RRC Exam: रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ की परीक्षा पर उठे सवाल, उम्मीदवार बोले- नेगेटिव मार्किंग में 90 से अधिक अंक लाना आसान नहीं
रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ ( आरआरसी ) की ओर से आयोजित रेलवे में प्रमोशन की परीक्षा का परिणाम आने के बाद इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसे लेकर ट्विटर पर भी हैशटैग चलाया जाने लगा है। आरआरसी प्रयागराज की ओर से...
रेलवे भर्ती प्रकोष्ठ ( आरआरसी ) की ओर से आयोजित रेलवे में प्रमोशन की परीक्षा का परिणाम आने के बाद इसे लेकर सवाल उठने लगे हैं। इसे लेकर ट्विटर पर भी हैशटैग चलाया जाने लगा है। आरआरसी प्रयागराज की ओर से कराई गई सामान्य विभागीय प्रतियोगिता परीक्षा ( जीडीसीई ) पर उठाए गए सवालों को अफसरों तक पहुंचाया जा रहा है। अभ्यर्थी परीक्षा में अनियमितता की जांच की मांग कर रहे हैं। आरआरसी प्रयागराज के अध्यक्ष को शिकायती पत्र दिया है।
आरआरसी की ओर से आयोजित रेलवे में प्रमोशन के लिए परीक्षा चार अगस्त से छह अगस्त तक हुई थी। प्रयागराज, कानपुर, आगरा, मथुरा, नोएडा, लखनऊ, गाजियाबाद, झांसी, ग्रेटर नोएडा, वाराणसी एवं ग्वालियर में रेलकर्मी ग्रुप सी के 329 पदों पर प्रमोशन के लिए परीक्षा दी थी। परीक्षा संपन्न होने के कुछ दिन बाद ही आरआरसी प्रयागराज की ओर से कैंडिडेट रिस्पांस सीट जारी की गई। चेयरमैन को भेजे गए पत्र में परीक्षा देने वाले अभ्यर्थी भोलाराम, त्रिलोकीनाथ, उमेश कुमार, शशि कांत यादव, इंद्रपाल सिंह आदि ने कहा है कि परीक्षा के दौरान संबंधित केंद्रों में काफी अनियमितता बरती गई।
अभ्यर्थियों का कहना है कि निगेटिव मार्किंग वाली परीक्षा में 90 से अधिक अंक लाना आसान नहीं होता, लेकिन इस परीक्षा में कुछ अभ्यर्थियों को शत प्रतिशत अंक मिले। चेयरमैन को भेजे गए पत्र में ऐसे कुछ अभ्यर्थियों के नाम भी भेजे गए जिन्होंने सभी सवालों के जवाब सही दिए। यह भी बताया कि कुछ ने ट्रैक मेंटेनर की परीक्षा में जहां 90 से ज्यादा अंक प्राप्त किए तो उन्हीं अभ्यर्थियों को एएसएम और गुड्स गार्ड की परीक्षा में माइनस में नंबर प्राप्त हुए। आरोप है कि परीक्षा में अनियमितता बरती गई, इसलिए इसकी जांच की जाए। हालांकि आरआरसी चेयरमैन अतुल मिश्र का कहना है कि परीक्षा में पूरी पारदर्शिता बरती गई है। उन्हें शिकायत नहीं मिली है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।