Hindi Newsकरियर न्यूज़UP Board Result 2020: number of Failures in Hindi decreased yet 7 97 lakhs students of 10th and 12th failed

UP Board Result 2020 : हिन्दी में फेल होने वाले घटे, फिर भी 7.97 लाख छात्र हुए असफल

हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में 7,97,826 परीक्षार्थी अनिवार्य विषय हिन्दी में फेल हो गए हैं। हालांकि यह संख्या गत वर्ष हिन्दी में फेल होने वालों की तुलना में कम है। गत वर्ष हाईस्कूल और इंटर मिलाकर...

Alakha Ram Singh मुख्य संवाददाता, प्रयागराज Sat, 27 June 2020 09:10 PM
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हाईस्कूल और इंटर की परीक्षा में 7,97,826 परीक्षार्थी अनिवार्य विषय हिन्दी में फेल हो गए हैं। हालांकि यह संख्या गत वर्ष हिन्दी में फेल होने वालों की तुलना में कम है। गत वर्ष हाईस्कूल और इंटर मिलाकर 9,98,250 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए थे। इस वर्ष भी 10वीं में सर्वाधिक 5,27,866 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए हैं जबकि 12वीं के 2,69,960 परीक्षार्थी हिन्दी में फेल हुए। 2019 में हिन्दी में फेल होने वाले विद्यार्थियों की संख्या 10 लाख थी।

हाईस्कूल में हिन्दी और प्रारंभिक हिन्दी का पेपर होता है। हिन्दी में 5,27,680 तो प्रारंभिक हिन्दी में 186 फेल हो गए। वही इंटर हिन्दी में 1,08,207 तथा सामान्य हिन्दी में 1,61,753 परीक्षार्थी फेल हुए हैं।

हाईस्कूल: संस्कृत और गणित में तगड़ा झटका
हाईस्कूल में 36 विषयों में परीक्षा हुई थी। प्रमुख विषयों की बात करें तो परीक्षार्थियों को सबसे तगड़ा झटका संस्कृत और गणित में लगा है। हालांकि अंग्रेजी और विज्ञान में भी काफी परीक्षार्थी मात खा गए। सबसे खराब रिजल्ट गणित का है, जिसमें 27 प्रतिशत परीक्षार्थी फेल हुए हैं। वहीं प्रारंभिक गणित में 96.55 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। संस्कृत का परिणाम भी खराब रहा। इस विषय में सिर्फ 62.50 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं। अंग्रेजी में 19.49 तो विज्ञान में 19.60 प्रतिशत परीक्षार्थियों को असफलता हाथ लगी है। अंग्रेजी का उत्तीर्ण प्रतिशत 80.51 और विज्ञान का 80.40 प्रतिशत रहा। सामाजिक विज्ञान में 82.64, कम्प्यूटर में 89.70, वाणिज्य में 80.37, गृह विज्ञान में 89.18 तथा मानव विज्ञान में महज 48 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हो सके।

छात्र यहां अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं-

 

इंटर: भौतिक विज्ञान में सर्वाधिक हुए असफल
इंटर में कुल 107 विषयों की परीक्षा हुई थी। विज्ञान के विषयों में सबसे खराब स्थिति भौतिक विज्ञान की रही, जिसमें 23.89 प्रतिशत परीक्षार्थी फेल हुए तो रसायन विज्ञान में 22.45 प्रतिशत परीक्षार्थियों को असफलता हाथ लगी। वहीं जीव विज्ञान का परिणाम ठीक रहा, जिसमें सिर्फ 15.96 प्रतिशत ही असफल हुए हैं। भौतिक विज्ञान में 76.11, रसायन विज्ञान में 77.55 और जीव विज्ञान में 84.04 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं। वहीं गणित में सिर्फ 70.35 फीसदी परीक्षार्थी सफल हो सके। इंटर संस्कृत का परिणाम गत वर्ष की तुलना में काफी बेहतर हुआ है। पिछले वर्ष इस विषय में सिर्फ 53.92 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली थी, जबकि इस वर्ष 73.63 प्रतिशत पास हुए हैं।  अंग्रेजी के परिणाम में भी सुधार आया है। इस वर्ष इस विषय में 81.55 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं जबकि पिछले वर्ष 76.50 प्रतिशत परीक्षार्थियों को ही सफलता मिल सकी थी। भूगोल में 84.42 फीसदी परीक्षार्थी सफल हुए तो नागरिक शास्त्र में मात्र 77.26 प्रतिशत परीक्षार्थी सफल हुए हैं।

इंटर वाणिज्य का परिणाम रहा बेहतर
यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में वाणिज्य, विज्ञान और मानविकी वर्ग में वाणिज्य का परिणाम बेहतर रहा। वाणिज्य वर्ग के 84.34 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं तो मानविकी के 76.07 और विज्ञान के 72.78 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। कृषि में भाग दो का परिणाम भाग एक की तुलना में बेहतर रहा। भाग दो में 95.64 और भाग एक में 68.94 प्रतिशत परीक्षार्थियों को सफलता मिली है। व्यावसायिक वर्ग के 85.42 प्रतिशत परीक्षार्थी परीक्षा में सफल हुए हैं। 

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