यूपी बोर्ड परीक्षा केन्द्र के लिए मानक तय, पहले राजकीय और एडेड विद्यालयों को मिलेगी प्राथमिकता
बोर्ड परीक्षा के केन्द्र के लिए तय मानकों के हर बिन्दु पर खरा उतरने वाले प्राइवेट विद्यालय ही परीक्षा केन्द्र बन सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने शुक्रवार को बोर्ड परीक्षा कें
बोर्ड परीक्षा के केन्द्र के लिए तय मानकों के हर बिन्दु पर खरा उतरने वाले प्राइवेट विद्यालय ही परीक्षा केन्द्र बन सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा परिषद के सचिव दिव्यकांत शुक्ला ने शुक्रवार को बोर्ड परीक्षा केंद्र निर्धारण नीति जारी कर दी। इसके तहत परीक्षा केंद्र के लिए पहले राजकीय और एडेड विद्यालयों को प्राथमिकता दी जाएगी। उसके बाद सबसे आखिर में वित्तविहीन विद्यालयों को केंद्र बनाया जाएगा। इतना ही नहीं जिन वित्तविहीन विद्यालयों में पिछले साल रजिस्ट्रेशन कराने वाले 30 प्रतिशत से ज्यादा परीक्षार्थी गैरहाजिर रहें हैं, वे केंद्र नहीं बन सकेंगे। इसी प्रकार से न्यूनतम 80 पंजीकृत परीक्षार्थी से कम परीक्षार्थी वाले प्राइवेट विद्यालयों को इस बार भी परीक्षा केन्द्र नहीं बनाया जा सकेगा।
परिषद ने परीक्षा केन्द्र बनाने के मानक जारी किये
विद्यालय से परीक्षा केंद्र की दूरी 12 किलोमीटर और विशेष परिस्थितियों में 15 किलोमीटर से ज्यादा नहीं होनी चाहिए। लड़कियों का विद्यालय यदि केंद्र बना है तो वहां की छात्राओं को स्वकेंद्र की सुविधा दी जाएगी। जहां स्वकेंद्र की सुविधा नहीं है, वहां केंद्र की दूरी 7 किमी से अधिक न हो। 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग विद्यार्थियों को भी यथा संभव स्वकेंद्र की सुविधा दी जाए। यदि स्वकेंद्र नहीं है तो केंद्र की दूरी 7 किमी से ज्यादा न हो। निजी या सहायता प्राप्त विद्यालयों में अगर प्रबंधतंत्र को लेकर कोई विवाद है तो उन विद्यालयों में परीक्षा केन्द्र नहीं बनाए जा सकेंगे। हर केंद्र पर 50 फीसदी स्टाफ बाहरी होगा। हर परीक्षा केंद्र पर सीसीटीवी कैमरा, दो-दो डबल लॉक अलमारी, दो कंप्यूटर कक्ष होना जरूरी हैं। एक ही प्रबंधक के एक से अधिक संचालित विद्यालयों के छात्रों का परीक्षा केंद्र उसी प्रबंधक के अधीन अन्य विद्यालय को नहीं बनाया जाएगा। प्राइवेट विद्यालयों में छात्रों का आवंटन आपस में एक-दूसरे विद्यालय में नहीं किया जाएगा। प्राइवेट विद्यालयों में यदि वहां के प्रधानाचार्य को पहले कभी डिबार नहीं किया गया है तो वे केंद्र व्यवस्थापक बन सकेंगे। हर परीक्षा केंद्र पर एक वाह्य केंद्र व्यवस्थापक की तैनाती होगी।
केंद्र निर्धारण का कार्यक्रम भी जारी
परिषद ने ऑनलाइन केंद्र निर्धारण का कार्यक्रम भी जारी कर दिया है। इस संबंध में सभी जिलों के डीएम को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। प्रक्रिया 20 सितम्बर से शुरू होगी। विद्यालय सबसे पहले अपने संसाधनों का ब्योरा परिषद की वेबसाइट upmsp.edu.in पर अपलोड करेंगे। जिला स्तरीय समिति विद्यालयों की दूरी, जियोलोकेशन 25 सितम्बर तक अपलोड करेगी। अपलोड किये गये सूचनाओं का जिला स्तरीय समिति 10 अक्तूबर तक भौतिक सत्यापन करेगी। इस बाबत सत्यापन की पूरी रिपोर्ट 17 अक्तूबर तक अपलोड की जाएगी। परीक्षा केंद्रों की अनंतिम सूची 30 अक्तूबर तक सार्वजनिक की जाएगी।
इस पर चार नवम्बर तक आपत्तियां मांगी जाएंगी। इन आपत्तियों का निस्तारण 10 नवम्बर तक करना होगा। पहले की सूची में कोई बदलाव होता है तो उसे 14 नवम्बर तक अपलोड करना होगा। इसके बावजूद किसी को काई आपत्ति है तो वह 21 नवम्बर तक परिषद के ईमेल-upboardcentre2024@gmail.com पर शिकायत कर सकता है। उसके बाद बोर्ड को 28 नवम्बर तक केंद्रों की सूची को अंतिम रूप देना होगा।
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