REET EXAM 2021 : भाजपा ने की रीट परीक्षा धांधली की सीबीआई जांच की मांग
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भाजपा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) धांधली मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की हैं। भाजपा...
राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) भाजपा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) धांधली मामले की केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने की मांग की हैं।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सतीश पूनियां ने आज यहां भाजपा प्रदेश मुख्यालय में प्रेस वातार् में यह मांग की। उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा को इस मामले में नैतिकता के आधार पर अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिये। श्री डोटासरा के इस्तीफा नहीं देने पर श्री गहलोत को उन्हें बखार्स्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि रीट पेपर लीक धांधली का मास्टरमाइंड बत्ती लाल मीणा कांग्रेस का रजिस्टर्ड कार्यकतार् है, जिसकी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के साथ फोटो सोशल मीडिया पर चल रही है और भी कांग्रेस के कई बड़े नेताओं के साथ उसके फोटो वायरल हो रहे हैं। बत्तीलाल मीणा की पृष्ठभूमि में जायें तो श्री डोटासरा सहित कई बड़े कांग्रेस नेताओं के साथ उसके संबंध होने की जानकारी सामने आयी है।
डॉ. पूनिया ने कहा कि जब सरकार कमजोर होती है। तभी पचेर् लीक होते हैं और गहलोत सरकार की बुनियाद ही कमजोर है, इसलिये युवाओं के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है।
उन्होंने कहा कि श्री गहलोत ने रीट परीक्षा को पारदशीर् तरीके से कराने के लिये तमाम इंतजाम, परिवहन, मुफ्त भोजन की व्यवस्था की बड़ी-बड़ी बातें कहीं, लेकिन हवाई चप्पल में ब्लूटूथ का आविष्कार गहलोत सरकार के शासन में हुआ है, जिससे रीट परीक्षा में बड़े स्तर पर धांधली हुई। लाखों परीक्षार्थियों के सपनों पर कुठाराघात हुआ, सरकार के पास कोई कार्ययोजना नहीं है, इंटरनेट भी बंद कर दिया, इसके बावजूद पेपर लीक होने से सरकार नहीं रोक पाई। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा हितों को ध्यान में रखते हुये जब इंटरनेट बंद किया जाता है, तो कांग्रेस उस पर सवाल खड़े करती है, और राजस्थान में इंटरनेट बंद करने को सही बताती है।
उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार वादाखिलाफी के लिये जानी जाती है, जिसने किसानों-युवाओं के साथ धोखा किया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वर्ष 2०18 में किसानों से सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी का वादा किया था, लेकिन आज तक पूरा नहीं किया, प्रदेश के करीब 6० लाख किसान 1.2० लाख करोड़ के कर्जमाफी के इंतजार में हैं, कई किसान आत्महत्या भी कर चुके हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पेपर लीक नहीं होने की बात कह रही है, अगर पेपर लीक नहीं हुआ तो सरकार ने इतने बड़े स्तर पर अधिकारियों व कर्मचारियों को निलंबित क्यों किया।
उन्होंने कहा कि एसआई, आरएएस, जेइएन परीक्षाओं में बड़े स्तर पर घोटाले के मामले सामने आ चुके हैं। नकल रोकने में विफल गहलोत सरकार के शासनकाल में ऐसे हालात हो चुके हैं कि आरपीएससी कांग्रेस लोक सेवा आयोग बन चुका है।
डाॅ पूनिया ने कहा कि भारतीय जनता युवा मोचार् रीट परीक्षा मामले को लेकर प्रदेश के सभी जिलों में आंदोलन करेगा और युवाओं को न्याय नहीं मिलने तक भाजपा लगातार आंदोलन के जरिये आवाज उठाती रहेगी।
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