राजस्थान द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा 2022 पेपर लीक केस में RPSC के सदस्य सहित तीन लोग हिरासत में
RPSC Recruitment Exam Paper Leak: राजस्थान लोक सेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में एसओजी ने बड़ी कामयाबी हासिल करते हुए आयोग के सदस्य समेत 3 लोगों को हिरासत में लिय
राजस्थान पुलिस के विशेष दल (एसओजी) ने द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा-2022 के पेपर लीक मामले में राज्य लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के एक सदस्य बाबूलाल कटारा और दो अन्य लोगों को हिरासत में लिया है। एसओजी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी। एसओजी ने मामले में आरपीएससी के सदस्य बाबूलाल कटारा, उसके भतीजे विजय कटारा और आरपीएससी में चालक पद पर कार्यरत गोपाल सिंह को हिरासत में लिया है। गौरतलब है कि आयोग ने द्वितीय श्रेणी अध्यापक भर्ती परीक्षा का आयोजन दिसंबर में किया था जिसका प्रश्नपत्र लीक हो गया था। आयोग के सदस्य को हिरासत में लिए जाने के बाद भाजपा ने पेपर लीक को लेकर अशोक गहलोत नीत राज्य की कांग्रेस सरकार पर हमला तेज कर दिया है और आरपीएससी के अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग की है।
भाजपा नेताओं ने मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच कराने की मांग की है। दूसरी ओर, मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि सरकार दोषियों के लिए सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित करेगी। गहलोत ने ट्वीट किया है, ''द्वितीय श्रेणी शिक्षक (भर्ती परीक्षा) पेपर लीक मामले में राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) के सदस्य बाबूलाल कटारा एवं अन्य दो आरोपियों को एसओजी ने हिरासत में लिया है। युवाओं के हितों से खिलवाड़ करने वाला व्यक्ति किसी भी स्तर का हो, सरकार उसे सख्त से सख्त सजा सुनिश्चित करेगी।'' एक आधिकारिक बयान कि अनुसार, पेपर लीक गिरोह का पता लगाने के लिए आरोपियों से गहन पूछताछ की जा रही है। नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने बीकानेर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि आरपीएससी सदस्य को हिरासत में लिया जाना सरकार पर धब्बा है और सरकार को उन्हें (आरपीएससी अध्यक्ष) बर्खास्त कर देना चाहिए। आरपीएससी पर पूर्णत: भ्रष्ट होने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, ''मुख्यमंत्री को आरपीएससी के अध्यक्ष और अन्य सदस्यों को बर्खास्त कर देना चाहिए।'' अजमेर उत्तर से भाजपा विधायक और पूर्व मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि मामले की सीबीआई या न्यायिक जांच के आदेश दिए जाने चाहिए। उन्होंने अजमेर में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, ''यह सिर्फ एक सदस्य नहीं है बल्कि पूरा बोर्ड पेपर तय करता है इसलिए पूरा आरपीएससी जिम्मेदार है।
आरपीएससी के अध्यक्ष को नैतिक आधार पर इस्तीफा देना चाहिए या सरकार को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।'' आरपीएससी का कार्यालय अजमेर में स्थित है। गौरतलब है कि उदयपुर पुलिस को बस की तलाशी के दौरान उसमें मौजूदा परीक्षार्थियों के पास से प्रश्नपत्र मिला था, जिसके बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया था। एसओजी ने हाल ही में इस मामले में ओडिशा से एक शिक्षक शेर सिंह मीणा को गिरफ्तार किया था। पूछताछ के दौरान मिली जानकारी के आधार पर एसओजी ने मंगलवार सुबह बाबूलाल कटारा, उनके भतीजे विजय कटारा और आरपीएससी में ड्राइवर गोपाल सिंह को हिरासत में लिया। पिछले साल दिसंबर में द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मामले में 37 अभ्यर्थियों समेत कुल 55 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में भूपेंद्र सारण और सुरेश ढाका मुख्य आरोपी हैं। सारण को हाल ही में गिरफ्तार किया गया था जबकि ढाका अब भी फरार है।
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