NEET PG: PG की सीटें नहीं रहेंगी खाली, बिहार में पीजी में अभी 192 सीटों पर नामांकन होना शेष
वहीं पिछले सत्र में 18 सीटों पर नामांकन नहीं हो सका था। यहां पर पीजी में लगभग 350 सीटें हैं। इसमें केन्द्रीय कोटे के तहत 50 सीटों पर नामांकन होता है। शेष 50सीटों के लिए बीसीईसीई काउंसिलिंग के माध्यम स
राज्य सहित देश के मेडिकल कॉलेजों में पीजी सीटों को भरने के लिए नेशनल मेडिकल कमीशन (एनएमसी) ने बड़ा निर्णय लिया है। इसबार तीसरे चरण में पास पर्सेंटाइल को शून्य कर दिया गया है। इसका फायदा राज्य के कई निजी मेडिकल कॉलेजों को मिलेगा, जहां सीटें खाली रह जाती थी। बिहार में पीजी में अभी 192 सीटों पर नामांकन होना शेष है।
वहीं पिछले सत्र में 18 सीटों पर नामांकन नहीं हो सका था। यहां पर पीजी में लगभग 350 सीटें हैं। इसमें केन्द्रीय कोटे के तहत 50 सीटों पर नामांकन होता है। शेष 50सीटों के लिए बीसीईसीई काउंसिलिंग के माध्यम से भरा जाता है। इधर नीट पीजी में पिछले तीन सालों का आकांड़ा देखा जाए तो लगातार सीटें खाली रह जा रही थीं। सीटें भरने के लिए हर वर्ष कटऑफ पर्सेंटाइल कम किया जाता रहा है।
इस बार कट ऑफ 800 अंकों में से 291 अंक रहा था इस बार नीट पीजी सामान्य व आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए न्यूनतम क्वालीफाइंग व एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया 50वां पर्सेंटाइल था, वहीं सामान्य दिव्यांग के लिए पर्सेंटाइल 44 तय थी। लेकिन अब जो बची हुई सीटों के लिए काउंसिलिंग होगी।
उसके लिए पास पर्सेंटाइल को जीरो कर दिया गया है। नीट पीजी क्वालीफाइ करने वाले छात्र एमडी, एमएस, डीएनबी और डिप्लोमा कोर्सेज में नामांकन पाते हैं। नीट पीजी की साल 2023 में सामान्य वर्ग की कट ऑफ 800 अंकों में से 291 अंक था। करीब 36 प्रतिशत अंकों की क्वालिफाइंग कट ऑफ रही थी।
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