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SSC CHSL 2018 UFM मामला: एसएससी ने अयोग्य करार दिए गए उम्मीदवारों को दी बड़ी राहत

SSC CHSL UFM Rule:  कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सीएचएसएल (10+2) भर्ती परीक्षा के उन सभी 4560 अभ्यर्थियों को छूट ( one-time exemption ) देने का फैसला किया है जिन्हें अनफेयर मीन्स नियम (SSC...

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीThu, 6 Aug 2020 11:21 AM
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SSC CHSL UFM Rule:  कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) ने सीएचएसएल (10+2) भर्ती परीक्षा के उन सभी 4560 अभ्यर्थियों को छूट ( one-time exemption ) देने का फैसला किया है जिन्हें अनफेयर मीन्स नियम (SSC Unfair Means - UFM rule) के आधार पर अयोग्य करार दे दिया गया था। ये छूट सिर्फ एक बार के लिए दी गई है। आयोग ने इस संबंध में अपनी आधिकारिक वेबसाइट ssc.nic.in पर नोटिस भी जारी कर दिया है। अब इन उम्मीदवारों का इसी के मुताबिक रिजल्ट जारी करने की प्रक्रिया आगे बढ़ाई जाएगी।

गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से अभ्यर्थी अनफेयर मीन्स रूल को हटाने और सीएचएसएल टियर 2 परीक्षा का रिजल्ट दोबारा जारी करने की मांग कर रहे थे।

मामले को देखने के लिए बनाई गई समिति ने 16 जुलाई 2020 को आयोग को अपनी रिपोर्ट  सौंपी थी। रिपोर्ट में डिसक्वालिफाई किए गए उम्मीदवारों को UFM नियम से एक बार की छूट देने की बात कही गई।

एसएससी के ताजा नोटिस के मुताबिक 29 सितंबर को SSC CHSL tier II परीक्षा आयोजित हुई थी। इस परीक्षा के लिए 45,101 उम्मीदवार शॉर्टलिस्ट किए गए थे। 36,112 उम्मीदवार परीक्षा में बैठे थे। 25 फरवरी को रिजल्ट जारी किया गया था और 5,918 संभावित वैकेंसी के लिए 30,822 उम्मीदवार (प्रोविजनली) स्किल टेस्ट के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए थे। असफल उम्मीदवारों में 4,560 उम्मीदवारों को अनफेयर मीन्स नियम के आधार पर रिजेक्ट कर दिया गया था। 

कुछ दिनों पहले स्पष्टीकरण देते हुए एसएससी ने कहा था-, 'उम्मीदवारों को आंसर बुक में अपनी व्यक्तिगत पहचान जैसे नाम, रोल नंबर, मोबाइल नंबर, पता आदि लिखने की सख्त मनाही थी। जिन उम्मीदवारों ने इस नियम का उल्लंघन किया, उन्हें मूल्यांकन प्रक्रिया हो जाने के बाद भी जीरो मार्क्स दिए गए। हालांकि अधिकांश उम्मीदवारों ने एसएससी के इस नियम का पालन किया। लेकिन 4,560 उम्मीदवारों ने नियमों की अनदेखी की।' 

ट्विटर पर ट्रेंड हुआ था मामला
ट्विटर पर एसएससी की सीएचएसएल परीक्षा ट्रेंड बन गया था। इसमें परीक्षा में शामिल हुए विद्यार्थियों ने एसएससी द्वारा जारी की गई मार्किंग स्कीम को धोखा बताया था और दोबारा से परिणाम जारी करने की मांग की थी। उम्मीदवार #SSC_UNFAIR_UFM  #ssc imaginary ufm नाम से अभियान चलाकर ट्रेंड कर रहे थे।

छात्रों की यही मांग थी कि अनफेयर मीन्स रूल को हटाया जाए और सीएचएसएल टियर 2 परीक्षा का रिजल्ट दोबारा जारी किया जाए। सीएचएसएल के उम्मीदवारों का कहना है कि टियर 2 परीक्षा जिसमें पत्र लिखने को कहा गया था, उन्होंने पत्र में पते की जगह काल्पनिक पता लिखा था लेकिन इसे यूएफएम में आंका गया और उन्हें जीरो नंबर देकर फेल कर दिया गया।

इस परीक्षा में सफल हुए पोस्टल असिस्टेंट, शॉर्टिंग असिस्टेंट, जूनियर सेक्रेटरी असिस्टेंट, डीईओ, एलडीसी आदि पदों के लिए उम्मीदवारों को टाइपिंग टेस्ट/डेटा एंट्री स्पीड टेस्ट (DEST) के लिए बुलाया गया।

एसएससी सीएचएसएल टायर-2 पहले चरण की परीक्षा 1 से 11 जुलाई 2019 के बीच आयोजित की गई थी। सीएचएसएल 2018 के लिए देशभर से 29.68 लाख परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 13.17 यानी 44.37 प्रतिशत परीक्षा में शामिल हुए थे। वहीं सीएचएसएल 2018 टियर 2 परीक्षा 29 सितंबर में आयोजित की गई थी। 

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