टीईटी : अब ढाई नहीं 3 घंटे की होगी परीक्षा, जानें किस वर्ग के लिए कितने मार्क्स लाना जरूरी
TET : झारखंड सरकार ने राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी - JTET ) के कई नियमों में अहम बदलाव किए हैं। अब झारखंड टीईटी ( jharkhand tet ) में सामान्य वर्ग के वे ही परीक्षार्थी शामिल...
TET : झारखंड सरकार ने राज्य की शिक्षक पात्रता परीक्षा (टीईटी - JTET ) के कई नियमों में अहम बदलाव किए हैं। अब झारखंड टीईटी ( jharkhand tet ) में सामान्य वर्ग के वे ही परीक्षार्थी शामिल सकेंगे जिन्होंने राज्य से मैट्रिक व इंटर की परीक्षा पास की है। आरक्षण का लाभ पाने वाले अभ्यर्थियों के मामले में इसे शिथिल किया गया है। झारखंड शिक्षक पात्रता परीक्षा (संशोधन) नियमावली 2022 में इसके प्रावधान किए गए हैं। इसे गुरुवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में मंजूरी दी गई। बैठक में 63 प्रस्तावों को हरी झंडी दी गई।
शिक्षक पात्रता परीक्षा (संशोधन) नियमावली 2022 के तहत टीईटी के लिए सामाजिक अध्ययन में कॉमर्स के लेखा शास्त्रत्त् और व्यापार अध्ययन को भी जोड़ा गया है। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए उर्दू व अंग्रेजी में 20-20 प्रश्न तय किए गए हैं। इतना ही नहीं अब ढाई की जगह तीन घंटे की परीक्षा होगी। नई नियमावली के अनुसार टेट सर्टिफिकेट की मान्यता अब ताउम्र रहेगी। 2013 और 2016 के टेट पास लोगों पर भी यह लागू होगा।
जानें किस वर्ग के लिए कितना न्यूनतम अंक जरूरी
वर्ग हर खंड कुल में न्यूनतम प्राप्तांक कुल प्राप्तांक
सामान्य जाति 40 60
अनुसूचित जाति 30 50
अनुसूचित जनजाति 30 50
आदिम जनजाति 30 50
पिछड़ वर्ग -1 35 55
पिछड़ा वर्ग - 2 35 55
आर्थिक कमजोर 35 55
दिव्यांग 30 50
टेट में पास करने लिए सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों को हर खंड में 40 प्रतिशत अंक लाना जरूरी होगा। साथ ही, 60 प्रतिशत अंक पर वे टेट पास कर सकेंगे। वहीं, पिछड़ा वर्ग एक व दो तथा आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग को 35 व 55 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य किया गया है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, आदिम जनजाति और दिव्यांगों को हर खंड में 30 अंक और कुल प्राप्तांक 50 प्रतिशत लाना जरूरी होगा।
विषयवार घटाए और बढ़ाए गए प्रश्न
शिक्षक पात्रता परीक्षा के लिए विषयवार प्रश्नों की संख्या और उसके अंक घटाए और बढ़ाए गए हैं। उर्दू सहायक शिक्षक के लिए पहले उर्दू में 20 अंक और अंग्रेजी में 30 अंक के प्रश्न होते थे। इसे अब 20-20 अंक कर दिया गया है। गणित विज्ञान व विज्ञान शिक्षक के लिए पहले गणित के 70 और विज्ञान के 80 अंक के प्रश्न होते थे। अब गणित के 50 अंक के प्रश्न और विज्ञान में 100 अंक के प्रश्न होंगे। विज्ञान में भौतिकी, रसायन, वनस्पतिशास्त्रत्त् और जीव विज्ञान के 50-50 अंक के प्रश्न होंगे, जिसमें दो विषय लेना अनिवार्य होगा। इसी तरह समाज अध्ययन के शिक्षक के लिए इतिहास, भूगोल, राजनीतिशास्त्रत्त्, अर्थशास्त्रत्त्, समाजशास्त्रत्त्, लेखा शास्त्रत्त् और व्यापार अध्ययन विषय के 50-50 अंक के प्रश्न रहेंगे। इनमें से अभ्यर्थी तीन विषय रख सकेंगे।
क्षेत्रीय भाषा में पास जरूरी
टीईटी में क्षेत्रीय भाषा में पास करना जरूरी होगा। क्षेत्रीय भाषा के अंक कुल प्राप्तांक में जुड़ेंगे। पहले क्षेत्रीय भाषा क्वालिफाइंग पेपर के रूप में थी। टेट के अभ्यर्थी जहां से आवेदन करेंगे वहां के क्षेत्रीय या जनजातीय भाषा में से एक की परीक्षा देना जरूरी होगा। संबंधित क्षेत्रीय या जनजातीय भाषाके व्याकरण की अच्छी जानकारी जरूरी है और वे शुद्ध-शुद्ध इसकी अभिव्यक्ति कर सकें।
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