NEET री-एग्जाम के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका: स्टूडेंट्स का प्रदर्शन, सीबीआई जांच की मांग
NEET result 2024 controversy:नीट यूजी का रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर स्टूडेंट्स सवाल उठाने लगे हैं। देशभर से रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं, जिसको लेकर सोम
नीट यूजी का रिजल्ट घोषित होने के बाद से ही नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) पर स्टूडेंट्स सवाल उठाने लगे हैं। देशभर से रिजल्ट में गड़बड़ी के आरोप लग रहे हैं, जिसको लेकर सोमवार को तमाम छात्र संगठनों ने धरना प्रदर्शन किया। छात्रों ने मांग की कि पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच हो और परीक्षा पुन कराई जाए। यही नहीं देशभर से नीट रिजल्ट में गड़बड़ी को लेकर कई शिकायतें भी मिल रही हैं। सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गईहै, जिसमें रिजव्ट वापस लेने और रिएग्जाम की मांग की गई है।
सुप्रीम कोर्ट में याचिका
यही नहीं मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है और सुप्रीम कोर्ट की इस याचिका में रिजल्ट वापस लेने और दोबारा परीक्षा कराने की मांग की गई है। याचिकाकर्ता ने ग्रेस मार्क्स देने के फैसले को मनमाना बताया है। याचिकाकर्ता ने एनटीए के ग्रेस मार्क्स को लेकर कहा कि एनटीए की तरफ से जारी की गई इन्फॉर्मेशन बुलेटिन में भी ग्रेस मार्क्स देने के प्रावधान का जिक्र नहीं किया गया था। ऐसे में कुछ कैंडिडेट्स को ग्रेस मार्क्स देना सही नहीं है। तेलांगना निवासी अब्दुल्ला मोहम्मद फैज और आंध्र प्रदेश निवासी डॉ. शेख रोशन मोहिद्दीन की ओर से दाखिल याचिका में कई छात्रों द्वारा प्राप्त 720 में से 718 और 719 के उच्च अंक ‘सांख्यिकीय रूप से असंभव है। याचिका में आरोप लगाया गया है कि एक ही परीक्षा केंद्र के 67 छात्रों को 720 अंक में से 720 अंक साफ दिखाता है कि रिजल्ट सही नहीं। याचिका में कहा गया है कि 29 अप्रैल को राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा प्रकाशित अंतिम उत्तर कुंजी के बारे में कई शिकायतें हैं। याचिका में कहा गया है कि 5 मई को आयोजित परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक होने की व्यापक शिकायतों का भी हवाला देते हुए परिणाम को रद्द करने और नये सिरे से परीक्षा कराने की मांग की है।
NEET रिजल्ट गड़बड़ी
केरल कांग्रेस कमेटी ने इस अपडेट के साथ अपने ट्विटर हैंडल पर एक छात्र की मार्कशीट शेयर की है, जिसमें लिखा है कि एक बच्चा जिसने NEET 2024 में 705/720 अंक और 1321 रैंक पाई उसका 12 वीं कक्षा की मार्कशीट कहती है कि बच्चा फिजिक्स (21%), केमिस्ट्री (31%) में फेल हो गया और बायोलॉजी में 39% अंकों के साथ पास हुआ। हम इस रैंक के लिए बच्चे को दोष नहीं दे रहे हैं। हम सिस्टम @NTA_Exams को दोषी ठहरा रहे हैं जिसने लाखों बच्चों के जीवन को नष्ट कर दिया है जिन्होंने डॉक्टर बनने और देश की सेवा करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए इस परीक्षा के लिए कई साल पढ़ाई की।
दावा, 605 अंक के बजाय मिला माइनस 39
नीट के एक अभ्यर्थी रेवांत मौर्या का दावा है कि 720 अंक का नीट होता है। परीक्षा के बाद उसने ओएमआर से मिलान किया तो 605 अंक मिलने चाहिए। आरोप है कि उसका जो रिजल्ट आया है उसमें माइनस 39 अंक दिखा रहा है।
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