NEET टॉपर को रिजल्ट के चंद घंटों बाद मिली एक और बड़ी खुशखबरी, 4 साल पहले लिए फैसले से बदली जिंदगी
नीट टॉपर बोरा वरुण चक्रवर्ती ने सोचा भी नहीं होगा कि उन्होंने महज 12 घंटों के भीतर एक और बड़ी खुशखबरी मिलेगी। बुधवार को घोषित किए गए एपी ईएएमसीईटी रिजल्ट में बोरा वरुण ने दूसरी रैंक हासिल की है।
नीट टॉपर बोरा वरुण चक्रवर्ती ने सोचा भी नहीं होगा कि उन्हें महज 12 घंटों के भीतर एक और बड़ी खुशखबरी मिलेगी। बुधवार को घोषित किए गए एपी ईएएमसीईटी (आंध्र प्रदेश इंजीनियरिंग, एग्रीकल्चर एंड फार्मेंसी कॉमन एंट्रेंस टेस्ट) रिजल्ट में बोरा वरुण ने दूसरी रैंक हासिल की है। अपनी उपलब्धि का श्रेय पिता बी राजेन्द्र को देते हुए वरुण ने कहा कि यह सब पापा के बगैर मुमकिन नहीं हो पाता। वरुण ने बताया कि जब वह 13 साल के थे, तो उनके पिता ने उनकी बेहतर पढ़ाई के लिए उन्हें दूसरे शहर में शिफ्ट कर दिया था। उनके पिता का मानना था कि जिस शहर में शिक्षा पाने की ज्यादा सुविधाएं व संसाधन होंगे, वहां रहकर अच्छा भविष्य बन सकेगा।
बोरा वरुण आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम जिले के पोलाकी मंडल एक छोटे से गांव थोटाडा के रहने वाले हैं। उनके पिता ने उन्हें कक्षा 9वीं और 10वीं विशाखापट्टनम और 11वीं व 12वीं की पढ़ाई विजयवाड़ा से करवाई। स्कूल लाइफ में हुए इन बदलावों ने उनकी कामयाबी की इबारत लिखी।
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक बोरा वरुण ने कहा, 'कक्षा 5वीं में अच्छा स्कोर करने के बाद मेरे पिता ने सुझाव दिया कि मैं बेहतर शैक्षिक सुविधाओं वाले शहर में चला जाऊं। मैंने विज़ाग में 9वीं 10वीं और विजयवाड़ा में इंटरमीडिएट पूरी की। दोनों श्री चैतन्य कैंपस थे। मेरे पिता और माता निरंतर प्रेरणा के स्रोत रहे हैं, जो मुझे अकादमिक रूप से उत्कृष्ट बनने के लिए प्रेरित करते हैं।'
बोरा वरुण के माता-पिता दोनों सरकारी स्कूल में टीचर हैं। पिता राजेन्द्र ने बताया, 'वरुण रोजाना 9 घंटे पढ़ता था। हम उसके नीट में अच्छे स्कोर के लिए आश्वस्त थे।
वरुण ने कहा कि जब पहली उत्तर कुंजी जारी की गई थी तो मुझे 715 अंकों की उम्मीद थी। जब एनटीए द्वारा अंतिम कुंजी जारी किए जाने के बाद, मुझे पता चला कि अब पूरे 720 अंक मिलेंगे। मुझे पता था कि यह एक अच्छी रैंक होगी। मैंने टॉप करने की उम्मीद नहीं की थी, लेकिन निश्चित रूप से लगा कि मैं टॉपर्स में शामिल हो जाऊंगा।”
वरुण के साथ-साथ तमिलनाडु के प्रबंजन ने भी 720 में 720 अंक लाकर नीट में टॉप किया है। दोनों विद्यार्थियों की ऑल इंडिया रैंक 1 आई है। वरुण एम्स दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहते हैं।
नीट की तैयारी के लिए टिप्स पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “मैं फिजूल की गलतियों से बचना चाहता था और समय प्रबंधन पर काम करना चाहता था। मैंने 3 घंटे में परीक्षा पूरी करने की कोशिश की। हमने सोचा था कि परीक्षा का समय 3 घंटे 20 मिनट से घटाकर 3 घंटे कर दिया जाएगा। इसलिए हमने उसी के अनुसार तैयारी की। चूंकि वास्तविक रूप से परीक्षा 3 घंटे 20 मिनट की थी, इससे मुझे मदद मिली। सबसे अहम बात समय प्रबंधन और प्रश्नों को ठीक से पढ़ना होता है।”
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