यूपी बोर्ड:कक्षा 9 अंग्रेजी का कोर्स दोगुना, 11वीं का आधे से भी कम, जानें सिलेबस में क्या कम हुआ
यूपी बोर्ड के कक्षा 9 के छात्र-छात्राओं को इस साल से अंग्रेजी में थोड़ी और मेहनत करनी होगी। बोर्ड ने 2020-21 सत्र से कक्षा 9 व 11 में एनसीईआरटीई आधारित पाठ्यक्रम लागू किया है। इसमें कक्षा 9 अंग्रेजी...
यूपी बोर्ड के कक्षा 9 के छात्र-छात्राओं को इस साल से अंग्रेजी में थोड़ी और मेहनत करनी होगी। बोर्ड ने 2020-21 सत्र से कक्षा 9 व 11 में एनसीईआरटीई आधारित पाठ्यक्रम लागू किया है। इसमें कक्षा 9 अंग्रेजी साहित्य का कोर्स दोगुने से अधिक हो गया है जबकि 11वीं का सिलेबस आधे से भी कम रह गया है। कक्षा 11 में पिछले साल तक छात्र-छात्राओं को अंग्रेजी साहित्य के अंतर्गत दो किताबें प्रोस और पोएट्री पढ़नी पड़ती थी।
पोएट्री की किताब में ही अलग से महात्मा बुद्ध पर आधारित लंबी कविता (द लाइट ऑफ एशिया) जबकि प्रोस में चार शॉर्ट स्टोरीज रहती थी।
11वीं में लंबी कविता समेत कुल 23 पाठ थे जबकि नए कोर्स में सिर्फ एक किताब रखी गई है जिसमें आठ पाठ दिए हैं। खास बात यह कि अब 11वीं के छात्रों को नोटिस और रिपोर्ट राइटिंग लिखनी होगी जो इससे पहले यूपी बोर्ड में नहीं पूछे जाते थे। 9वीं में पहले प्रोस में 6, पोएट्री में 5 और सप्लीमेंटरी रीडर में दो कुल 13 पाठ थे। अब नई किताब में प्रोस में 11, पोट्री में 10 और सप्लीमेंटरी रीडर में 10 कुल 33 पाठ हैं। ग्रामर में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।
अब शेक्सपीयर और वर्ड्सवर्थ को नहीं पढ़ेंगे 11वीं के छात्र
यूपी बोर्ड 11वीं के छात्र अब शेक्सपीयर और वर्ड्सवर्थ को नहीं पढ़ेंगे। पहले बच्चे पोएट्री में शेक्सपीयर की मर्सी, रडयार्ड किपलिंग की इफ, सरोजनी नायडू की द पैलेंक्विंन बियरर, तारु दत्त की ऑवर कैसुरिना ट्री समेत दस कविताएं पढ़ते थे। प्रोस में ब्रोकर टी. वाशिंगटन की चर्चित कहानी माई स्ट्रगल फॉर एन एजुकेशन, रस्किन बॉड की द काइट मेकर समेत आठ कहानियां और शॉर्ट स्टोरीज में जी. श्रीनिवास राव की पेन पाल, ओ हेनरी की ऑफ्टर ट्वेंटी ईयर्स समेत चार लघु कहानियां थीं। अब कक्षा 11 की नई किताब रीडिंग स्किल्स में सिर्फ आठ चैप्टर है। जिनमें खुशवंत सिंह की द पोट्रेट ऑफ ए लेडी, नानी पालकीवाला की द एलिंग प्लैनेट, जयंत नार्लिकर की द एडवेंचर आदि शामिल है। कक्षा 9 के प्रोस में मार्क ट्वेन की टॉम स्वायर, पोएट्री में विलियम शेक्सपीयर की फेथफुल फ्रेंड और सरोजनी नायडू की इंडियन वीवर्स जैसी कविताओं को बाहर किया गया है। हालांकि नई किताब में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की माई चाइल्डहुड, विक्रम सेठ की काठमांडु, पोएट्री में विलियम वर्ड्सवर्थ क ए स्लम्बर डिड माई स्पिरिट सील के अलावा लघु कहानियों में मुल्क राज आनंद, रस्किन बांड, आरके लक्ष्मण जैसे दिग्गज भारतीय लेखकों की कहानियां शामिल की गई हैं।
इनका कहना है
नए पाठ्यक्रम में कक्षा 9 का कोर्स बड़ा हुआ है और उसमें प्रमुख भारतीय लेखकों को जगह मिली है। 11वीं में अंग्रेजी साहित्य के आधारस्तंभ जैसे शेक्सपीयर और वर्ड्सवर्थ को हटाकर नए और प्रगतिशील सोच वाले लेखकों को जगह मिली है।
-लालचंद पाठक, प्रधानाचार्य शिवचरणदास कन्हैयालाल इंटर कॉलेज
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