रेलवे भर्ती परीक्षा 2020 : जानें RRB NTPC , RRC ग्रुप डी और मिनिस्टीरियल आइसोलेटेड एग्जाम का शेड्यूल
रेलवे में विभिन्न पदों के लिए पूर्व में निकाली गई रिक्तियों के लिए 15 दिसंबर से परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। सबसे पहले आइसोलेटेड व मिनिस्टीरियल (स्टेनो व अध्यापक) श्रेणी की परीक्षाएं होंगी और उसके...
रेलवे में विभिन्न पदों के लिए पूर्व में निकाली गई रिक्तियों के लिए 15 दिसंबर से परीक्षाएं शुरू होने जा रही हैं। सबसे पहले आइसोलेटेड व मिनिस्टीरियल (स्टेनो व अध्यापक) श्रेणी की परीक्षाएं होंगी और उसके बाद नॉन टेक्निकल पॉपुलर कैटेगरी (एनटीपीसी) और ग्रुप डी (लेवल-1) पदों की परीक्षाएं होंगी। इस बीच अगले साल अगस्त तक पहले की भर्ती परीक्षाओं में चयनित सभी अभ्यर्थियों की ट्रेनिंग भी पूरी हो जाएगी। इन सभी को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं, लेकिन कोरोना काल के चलते प्रशिक्षण शुरू नहीं हो पाया है।
मिनिस्टीरियल आइसोलेटेड कैटेगरी परीक्षा 15 दिसंबर से, RRB NTPC परीक्षा 28 दिसंबर से और RRC ग्रुप डी भर्ती परीक्षा 15 अप्रैल से
रेल बोर्ड के अध्यक्ष एवं सीईओ विनोद कुमार यादव ने मंगलवार को वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि रेलवे ने विभिन्न पदों के लिए कोरोना काल के पहले जो आवेदन आए थे उनके लिए परीक्षाओं की शुरुआत 15 दिसंबर से होने जा रही है। इनमें स्टेनो व अध्यापक श्रेणी के 1663 पदों के लिए 15 से 18 दिसंबर के बीच में कंप्यूटरीकृत परीक्षा आयोजित की जाएगी। इन पदों के लिए एक लाख तीन हजार आवेदन आए हैं। इसके बाद गैर तकनीकी पॉपुलर श्रेणी जिनमें स्टेशन मास्टर, गार्ड, ऑफिस क्लर्क, कमर्शियल क्लर्क आदि के 35208 पदों के लिए 28 दिसंबर से अगले साल मार्च तक परीक्षाओं का आयोजन होगा। इन पदों के लिए एक लाख 28 हजार अभ्यर्थी हैं। संरक्षा श्रेणी में लेवल-एक ( RRC ग्रुप डी भर्ती परीक्षा ) के ट्रैक मेंटेनेंस, पॉइंट्स मैन आदि के 103769 पदों के लिए 15 अप्रैल से जून 2021 तक परीक्षाएं होंगी। इन पदों के लिए एक करोड़ 15 लाख आवेदन आए हैं। इस तरह कुल 140640 पदों के लिए दो करोड़ 44 लाख अभ्यर्थी परीक्षाएं देंगे।
यादव ने कहा कि जिन लोगों को कोरोना काल के पहले विभिन्न पदों के लिए चयनित किया गया है उनके प्रशिक्षण का काम भी शीघ्र शुरू हो रहा है। कोरोना काल के चलते उनको ट्रेनिंग नहीं दी जा सकी थी। अब अगस्त 2021 तक पूरी कर ली जाएगी।
माल लदान में नया रिकॉर्ड :
यादव ने कहा कि कोरोना काल के बावजूद रेलवे ने माल भाड़े के लदान और राजस्व में पिछले साल के नवंबर माह का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बीते साल नवंबर में 101 मिलियन टन माल लदान की तुलना में इस बार नवंबर में 110 मिलियन टन माल लदान किया गया है जो 9 फ़ीसदी ज्यादा है। इसके साथ ही माल लदान से राजस्व में भी 450 करोड़ रुपये ज्यादा अर्जित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि इस साल दिवाली और छठ नवंबर में होने के बावजूद भी यह आंकड़ा हासिल किया गया है। जबकि पिछले साल दिवाली और छठ अक्टूबर माह में थे।
ट्रेनों में यात्री बढ़े :
यात्री सेवाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि अभी 908 विशेष ट्रेनों का परिचालन हो रहा है। इनमें से 460 ट्रेन पूरी तरह पूरी तरह भरकर जा रही है, जबकि 400 ट्रेन में 52 से 100 फीसद के बीच में यात्री है। इस बीच 20 अक्टूबर से 30 नवंबर के बीच में 566 फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनों का संचालन किया गया। 20 क्लोन ट्रेन भी चलाई गई हैं। साथ ही कोलकाता मेट्रो और मुंबई सबअर्बन में भी ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है।
पैसेंजर ट्रेन की जगह मेमू :
यादव ने एक सवाल के जवाब में साफ किया कि देश में सभी पैसेंजर ट्रेनों को मेल मेल एक्सप्रेस में नहीं बदला जाएगा। गांव के स्टेशनों को सुविधा देना रेलवे की प्राथमिकता है और वह जारी रहेगी। पैसेंजर ट्रेनों को गति देने के लिए उनकी जगह मेमू ट्रेनों का संचालन किया जाएगा। क्योंकि अधिकांश ट्रैक का विद्युतीकरण हो चुका है। मेमू ट्रेन की गति तेज होती है और इससे यात्रियों को लाभ मिलेगा। जबकि पैसेंजर और मामू ट्रेन का किराया एक जैसा ही होता है,जिससे गांव गरीब के लोगों पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
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