रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय: पीएचडी प्रवेश के लिए रिजल्ट जारी, दो साल पुराने जेआरएफ पास पीएचडी में अपात्र
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय में पहली बार पीएचडी में प्रवेश होगा। इसके लिए अंतिम परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया गया है। परिणाम में दो साल पहले जेआरएफ पास करने वाले अभ्यर्थियों
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय में पहली बार पीएचडी में प्रवेश होगा। इसके लिए अंतिम परिणाम गुरुवार को जारी कर दिया गया है। परिणाम में दो साल पहले जेआरएफ पास करने वाले अभ्यर्थियों को अपात्र घोषित किया गया है। इस पर अभ्यर्थियों ने नाराजी जाहिर की है। इनका कहना है कि जेआरएफ अभ्यर्थियों को लिखित परीक्षा से छूट मिली थी और वे सीधे इंटरव्यू में शामिल हुए थे।
अभ्यर्थियों का आरोप है कि विश्वविद्यालय की ओर से जारी किए गए आवेदन पत्र में दो साल पुराने जेआरएफ छात्रों को अपात्र घोषित करने की बात नहीं की गई थी। और न ही कहीं भी इस तरह की गाइडलाइन दी गई थी। परिणाम जारी करने के दौरान विश्वविद्यालय ने अचानक नियम में परिवर्तन कर दिया। अभ्यिर्थियों का कहना है कि यदि पुराने जेआरएफ छात्रों का चयन नहीं करना था तो उनकी नेट उत्तीर्ण छात्रों की तरह परीक्षा करानी चाहिए। परीक्षा का मौका भी उन्हें नहीं दिया गया।
कुलपति प्रो. अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि पीएचडी प्रवेश का अंतिम रिजल्ट जारी कर दिया गया है। दो जुलाई तक चयनित अभ्यर्थी फीस जमा कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि जेआरएफ उत्तीर्ण छात्रों का चयन किया गया गया है। यूजीसी की गाइडलाइन के अनुसार दो साल पुराने उत्तीर्ण छात्रों को सिर्फ नेट उत्तीर्ण माना जा रहा है। उनकी स्कालशिप दो साल में बंद हो जाती है। यदि दो साल पहले जेआरएफ पास करने वाले अभ्यर्थी को पीएचडी में प्रवेश लेना है तो लिखित परीक्षा प्लस इंटरव्यू देना होता है। दो साल पुराने जेआरएफ अभ्यर्थियों ने लिखित परीक्षा नहीं दी थी। वह सीधे इंटरव्यू में शामिल हुए थे। उन्होंने आवेदन में यह नहीं दर्शाया था कि जेआरएफ किस साल का है।
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