यूपी बोर्ड परीक्षा 2020: पहली बार कैमरे-वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में जंचेंगी कॉपियां
यूपी बोर्ड की कॉपियां पहली बार सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में जांची जाएंगी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मूल्यांकन केंद्रों की वेबकॉस्टिंग कराई जाएगी या नहीं। हालांकि शासन में बैठे बड़े अफसर यदि...
यूपी बोर्ड की कॉपियां पहली बार सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर की निगरानी में जांची जाएंगी। अभी यह स्पष्ट नहीं है कि मूल्यांकन केंद्रों की वेबकॉस्टिंग कराई जाएगी या नहीं। हालांकि शासन में बैठे बड़े अफसर यदि चाहें तो बोर्ड परीक्षा की तरह मूल्यांकन केंद्रों की भी वेबकास्टिंग की जा सकेगी। इस संबंध में सचिव यूपी बोर्ड नीना श्रीवास्तव ने सभी जिला विद्यालय निरीक्षकों को 2 मार्च को लिखे पत्र में उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन के लिए निर्धारित केंद्रों पर स्ट्रांगरूम, मूल्यांकन कार्य के लिए तय कक्षों में सीसीटीवी कैमरे, वॉइस रिकॉर्डर आदि की जानकारी मांगी है। पिछले साल भी सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में मूल्यांकन के निर्देश दिए गए थे लेकिन पिछले साल अधिकतर स्कूलों में वॉइस रिकॉर्डर की सुविधा नहीं थी।
इस बार सचिव ने साफ कर दिया है कि डीआईओएस की संस्तुति पर ही मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं।यदि किसी केंद्र पर अव्यवस्था की कोई शिकायत मिलती है तो उसकी पूरी जिम्मेदारी संबंधित डीआईओएस की होगी। सूत्रों के अनुसार जिन स्कूलों में मूल्यांकन होना है उनमें से अधिकांश में सीसीटीवी और वॉइस रिकॉर्डर लगे हैं। जिनमें कोई कमी है वहां मूल्यांकन शुरू होने से पहले दूर कर ली जाएगी।
10 दिन में जंचेगी कॉपी
पिछले साल 231 केंद्रों पर 15 दिनों में मूल्यांकन हुआ था। इस बार 15 या 16 मार्च से संभावित मूल्यांकन 10 दिन में पूरा करने के लिए केंद्रों व शिक्षकों की संख्या बढ़ाई जा रही है। इस साल 1.5 लाख के आसपास शिक्षक ड्यूटी करेंगे।
स्मार्टफोन नहीं रख सकेंगे
मूल्यांकन के दौरान शिक्षक स्मार्टफोन नहीं रख सकेंगे। दो साल पहले अवॉर्ड ब्लैंक समेत अन्य गोपनीय दस्तावेज व्हाट्सएप पर वायरल होने के बाद बोर्ड ने सभी डीआईओएस से यह निर्देश दिया है कि कोई व्यक्ति मूल्यांकन के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल न करे।
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