यूपी में वर्ष 2017 से सरकारी मेडिकल कॉलेजों में बढ़ीं एमबीबीएस की 938 सीटें
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग लगातार नए-नए प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा है...
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा है कि प्रदेश की जनता को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए चिकित्सा शिक्षा विभाग लगातार नए-नए प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा है कि बीते तीन वर्षों में चरणबद्ध तरीके से अनेक सुधार कर प्रदेश के चिकित्सा विश्वविद्यालयों, संस्थानों एवं महाविद्यालयों को बेहतर बनाया गया है ताकि यहां के लोगों को गुणवत्तापरक चिकित्सा सुविधा मिल सके।
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बताया कि प्रदेश में वर्ष 2017 से सरकारी क्षेत्र के तहत 5 नए मेडिकल कॉलेजों को क्रियाशील किया गया है। 9 मेडिकल कॉलेजों का निर्माण कार्य प्रगति पर है, जिसमें शैक्षणिक वर्ष 2021-22 से एमबीबीएस पाठ्यक्रम प्रारंभ करने की योजना है। इसके साथ ही 14 और नए मेडिकल कॉलेजों की स्थापना की स्वीकृति प्रदान की गई है। इस प्रकार से वर्ष 2017 से राजकीय मेडिकल कॉलेजों में 938 एमबीबीएस सीटें, 127 पीजी सीटें तथा निजी क्षेत्र में 1550 यूजी सीटों के साथ पीजी एंड डिप्लोमा में 461 सीटों की वृद्धि हुई है।
खन्ना ने बताया कि प्रदेश में केंद्र सहायतित योजना के तहत प्रथम चरण में 5 जिला चिकित्सालयों -अयोध्या, बहराइच, बस्ती, फिरोजाबाद एवं शाहजहांपुर को उच्चीकृत कर स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित कर दिया गया है और शैक्षणिक सत्र 2019-20 में प्रत्येक कॉलेज में एमबीबीएस पाठ्यक्रम के तहत 100 छात्रों सहित कुल 500 छात्रों का प्रवेश कर पठन-पाठन कार्य प्रारंभ कर दिया गया है। दूसरे चरण में 8 जिला चिकित्सालयों -एटा, हरदोई, प्रतापगढ़, फतेहपुर, सिद्धार्थ नगर, देवरिया, गाजीपुर एवं मिर्जापुर को उच्चीकृत कर स्वशासी राज्य मेडिकल कॉलेज के रूप में परिवर्तित किया जा रहा है। प्रत्येक कॉलेज में सौ एमबीबीएस छात्रों का प्रवेश प्रस्तावित है । यह सभी मेडिकल कॉलेज शैक्षणिक सत्र 2021- 22 से काम करने लगेंगे।
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