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विश्वविद्यालयों में असमय परीक्षा व रिजल्ट की देरी से बढ़ी परेशानी, BPSC, BSSC, Police bharti परीक्षाओं में आवेदन से चूक रहे छात्र

विश्वविद्यालयों का सत्र विलंब होने से राज्य के लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर है। देरी की वजह से कई छात्र न तो दूसरे राज्यों के बेहतर संस्थानों में दाखिला ले पा रहे हैं और न ही प्रतियोगी परीक्

Anuradha Pandey वरीय संवाददाता, पटनाFri, 9 Dec 2022 09:00 AM
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विश्वविद्यालयों का सत्र विलंब होने से राज्य के लाखों छात्र-छात्राओं का भविष्य दांव पर है। देरी की वजह से कई छात्र न तो दूसरे राज्यों के बेहतर संस्थानों में दाखिला ले पा रहे हैं और न ही प्रतियोगी परीक्षाओं का फॉर्म समय पर भर पा रहे हैं। सत्र का विलंब होना उनके कॅरियर को नुकसान पहुंचा रहा है। कई विश्वविद्यालयों में स्थायी कुलपति नहीं होने का असर भी दिख रहा है। राज्य के विश्वविद्यालयों में डेढ़ से दो साल तक सत्र विलंब है।

बिहार में कई प्रतियोगिता परीक्षाएं होने वाली हैं। राज्य व केन्द्र स्तर पर कई प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए आवेदन लिए जा रहे हैं। सरकार की ओर से कई विभागों में रिक्तियां तय की जा रही हैं। पुलिस विभाग में 62 हजार रिक्तियों के लिए परीक्षा होगी।

बीपीएससी और बीएसएससी की ओर से भर्तियां होनी हैं, लेकिन अभ्यर्थी आवेदन से वंचित रह जा रहे हैं। छात्रों के पास स्नातक की डिग्री नहीं होने की वजह से वे आवेदन नहीं कर पा रहे हैं। समय पर स्नातक का रिजल्ट नहीं आने की वजह से दूसरे राज्यों से स्नातकोत्तर करने की योजना बनाए छात्रों का दूसरी जगहों पर दाखिला नहीं हो रहा है।

 दूसरे राज्यों में देरी के कारण छात्र-छात्राओं को नामांकन का नहीं मिल रहा है मौका

नालंदा की श्रेया कुमारी को बीपीएससी 68वीं में आवेदन देना था। वे पटना हॉस्टल में रहकर तैयारी कर रही थीं। मगध विवि के स्नातक परीक्षा का सत्र विलंब होने के कारण वह इस वर्ष आवेदन नहीं कर पाई। उनका साल बर्बाद हो गया।

कंकड़बाग के राजीव किशोर कॉलेज ऑफ कॉमर्स के छात्र हैं। पीएचडी करना है। मगध विवि से डिग्री निकालने के लिए छह महीने से लगे हैं। छह माह में तीन परीक्षा नियंत्रक और दो कुलपति बदले जा चुके हैं। इस वजह से उनको डिग्री नहीं मिल पा रही है।

सत्र 2022 के स्नातकोत्तर का सत्र थोड़ा विलंब है। पहले का सत्र लगभग सही हो चुका है। एक साल में परीक्षाओं को रास्ते पर ला दिया गया है।

— प्रो.आरके सिंह, कुलपति, पाटलिपुत्र विश्वविद्यालय।

पटना विवि में जनवरी तक स्थिति ठीक हो जाएगी। कुछ कोर्स में नामांकन में थोड़ा विलंब हुआ है। नए सत्र की परीक्षाएं भी दिसंबर से शुरू हो जाएंगी।

- प्रो. गिरीश कुमार चौधरी, कुलपति पटना विवि।

 

डिग्री निकालने में भी फजीहत

मगध विश्वविद्यालय में डिग्री निकालने के लिए छात्रों को काफी फजीहत झेलनी पड़ती है। छह महीने से आवेदन देने के बाद भी डिग्री निकलने की गारंटी नहीं है। पीएचडी के लिए पीआरटी की परीक्षा कब होगी, कोई बताने वाला नहीं है। पीआरटी की परीक्षाएं पटना विश्वविद्यालय समेत कई विवि में पिछले दो से तीन साल से लटकी हैं।

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