Hindi Newsकरियर न्यूज़NEET Result : NEET UG 2024 gets 67 toppers due to change in NCERT books know what went wrong

NEET में 67 टॉपर क्यों, क्या है गड़बड़झाला, NTA ने बताई इसके पीछे की कहानी

NEET Result इस बार नीट में रिकॉर्ड 67 अभ्यर्थियों ने टॉप किया है। नीट कराने वाले परीक्षा संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए का कहना है कि ऐसा एनसीईआरटी बुक्स में बदलाव के चलते हुआ है। 

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीThu, 6 June 2024 07:34 AM
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मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट का रिजल्ट इस बार बेहद चौंकाने वाला रहा। इस बार नीट में रिकॉर्ड 67 अभ्यर्थियों ने टॉप किया है। इसमें 53 लड़के और 14 लड़कियां शामिल हैं । इन सभी स्टूडेंट्स को 720 में 720 अंक (99.997129  परसेंटाइल) प्राप्त हुए हैं और सभी को रैंक 1 मिला है। टॉपरों की भरमार और कटऑफ में भारी उछाल ने मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन को लेकर स्टूडेंट्स, पेरेंट्स की टेंशन बढ़ा दी है। कंफ्यूजन के इस माहौल के बीच नीट कराने वाले परीक्षा संस्था नेशनल टेस्टिंग एजेंसी एनटीए का कहना है कि ऐसा एनसीईआरटी बुक्स में बदलाव के चलते हुआ है। एक प्रश्न के दो उत्तर होने के चलते 44 अभ्यर्थियों के अंक 715 से बढ़कर 720 हो गए। इसके अलावा इस बार बहुत से अभ्यर्थियों को परीक्षा में उनका समय बर्बाद होने की वजह से मुआवजे के तौर पर ग्रेस मार्क्स भी दिए गए।

नीट परीक्षा में केमिस्ट्री में एटॉम पर एक प्रश्न था। छात्रों को चार विकल्पों में से एक उत्तर चुनने के लिए कहा गया था, जिसमें यह बताया गया था कि प्रश्न में दिए गए दो कथनों में से कौन सा सही था। विवाद तब हुआ जब एनटीए ने प्रोविजनल आंसर -की पर आपत्तियों के बाद पाया कि दिए गए विकल्पों में से दो को एनसीईआरटी ने अपनी पुरानी और नई पुस्तकों में सही बताया था। इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मतुाब पुरानी एनसीईआरटी बुक के अनुसार, सही विकल्प था प्रत्येक तत्व के परमाणु स्थिर होते हैं। हालांकि, नई एनसीईआरटी पुस्तकों में कहा गया है कि अधिकांश तत्वों के परमाणु स्थिर होते हैं। 

एनटीए ने कहा टॉपर अधिक होने के पीछे आसान परीक्षा, रजिस्ट्रेशन में वृद्धि भी कारण हैं। एनटीए ने एक सीनियर ऑफिसर ने इंडियन एक्सप्रेस डॉट कॉम को बताया, ''एनटीए को उन सभी छात्रों को 5 अंक देने थे जिन्होंने दोनों विकल्पों में से किसी एक को चुना था। इसके कारण कुल 44 छात्रों के अंक 715 से बढ़कर 720 हो गए, जिसके चलते टॉपर्स की संख्या में इजाफा हुआ।'

नीट यूजी में रिकॉर्ड टॉपरों की संख्या होने के पीछे क्या यही एक कारण था? यह प्रश्न पूछे जाने पर एनटीए ने स्पष्ट किया कि हालांकि इस कारण ने प्रमुख भूमिका निभाई, लेकिन यह भी तथ्य है कि इस वर्ष पेपर तुलनात्मक रूप से आसान था और पंजीकरण की संख्या में भारी वृद्धि हुई थी। इससे भी टॉपर्स की संख्या में इजाफा हुआ।'

एनटीए ने छात्रों के इस दावे का भी खंडन किया है कि जनरल कैटेगरी के छात्रों के अवसर कम मिलेंगे। एनटीए अधिकारी ने कहा, 'सामान्य छात्रों के पास अभी भी उतनी ही सीटें हैं जितनी पहले थीं, और अन्य सभी श्रेणियों के लिए भी। परीक्षा तुलनात्मक रूप से आसान भी थी, इसलिए किसी को कोई नुकसान नहीं होगा।'

बढ़ी कटऑफ
इस वर्ष परीक्षा में क्वालिफाइंग मार्क्स में इजाफा देखा गया है। पिछले साल अनारक्षित श्रेणी के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स की सीमा 720-137 थी और यह इस साल बढ़कर 720-164 हो गई है। इसी तरह, ओबीसी एससी और एसटी श्रेणियों के लिए, यह पिछले साल 136-107 से बढ़कर इस साल 163-129 हो गई है।
NEET Result 2024 Live : नीट की कटऑफ क्या रही
                                                         वर्ष 2023                          वर्ष 2024

कैटेगरी    क्वालिफाइंग क्राइटेरिया    मार्क्स रेंज  छात्रों की संख्या      मार्क्स रेंज    छात्रों की संख्या
यूआर/ईडब्ल्यूएस 50वां परसेंटाइल 720-137 1014372                    720-164     1165904
ओबीसी 40वां परसेंटाइल 136-107 88592                            163-129    100769
एससी 40वां परसेंटाइल 136-107 29918                             163-129    34326
एसटी 40वां परसेंटाइल 136-107 12437                                 163-129    14478
यूआर/EWS और दिव्यांग 45वां परसेंटाइल 136-121 405     163-146    455
ओबीसी और  दिव्यांग 40वां परसेंटाइल 120-107 179                 145-129   270
एससी और  दिव्यांग 40वां परसेंटाइल 120-107 50                          145-129   55
एसटी और  दिव्यांग 40वां परसेंटाइल 120-108 23                         145-129    11

किस कैटेगरी से कितने पास
इस वर्ष नीट में पास हुए 1316268 उम्मीदवारों में से 333932 अनारक्षित श्रेणी से, 618890 ओबीसी श्रेणी से, 178738 एससी से, 68479 एसटी से और 116229 ईडब्ल्यूएस श्रेणी से हैं। इसके अलावा, विकलांग श्रेणी के 4120 उम्मीदवारों ने भी परीक्षा पास की है।

राज्यवार प्रदर्शन की बात करें तो उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक संख्या में अभ्यर्थी (1165047) पास हुए। इसके बाद महाराष्ट्र (142665), राजस्थान (121240) तथा तमिलनाडु (89426) का स्थान रहा।

56.4 विद्यार्थी पास
इस वर्ष नीट में 56.4 विद्यार्थी पास हुए हैं। 2406079 अभ्यर्थियों ने नीट परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था, जिनमें से 2333297 अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए। कुल 1316268 अभ्यर्थी परीक्षा में उत्तीर्ण हुए हैं। राजस्थान और ओडिशा दोनों राज्यों से सर्वाधिक 11-11 टॉपर हैं। इसके बाद तमिलनाडु और मध्य प्रदेश से 8-8 और महाराष्ट्र से 7 टॉपर हैं। आपको बता दें कि  नीट के जरिए ही देश के तमाम मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस, बीडीएस, बीएएमस, बीएचएमस, बीयूएमस ( MBBS, BDS, BSMS, BAMS, BHMS, BUMS ) और अन्य विभिन्न अंडर ग्रेजुएट मेडिकल कोर्सेज में दाखिला होता है। इसके अलावा मिलिट्री नर्सिंग सर्विस (एमएनएस) के लिए भी अभ्यर्थी नीट यूजी परीक्षा के मार्क्स के जरिए आर्म्ड फोर्सेज मेडिकल सर्विस हॉस्पिटल के बीएससी नर्सिंग कोर्स में एडमिशन ले सकेंगे। 

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