SSC CHSL UFM नियम मामला: शिकायतों पर एसएससी ने दिया जवाब, उठाया ये कदम
SSC CHSL UFM Rule: कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सीएचएसएल अनफेयर मीन्स (SSC CHSL Unfair Means - UFM rule) नियम को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। साथ ही एसएससी ने अयोग्य करार दिए गए उम्मीदवारों की शिकायत की...
SSC CHSL UFM Rule: कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सीएचएसएल अनफेयर मीन्स (SSC CHSL Unfair Means - UFM rule) नियम को लेकर स्पष्टीकरण दिया है। साथ ही एसएससी ने अयोग्य करार दिए गए उम्मीदवारों की शिकायत की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित करने का निर्णय लिया है। नोटिस में आयोग ने न सिर्फ अभ्यर्थियों की उम्मीदवारी रद्द करने का कारण बताया है बल्कि परीक्षा में बैठने वाले और पास होने वालों का आंकड़ा भी बताया है। एसएससी के नोटिस के मुताबिक SSC CHSL tier II परीक्षा के लिए 45,101 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए गए थे। 36,112 उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे। 25 फरवरी को रिजल्ट जारी किया गया था और 5,918 संभावित वैकेंसी के लिए 32,600 उम्मीदवार स्किल टेस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए थे। आखिर में इनमें से 4,560 उम्मीदवारों को अनफेयर मीन्स नियम के आधार पर रिजेक्ट कर दिया गया था।
एसएससी ने कहा, 'उम्मीदवारों को आंसर बुक में अपनी व्यक्तिगत पहचान जैसे नाम, रोल नंबर, मोबाइल नंबर, पता आदि लिखने की सख्त मनाही थी। जिन उम्मीदवारों ने इस नियम का उल्लंघन किया, उन्हें मूल्यांकन प्रक्रिया हो जाने के बाद भी जीरो मार्क्स दिए गए। हालांकि अधिकांश उम्मीदवारों ने एसएससी के इस नियम का पालन किया। लेकिन 4,560 उम्मीदवारों ने नियमों की अनदेखी की। अब उम्मीदवारों की शिकायतों के मद्देनजर एक कमिटी गठित की जाएगी जो इस पर अपनी सिफारिश देगी।
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ था मामला
ट्विटर पर शनिवार को एसएससी की सीएचएसएल परीक्षा ट्रेंड बन गया था। इसमें परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थियों ने एसएससी द्वारा जारी की गई मार्किंग स्कीम को धोखा बताया और दोबारा से परिणाम जारी करने की मांग की थी। उम्मीदवार #SSC_UNFAIR_UFM #ssc imaginary ufm नाम से अभियान चलाकर ट्रेंड कर रहे थे।
छात्रों की यही मांग है कि वाट यानी अनफेयर मीन्स रूल को हटाया जाए और सीएचएसएल टियर 2 परीक्षा का रिजल्ट दोबारा जारी किया जाए। सीएचएसएल के उम्मीदवारों का कहना है कि टियर 2 परीक्षा जिसमें पत्र लिखने को कहा गया था, उन्होंने पत्र में पते की जगह काल्पनिक पता लिखा था लेकिन इसे यूएफएम में आंका गया और उन्हें जीरो नंबर देकर फेल कर दिया गया। उम्मीदवारों ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
इस परीक्षा में सफल हुए पोस्टल असिस्टेंट, शॉर्टिंग असिस्टेंट, जूनियर सेक्रेटरी असिस्टेंट, डीईओ, एलडीसी आदि पदों के लिए उम्मीदवारों को टाइपिंग टेस्ट/डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट (DEST) के लिए बुलाया गया।
एसएससी सीएचएसएल टायर-2 पहले चरण की परीक्षा 1 से 11 जुलाई 2019 के बीच आयोजित की गई थी। सीएचएसएल 2018 के लिए देशभर से 29.68 लाख परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 13.17 यानी 44.37 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए थे। वहीं सीएचएसएल 2018 टियर 2 परीक्षा 29 सितंबर में आयोजित की गई थी।
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