Hindi Newsकरियर न्यूज़up 68500 sahayak adhyapak bharti: company will be blacklist which created shikshak bharti result

68500 सहायक अध्यापक भर्ती: ब्लैक लिस्ट होगी रिजल्ट बनाने वाली कंपनी

68500 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी पर अफसरों पर कार्रवाई के बाद इस परीक्षा का परिणाम तैयार करने वाली कम्प्यूटर फर्म का ब्लैक लिस्ट होना तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार इतने बड़े...

इलाहाबाद | वरिष्ठ संवाददाता Mon, 10 Sep 2018 01:34 PM
share Share

68500 सहायक अध्यापक भर्ती के लिए आयोजित परीक्षा में गड़बड़ी पर अफसरों पर कार्रवाई के बाद इस परीक्षा का परिणाम तैयार करने वाली कम्प्यूटर फर्म का ब्लैक लिस्ट होना तय हो गया है। सूत्रों के अनुसार इतने बड़े पैमाने पर गड़बड़ी बिना कम्प्यूटर फर्म की मिलीभगत के संभव नहीं है। लिहाजा कम्प्यूटर एजेंसी को भविष्य में किसी भी सरकारी काम के लिए ब्लैकलिस्ट किया जाएगा।

बार कोडिंग की गड़बड़ी के कारण सोनिका देवी की कॉपी बदलने की बात कही जा रही है। 122 नंबर पाने वाले अंकित वर्मा को 22 नंबर मिल गए तो वहीं 23 ऐसे अभ्यर्थी पास हो गए जो वास्तव में फेल थे। इनमें से दो तो ऐसे थे जो परीक्षा में सम्मिलित तक नहीं हुए और उन्हें पास कर दिया गया। इन गड़बड़ियों में रिजल्ट तैयार करने वाली कम्प्यूटर एजेंसी की भूमिका से इनकार नहीं किया जा सकता। एजेंसी के स्तर पर गड़बड़ी की बात अफसर भी स्वीकार कर रहे हैं। उच्च पदस्थ सूत्रों के अनुसार गड़बड़ी में शामिल लोग किसी सूरत में छोड़े नहीं जाएंगे। प्रदेश में 13 नवंबर 2011 को पहली बार आयोजित उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) में भी बड़े पैमाने पर धांधली के आरोप लगे थे। पुलिस ने कम्प्यूटर फर्म की हार्डडिस्क तक जब्त कर ली थी। बाद में कम्प्यूटर एजेंसी के खिलाफ एफआईआर हुई थी।

कटिंग, ओवर राइटिंग पर भी अभ्यर्थियों को दिए नंबर
68500 शिक्षक भर्ती परीक्षा की स्कैन्ड कॉपियां लेने वाले अभ्यर्थियों का दावा है कि कटिंग और ओवर राइटिंग पर भी नंबर दिए गए हैं जबकि गाइडलाइन में स्पष्ट लिखा था कि कटिंग या ओवर राइटिंग पर नंबर नहीं दिए जाएंगे। एक अभ्यर्थी अनूप का कहना है कि एक कॉपी में 10-11 जगह पर गड़बड़ी मिली है। इन कॉपियों को हाईकोर्ट में रखा जाएगा। मूल्यांकन में समान नियम का पालन नहीं हुआ तो वह अभ्यर्थियों के साथ नाइंसाफी है।

सचिव संजय सिन्हा के कार्यकाल में ये भर्तियां हुईं
सचिव संजय सिन्हा दिसंबर 2012 से इस पद पर थे। इस दौरान 72825 प्रशिक्षु शिक्षक भर्ती में 66655, 9770 सहायक अध्यापक भर्ती में 3277, 10800 भर्ती में 7479 व 10 हजार शिक्षक भर्ती में 5030 अभ्यर्थियों का चयन बेसिक शिक्षा परिषद कार्यालय की निगरानी में हुआ। 4280 व 3500 सहायक अध्यापक उर्दू भाषा के लिए क्रमश:1641 व 2600, उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान व गणित विषय के 29334 शिक्षक भर्ती में 26115 अभ्यर्थियों को नौकरी दी गई। प्राइमरी स्कूलों की 15000 भर्ती में 14219, 16448 भर्ती में लगभग 16000 अभ्यर्थियों का चयन हुआ। 60442 शिक्षामित्रों को 19 जून 2014 को पहले चरण में और 8 अप्रैल 2015 को दूसरे चरण में 77075 शिक्षामित्रों (कुल 137517) को सहायक अध्यापक पद पर समायोजित किया गया।

याचिकाकर्ताओं ने शिक्षक पद पर भर्ती मांगी
इलाहाबाद। 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में धांधली का शिकार हुए अभ्यर्थियों ने नौकरी देने की मांग की है। लिखित परीक्षा में अधिक सवाल हल करने के बावजूद कम नंबर मिलने के कारण हाईकोर्ट में याचिका करने वाले सभी अभ्यर्थियों ने रविवार को आजाद पार्क में धरना देकर नौकरी देने की मांग की। अभ्यर्थियों का कहना है कि मूल्यांकन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई है।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें