साल 2023 में UPPSC, RPSC, BPSC की विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए ये 5 बड़े बदलाव
Year Ender 2023: बीत रहा साल बहुत से लोगों के लिए सफलता के कारण एक यादगार होगा तो कुछ लोगों के लिए नई चुनौतियों वाला साल रहा है। लेकिन प्रतियोगी परीक्षाओं में इस साल क्या कुछ खास हुआ इस बारे में यह रि
Changes in UPPSC PCS, RPSC RAS, BPSC Exams: साल 2023 बीत रहा है। नया साल 2024 कुछ ही दिनों में दस्तक देने जा रहा है। पिछले वर्ष की उपलब्धियों और खास घटनाओं पर नजर डालें तो पाएंगे कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए यह काफी परिवर्तनकारी साल के रूप साबित हुआ। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी), राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) और बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) समेत अन्य संस्थानों की प्रतियोगी परीक्षाओं में कई बदलाव किए गए हैं। यहां इन संस्थानों की प्रतियोगी परीक्षाओं में हुए 5 बड़े बदलावों के बारे में बता रहे हैं जिससे कि आप 2023 के इन बदलावों को ध्यान में रखते हुए आगे की रणनीत बनाएं और आगामी परीक्षाओं में बेहतर प्रदर्शन कर सकें। तो आइए जानते हैं 5 बडे़ परिवर्तनों के बारे में-
1- प्राइमरी शिक्षक भर्ती में बीएड योग्यता अमान्य :
2023 का सबसे बड़ा बदलाव शिक्षक भर्ती लेवल-1 के लिए बीएड योग्यता का अमान्य होना रहा। अगस्त 2023 में सुप्रीम कोर्ट ने राजस्थान शिक्षक भर्ती मामले में एक अहम फैसला सुनाते हुए प्राथमिक शिक्षक भर्ती में बीएड योग्यता को अमान्य करार दे दिया। जिससे के बाद एनसीईआरटी ने राज्यों को नोटिस जारी कर सुप्रीम कोर्ट के आदेश को लागू करने का आग्रह किया। परिणाम स्वरूप बीपीएससी समेत अन्य राज्यों में होने वाली प्राथमिक शिक्षक भर्ती से बीएड पास अभ्यर्थी बाहर हो गए। अब प्राथमिक शिक्षक भर्तियों में सिर्फ डीएलएड पास अभ्यर्थी ही आवेदन कर सकते हैं। बीएड अभ्यर्थी उच्च प्राथमिक विद्यालय या माध्यमिक विद्यालयों के लिए ही आवेदन कर सकते हैं।
2- आरपीएससी आरएएस परीक्षा में जुड़ा पांचवां विकल्प :
राजस्थान लोक सेवा आयोग ने 11 सितंबर 2023 को जारी एक नोटिस में कहा कि ओएमआर सीट पर होने वाली बहुविकल्पीय (MCQ Type) परीक्षाओं में 4 विकल्पों के साथ एक पांचवां विकल्प भी जोड़ा जाएगा। यह नियम आरएएस समेत राज्य स्तर पर होने वाली कई परीक्षाओं में लागू हो चुका है। आयोग ने कहा है प्रश्न के 4 विकल्पों के किसी भी विकल्प का चयन न करने वालों को पांचवां विकल्प चुनना होगा। 10 फीसदी से ज्यादा प्रश्नों में पांचवां विकल्प न चुनने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ आवेदन निरस्त करने जैसी कार्रवाई भी की जाएगी। हालांकि इस काम के लिए अभ्यर्थियों को हाल की परीक्षा में 10 मिनट का अतिरिक्त समय दिया गया था।
3- पीसीएस परीक्षा से वैकल्पिक विषय हटा :
2023 का दूसरा सबसे बड़ा बदलवा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की पीसीएस परीक्षा से वैकल्पिक विषय के स्थान पर यूपी स्पेशल के सामान्य अध्ययन के दो प्रश्नपत्र और जोड़े गए हैं। यह नियम 1 जनवरी 2023 को जारी हुए पीसीएस 2023 परीक्षा से लागू हो चुका है। इससे अब मैथ्स या इंजीनियरिंग वाले पृष्ठभूमि वाले अभ्यर्थियों को मुख्य परीक्षा में अधिक अंक प्राप्त करने वाला भेदभाव खत्म हो गया।
4- यूपी में टीजीटी-पीजीटी भर्ती अब शिक्षा सेवा चयन आयोग से:
उत्तर प्रदेश में माध्यमिक स्कूलों में होने वाली टीजीटी व पीजीटी शिक्षकों की भर्ती हाल में गठित शिक्षा सेवा चयन आयोग के जरिए किया जाएगी। इससे पहले इन पदों पर भर्ती माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन आयोग (UPSESSB) के जरिए होती थी। वहीं उच्च शिक्षा में असिस्टैंट प्रोफेसर आदि की भर्ती यूपीएचईएससी के जरिए होती थी जो अब शिक्षा आयोग की जिम्मेदारी में रहेगी।
5- बीपीएससी शिक्षक भर्ती परीक्षा में दो की जगह एक पेपर होगा:
बिहार लोक सेवा आयोग ने प्रथम चरण की शिक्षक भर्ती से सबक लिया और अभ्यर्थियों की सहूलियत को ध्यान में रखते हुए दो दिन की परीक्षा खत्म कर एक पेपर में ही समेट दिया। इससे अभ्यर्थियों का समय बचता है साथ नाइट हाल्ट की समस्या भी नहीं फेस करनी पड़ती। आयोग ने एक ही प्रश्नपत्र में भाषा, सामान्य अध्ययन और मुख्य विषय को क्रमश: 30, 40, 80 प्रश्नों का फॉर्मूला तैयर कर तीन पेपर की बजाए एक पेपर तैयार किया। अब आयोग की शिक्षक भर्ती परीक्षा इसी बदलाव के साथ हो रही है। उम्मीद है कि आगे भी आयोग का यह बदलाव लागू रहेगा।
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