Republic Day 2023: लंबी नहीं गणतंत्र दिवस पर दें यह 10 लाइन की स्पीच
रिपब्लिक डे हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन साल 1950 में भारत का संविधान को अफनाया गया था। रिपब्लिक डे के दिन स्कूल, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पीच, निबंध लेखन प्रतियोगिता होती है। इ
रिपब्लिक डे हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिन साल 1950 में भारत का संविधान को अफनाया गया था। रिपब्लिक डे के दिन स्कूल, कॉलेजों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, स्पीच, निबंध लेखन प्रतियोगिता होती है। इसके साथ ही बच्चों को मिठाई भी बांटी जाती हैं। अगर आप भी स्कूल में रिपब्लिक डे पर निबंध लेखन और भाषण की तैयारी कर रहे हैं, तो यहां आपके लिए 10 लाइन की स्पीच भी है और साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि आपको अपनी स्पीच में किन बातों को ध्यान रखना होगा। अपनी स्पीच को ज्यादा बड़ा न बनाएं, स्टूडेंट्स लंबी स्पीच न याद कर सकते हैं और न ही सुनना पसंद करते हैं। इसलिए सभी प्वाइंट्स के साथ छोटी स्पीच होनी चाहिए। यह दिन क्यों मनाया जाता है और इस दिन का क्या महत्व, बी आर अंबेडकर, भारतीय संविधान, मौलिक कर्तव्य और अधिकार के बारे में स्पीच में जरूर लिखें। स्पीच में ज्यादा कठिन शब्द और वाक्य न लिखें। स्पीच बोलने की कई बार प्रैक्टिस करें।
यहां पढ़ें स्पीच
आदरणीय मुख्य अतिथि/प्रधानाचार्य, मेरे अध्यापकगण और मेरे साथियों...
1.गणतंत्र दिवस पर हर साल 26 जनवरी को मनाया जाता है, क्योंकि इस दिन साल 1950 को भारत का संविधान लागू हुआ था।
2.डॉ भीमराव अंबेडकर भारतीय संविधान की ड्राफ्टिंग कमेटी के अध्यक्ष थे, इसलिए उन्हें भारतीय संविधान का पिता भी कहा जाता है। इसी दिन से हर भारतीय के लिए 26 जनवरी का दिन गणतंत्र दिवस बन गया, जब उसका अपना संविधान और कानून बना और ब्रिटिश राज से उन्हें आजादी मिल गई ।
3.26 जनवरी का दिन इसलिए भी चुना गया क्योंकि 1930 में, इसी दिन भारतीय कांग्रेस ने भारत को पूर्ण स्वराज घोषित किया था।
4.आपको बता दूं कि दोस्तों वैसे तो हर साल गणतंत्र दिवस पर देश के हर राज्य में कई कार्यक्रम होते हैं लेकिन सबसे बड़ा कार्यक्रम दिल्ली के राजपथ पर होता है। राजपथ पर गणतंत्र दिवस की भव्य परेड निकलती है>
5.जिसमें हमारे देश की सैन्य ताकत और सांस्कृतिक विविधता की झलक देखने को मिलती है। भारत के राष्ट्रपति इस परेड की अध्यक्षता करते हैं और रक्षा मंत्रालय द्वारा इसका आयोजन किया जाता है।
6.भारत के संविधान में दिए गए मूल कर्तव्यों, मौलिक अधिकार का वर्णन किया है, एक भारतीय नागरिक होने के नाते हम सभी को इनका पालन करते हुए संवैधानिक आदर्शों, संस्थाओं, राष्ट्रध्वज व राष्ट्रीय सम्म्प्रतीकों का आदर करना चाहिए।
7.दुनियाभर के तमाम संविधानों को बारीकी से देखने-परखने के बाद डॉ. बीआर अंबेडकर ने भारतीय संविधान का मसौदा तैयार किया था।
8.गणतंत्र दिवस का समापन आधिकारिक तौर पर 29 जनवरी को ‘बीटिंग रिट्रीट’ सेरेमनी के साथ होता है।
9.मैं उन महान नेताओं और स्वतंत्रता सेनानियों को धन्यवाद देते हुए अपना भाषण समाप्त करना चाहता हूं, जिन्होंने अपने जीवन का बलिदान दिया, ताकि हम एक लोकतांत्रिक राष्ट्र में रह सकें।
10.इसके साथ ही मुझे आप सबने मुझे अपने विचार रखने का अवसर दिया, इसके लिए आप सभी का एक बार फिर से धन्यवाद। जय हिन्द! भारत माता की जय! वंदेमातरम्!
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