RRB भर्ती 2018: रेलवे के मेडिकल में फेल और AIIMS में हुआ पास
RRB ALP Recruitment : आरआरबी इलाहाबाद की सहायक लोको पायलट-2018 भर्ती के मेडिकल में फेल किया गया अभ्यर्थी फरियाद लेकर दर-दर भटक रहा है। दरअसल, रेलवे डॉक्टरों की ओर से फेल किए जाने के बाद उसने दिल्ली...
RRB ALP Recruitment : आरआरबी इलाहाबाद की सहायक लोको पायलट-2018 भर्ती के मेडिकल में फेल किया गया अभ्यर्थी फरियाद लेकर दर-दर भटक रहा है। दरअसल, रेलवे डॉक्टरों की ओर से फेल किए जाने के बाद उसने दिल्ली में एम्स, सदरजंग अस्पताल और शार्प साइट सेंटर में विशेषज्ञ डॉक्टरों से जांच कराई। इन सभी डॉक्टरों की जांच में उसे पूरी तरह पास किया गया। ऐसे में सहायक लोको पायलट की नौकरी की आस लिए अभ्यर्थी तीन दिनों से उत्तर मध्य रेलवे के केंद्रीय चिकित्सालय और दफ्तर के चक्कर काट रहा है।
बिहार के आरा के रहने वाले बीटेक पास राजकुमार सिंह ने आरआरबी इलाहाबाद की सहायक लोको पायलट भर्ती-2018 में आवेदन किया था। प्री और मेन्स पास करने के बाद उसे नौ अगस्त को मेडिकल के लिए बुलाया गया। राजकुमार सिंह को उत्तर मध्य रेलवे के इलाहाबाद मंडल के अधीन कानपुर रेलवे हॉस्पिटल में मेडिकल के लिए भेजा गया। वहां रेलवे डॉक्टर ने आंखों की जांच में उसे फेल कर दिया। इसके बाद पास के एक निजी अस्पताल में भेजकर जांच कराई। यहां अभ्यर्थी को 2800 रुपये भी जमा करने पड़े। राजकुमार के मुताबिक यहां से रिपोर्ट लेकर जाने पर रेलवे डॉक्टर ने कहा कि इससे कुछ पता नहीं चल रहा कि तुम जांच कराकर आए हो या नहीं। इसके बाद उसे फेल करार दे दिया गया। इसके बाद राजकुमार ने दिल्ली जाकर एम्स और सफदरजंग अस्पताल के साथ ही प्रतिष्ठित आंख के अस्पताल शार्प साइट सेंटर में डॉ. अनुराग वाही से आंख की जांच कराई। इन सभी जगहों पर उसकी आंखों को पूरी तरह फिट करार दिया गया। जांच सर्टिफिकेट लेकर राजुकमार सोमवार से उत्तर मध्य रेलवे के केंद्रीय चिकित्सालय और कानपुर रेलवे हॉस्पिटल के चक्कर लगाकर बुधवार की शाम बिहार लौट गया।
रो-रोकर सुनाई फरियाद
बिहार पुलिस से रिटायर लाल किशुन के दो बेटों में छोटा राजकुमार अपनी पीड़ा बताते-बताते फफक कर रो पड़ा। दुर्घटना में पैर खराब होने से बड़ा भाई कुछ कर पाने में नाकाम है। पूरे परिवार की जिम्मेदारी पिता की पेंशन और राजकुमार के ट्यूशन पढ़ाकर जुटाए जा रहे पैसों से चल रही है।
मेडिकल बोर्ड में भेजे जाएंगे ऐसे मामले
राजकुमार सिंह जैसे कई और अभ्यर्थी हैं जो कि मेडिकल जांच में फेल किए गए हैं। इन अभ्यर्थियों का भी दावा है कि उन्हें गलत तरीके से फेल किया गया है। आरआरबी के चेयरमैन आरए जमाली ने स्वीकारा कि अभ्यर्थियों की ओर से इस तरह की शिकायतें मिल रही हैं। ऐसे मामलों को संकलित कर मेडिकल बोर्ड बैठाने के बारे में रेलवे बोर्ड को प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से मंजूरी मिलने पर मेडिकल बोर्ड गठित करके अभ्यर्थियों को अपील का मौका दिया जाएगा। एक हजार रुपये शुल्क जमा करके अभ्यर्थी अपील कर सकेंगे। इन अभ्यर्थियों की जांच मेडिकल बोर्ड से कराकर अंतिम निर्णय लिया जा सकेगा।
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