UP Board 10th 12th Result 2019: परीक्षा देने के बाद भी हो गए अनुपस्थित
UP Board 10th 12th Result 2019: यूपी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने के दो दिनों के अंदर करीब सौ परीक्षार्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायतें दर्ज कराई हैं। शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में...
UP Board 10th 12th Result 2019: यूपी बोर्ड का क्षेत्रीय कार्यालय खुलने के दो दिनों के अंदर करीब सौ परीक्षार्थियों ने रिजल्ट में गड़बड़ी की शिकायतें दर्ज कराई हैं। शिकायत निवारण प्रकोष्ठ में विभिन्न जिलों से आए परीक्षार्थी और अभिभावकों ने लापरवाही पर नाराजगी भी जताई है। बोर्ड परीक्षा परिणाम 27 अप्रैल को घोषित हुआ था। सबसे अधिक शिकायतें अनुपस्थिति को लेकर आई हैं। परीक्षाथिर्यों का दावा है कि उन्होंने परीक्षा दी लेकिन किसी न किसी विषय में उन्हें अनुपस्थित दर्शा दिया गया है। वे इंटरनेट की अंक प्रति लेकर टहल रहे हैं। शुक्रवार को मिर्जापुर के किसान इंटर कॉलेज के प्रतिनिधि ने कई कागजात जमा किये। उन्होंने बताया कि उनके कई बच्चों को परीक्षा में अनुपस्थित दिखा दिया गया है। शिवम इंटर कॉलेज (चंदौली) के एक शिक्षक ने दावा कि उनके यहां के तीन विद्यार्थियों को हाईस्कूल के कुछ विषयों में गैरहाजिर कर दिया गया है। बच्चों के अभिभावक विद्यालय पर दबाव बना रहे हैं। सोनभद्र से आए एक इंटर कालेज के प्रधानाचार्य भी इसी समस्या से परेशान दिखे।
कई परीक्षार्थियों ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके विषय बदल दिए गए। परीक्षा दी हिन्दी में नंबर चढ़ गया है इतिहास का। साइंस के साथ होम साइंस का नंबर दर्ज है। कुछ परीक्षार्थियों की शिकायत है कि उनके सेक्स कोड बदल गए। किसी का नाम कुमार से कुमारी हो गया है।
दो शिकायत प्रकोष्ठों का गठन
रिजल्ट संबंधी त्रुटियों को दूर करने के लिए बोर्ड ने एक महीने का समय दिया है। इसके लिए दो उपसचिवों की अध्यक्षता में अलग-अलग शिकायत निवारण प्रकोष्ठ गठित हुआ है। एक प्रकोष्ठ हाईस्कूल और दूसरा इंटर के रिजल्ट की त्रुटियों को दूर कराएगा। इस बाबत क्षेत्रीय कार्यालय के अपर सचिव सतीश सिंह का कहना है कि सभी शिकायतों का निस्तारण समय के भीतर किया जाएगा। परीक्षार्थियों और विद्यालयों को शिकायतों के साथ जरूरी साक्ष्य भी देने होंगे।
शिकायतों के साथ ये कागजात भी लाएं
-प्रधानाचार्य की आख्या
- केंद्र व्यवस्थापक की आख्या
-प्रतिहस्ताक्षरित टीसी
-रजिस्ट्रेशन कार्ड
-प्रवेशपत्र
-अंकपत्र की छायाप्रति
स्क्रूटनी के लिए करें आवेदन
अगर आप अपने नंबर सें संतुष्ट नहीं है तो स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं। स्क्रूटनी के तहत कापियों का पुनर्मूल्यांकन नहीं होता बल्कि दिए गए नंबरों के योग का परीक्षण होता है। यह देखा जाता है कि परीक्षक से कोई प्रश्न छूट तो नहीं गया। स्क्रूटनी का शुल्क प्रति प्रश्नपत्र 500 रुपए है। पहले 100 रुपए था।
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