाचार्य धर्मेन्द्र सिंह, उप प्रधानाचार्य बंशराज, एलबी मौर्य, बीएस यादव, प्रभाकर त्रिपाठी आदि उपस्थित रहे। डीआईओएस पीएन सिंह ने बताया कि 22 जून को फिर से जीआईसी में शिविर लगाया जाएगा। जिनके आवेदन पहले से लंबित हैं वही उपस्थित हों।
34 साल से नाम संशोधन के लिए परेशान
पब्लिक इंटर कॉलेज मोतिहा जगतपुर के छात्र राजेश कुमार सिंह ने 1989 में यूपी बोर्ड से हाईस्कूल की परीक्षा पास की थी। अपने नाम में गड़बड़ी को संशोधित कराने के लिए वह 34 साल से परेशान हैं। बोर्ड ने उनसे कक्षा नौ से 12 तक की काउंटरसाइन टीसी देने को कहा लेकिन वह जमा नहीं कर सके और आज तक संशोधन नहीं हो सका।
राम लाल अग्रवाल इंटर कॉलेज सिरसा से 1996 में 12वीं करने वाले त्रिभुजीनाथ यादव के भी नाम में गड़बड़ी है। बोर्ड ने उनसे काउंटरसाइन टीसी देने को कहा जो वह नहीं दे सके और आज तक उन्हें संशोधित अंकपत्र नहीं मिल सका है।
● जिले में 10वीं के 1067, 12वीं के 568 प्रकरण लंबित
● त्रुटि संशोधन के लिए राजकीय इंटर कॉलेज में लगा कैंप
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