NIOS D.El.Ed. 2019 results: पास होने के बाद भी 12 हजार 192 शिक्षक डीएलएड से बाहर
इंटर में कम अंक आना बिहार के कई शिक्षकों को नुकसान कर गया। सूबे के 12 हजार 192 ऐसे शिक्षक हैं जो डीएलएड में उत्तीर्ण होने के बाद भी शिक्षक नहीं बने रह पायेंगे। ये शिक्षक डीएलएड परीक्षा तो पास कर...
इंटर में कम अंक आना बिहार के कई शिक्षकों को नुकसान कर गया। सूबे के 12 हजार 192 ऐसे शिक्षक हैं जो डीएलएड में उत्तीर्ण होने के बाद भी शिक्षक नहीं बने रह पायेंगे। ये शिक्षक डीएलएड परीक्षा तो पास कर गये,लेकिन इंटर के अंक की योग्यता को पूरा नहीं कर पायें।
इंटरमीडिएट में तय किये थे अंक
ज्ञात हो कि डीएलएड के परीक्षा में शामिल होने के लिए इंटरमीडिएट में सामान्य कोटि के लिए 50 फीसदी अंक होने चाहिए थीं। वहीं अन्य सभी कोटि के लिए 45 फीसदी अंक होना अनिवार्य था। लेकिन 12 हजार 192 शिक्षकों को इंटर में इतने अंक नहीं थें।
डीएलएड देने की योग्यता पूरा नहीं होने से अब इन शिक्षकों को हटाया जा सकता है। एनआईओएस के अध्यक्ष सीबी शर्मा की माने तो देश भर में कई राज्य है जहां के शिक्षक डीएलएड के लिए 12वीं की योग्यता पूरा नहीं कर रहे थे। इसमें बिहार से सबसे ज्यादा शिक्षक हैं। चुकी इन शिक्षकों को दुबारा 12वीं करने को कहा गया था। लेकिन इन्होंने नहीं किया। इससे अब ये शिक्षक बाहर हो जायेंगे।
अधिकत ने नहीं दी दुबारा 12वीं की परीक्षा
एनआईओएस ने ऐसे तमाम शिक्षकों को एनआईओएस से ही 12वीं दुबारा देने का मौका दिया था, जिन्हें 12वीं में कम अंक थे। इन शिक्षकों को डीएलएड करने के साथ एनआईओएस से ही 12वीं करने का निर्देश दिया था। लेकिन अधिकतर शिक्षक डीएलएड में तो शमिल हुए, लेकिन 12वीं नहीं किया। इससे अब डीएलएड तो पास कर गये, लेकिन 12वीं के अंक की योग्यता नहीं होने के कारण डीएलएड से बाहर हो गये।
अनुपस्थित कर रिजल्ट हुआ पेंडिंग
डीएलएड के रिजल्ट में कई शिक्षकों को अनुपस्थिति कर दिया गया। इससे उन्हें रिजल्ट नहीं मिल पाया है। ऐसे 512 शिक्षक हैं जिन्हें अनुपस्थित कर दिया गया। इसको लेकर गुरुवार को कई प्रशिक्षु शिक्षक शिक्षा विभाग के संयुक्त निदेशक से मिल कर अपनी शिकायत रखीं। प्रशिक्षु रंजय कुमार, साकेत, श्वेता , ममता आदि ने बताया कि हमने सारे एसाईमेंट जमा किये, इसके बाद भी हमें अनुपस्थित कर दिया गया हैं। विभाग ने इसे जल्द ही सुधार करने का आश्वासन दिया है।
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