NEET PG : एग्जाम सिटी का SMS देखते ही आग बबूला हुए कई नीट पीजी अभ्यर्थी, बोले- NBEMS टूरिज्म को बढ़ावा दे रहा
बहुत से NEET PG अभ्यर्थी अपनी एग्जाम सिटी से खुश नहीं है और उन्होंने एबीईएमएस के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है। जिन चार शहरों को प्रेफरेंस में भरा था, उसमें से उन्हें कोई भी नहीं दिया गया है
NEET PG : नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन इन मेडिकल साइंसेज (एनबीईएमएस) ने नीट पीजी परीक्षार्थियों की एग्जाम सिटी जारी कर दी है। बोर्ड ने यह डिटेल्स अपनी वेबसाइट natboard.edu.in पर नहीं बल्कि उम्मीदवारों को उनके मोबाइल पर एसएमएस भेजकर जारी की। पहले कहा गया था कि टेस्ट सिटी अलॉटमेंट लिस्ट उम्मीदवारों को उनके पंजीकृत ईमेल आईडी पर ईमेल के माध्यम से शेयर होगी। हालांकि बहुत से नीट पीजी अभ्यर्थी उन्हें अलॉट की गई एग्जाम सिटी से खुश नहीं है और उन्होंने एबीईएमएस के खिलाफ सोशल मीडिया पर मोर्चा खोल दिया है। नीट पीजी अभ्यर्थियों की शिकायत है कि उन्होंने जिन चार शहरों को प्रेफरेंस में भरा था, उसमें से उन्हें कोई भी नहीं दिया गया है। उन्हें सैंकड़ों किलोमीटर दूर एग्जाम सिटी अलॉट की गई है। नीट पीजी अभ्यर्थी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर बोर्ड को लगातार खरी खोटी सुना रहे हैं और अपने ट्वीट में पीएमओ, स्वास्थ्य मंत्रालय को टैग कर रहे हैं।
नीट पीजी अभ्यर्थी नवाजिश खान ने ट्वीट कर कहा, 'ऐसा लगता है कि नीट पीजी परीक्षा का सेंटर अलॉटमेंट पूरे भारत में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है। कुछ छात्रों को 800 किमी दूर केंद्र मिले हैं। 1) प्रयागराज 2) वाराणसी 3) लखनऊ 4) कानपुर को वरीयता में चुना था लेकिन पटना अलॉट हुआ है। परीक्षा केंद्र सिटी की घोषणा सिर्फ 10 दिन पहले करना अपमानजनक है। अब ट्रेन टिकट मिलना लगभग असंभव है और फ्लाइट्स बहुत महंगी होंगी। एक दिन पहले छात्रों को तत्काल के लिए प्रयास करना होगा, जो एनबीई साइट से भी बदतर है। अंतिम विकल्प जनरल डिब्बे में अकेले या अपने माता-पिता के साथ यात्रा करना होगा। माता पिता को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इसके अलावा, लोगों को होटल और अन्य रहने की जगह बुक करने होंगे, जो और भी महंगे होंगे। यह सिर्फ मानसिक, शारीरिक और वित्तीय शोषण है। एक अन्य अभ्यर्थी ने लिखा कि नीट पीजी परीक्षा अपने कुप्रबंधन के कारण फिर से विवादों में घिर गई है। यह सबसे महंगी परीक्षाओं में से एक है और फीस के नाम पर मोटी रकम कमाई जाती है। फिर भी उम्मीदवारों को हमेशा कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है।
डॉ. रोनक ने कहा, 'एनबीई प्रमुख ने कहा कि वे नीट पीजी को 2 शिफ्ट में आयोजित करना चाहते थे ताकि छात्रों को लंबी दूरी की यात्रा न करनी पड़े और फिर उन्हें 500-1000 किलोमीटर दूर राज्यों और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में परीक्षा केंद्र दिए जाएं। यह सबसे बड़ी परीक्षा से पहले छात्रों के लिए गंभीर मानसिक उत्पीड़न है। एक अन्य ने लिखा - ' अबे भाई ये क्या, ये तो ऑप्शन ही नहीं भरा था।'
एक अन्य यूजर ने लिखा, - मैंने दिल्ली में तैयारी की। दिल्ली में टेस्ट सीरीज दी। इसलिए मैं दिल्ली में परीक्षा देना चाहता हूं।
लेकिन अब मुझे 1159 किलोमीटर दूर सेंटर दे रहा है। लेकिन क्यों। मैंने पहली बार पोर्टल खुलने के 15 मिनट के भीतर सेंटर चॉइस भर दी थी। लेकिन मुझे तीसरी चॉइस मिली। (दिल्ली चॉइस में नहीं है)।
रोहन खंडेलवाल ने लिखा - नीट पीजी केंद्र आवंटन प्रक्रिया गड़बड़ है! छात्रों को हज़ारों किलोमीटर दूर परीक्षा केंद्र आवंटित किए जा रहे हैं। राज्यों में भारी बारिश के कारण, अंतिम समय में परिवहन की व्यवस्था करना लगभग असंभव है। एनबीई हर साल मेडिकल छात्रों पर दबाव बनाने के नए तरीके खोज रहा है।
डॉ. समुज्जवल रॉय ने लिखा -'मुझे दूसरे राज्य में एक केंद्र आवंटित किया गया जो मेरे होमटाउन से लगभग 300 किमी दूर है। इस बीच, मेरे बाद आवेदन करने वाले मेरे दोस्तों को उनके होमटाउन मिल गए। आखिर क्या हो रहा है? और अब मैं सिलचर में बाढ़ और बाकी सब के बारे में चिंतित हूं। यह पूरी तरह से गड़बड़ और अराजकता है ।
डॉ. ध्रुव चौहान ने लिखा नीटी पीजी एग्जाम सिटी अलॉटमेंट NBEMS द्वारा दिया गया एक राष्ट्रीय स्तर का मानसिक उत्पीड़न है।
ऐसे केंद्र आवंटित किए गए हैं, जो कई उम्मीदवारों द्वारा भरे भी नहीं गए थे। कुछ अलग-थलग स्थानों पर 1000 किमी दूर तक के केंद्र आवंटित किए गए। प्राथमिकता के बजाय पसंदीदा केंद्र और देश के किसी कोने में सबसे दूर स्थित अंतिम विकल्प को कई उम्मीदवारों को आवंटित किया जा रहा है। यह राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा आयोजित एक राष्ट्रीय स्तर की “मेक माई ट्रिप” योजना की तरह दिखता है।
आयुष अग्रवाल ने लिखा - NBE कृपया नीट पीजी आवेदन शुल्क वापस करें। 1000 किलोमीटर की यात्रा के लिए अतिरिक्त 20000 फ्लाइट में खर्च करने में कोई दिलचस्पी नहीं है। एक प्रतिष्ठित परीक्षा को मजाक बनाया दिया है। राहुल गांधी या नरेन्द्र मोदी ... आप में से जो भी इस मुद्दे को हल कर सकता है, उसे मेरा वोट मिलेगा।
नीट पीजी परीक्षा का आयोजन देश के 185 शहरों में किया जाएगा। नीट पीजी परीक्षा 11 अगस्त 2024 को दो शिफ्टों में आयोजित होगी। बोर्ड ने कहा था कि अभ्यर्थियों द्वारा चुने गए 4 परीक्षा शहरों में से किसी एक का आवंटन पहले आओ पहले पाओ के आधार पर किया जाएगा। यदि किसी शहर में निर्धारित उम्मीदवारों की संख्या पूरी हो जाती है तो किसी अन्य शहर में केंद्र का आवंटन किया जाएगा। पहले नीट पीजी परीक्षा का आयोजन 23 जून 2024 को होना था लेकिन इसे स्थगित कर दिया गया था। इस परीक्षा में 2 लाख 38 हजार स्टूडेंट्स भाग लेंगे।
आपको बता दें कि मास्टर ऑफ सर्जरी, डॉक्टर ऑफ मेडिसिन और पीजी डिप्लोमा प्रोग्राम के लिए की जाती है। इस परीक्षा में केवल वही अभ्यर्थी भाग ले सकते हैं जिनके पास एमबीबीएस की डिग्री या मेडिकल काउंसिल ऑफ इंडिया से मान्यताप्राप्त प्रोविजनल एमबीबीएस पास सर्टिफिकेट है।
2 घंटे पहले सेट होगा पेपर
नट पीजी परीक्षा से महज दो घंटे पहले प्रश्न पत्र सेट होगा। नीटी पीजी की निगरानी इस बार गृह मंत्रालय भी करेगा। पेपर लीक की कोई गुंजाइश नहीं छोड़ी जाएगी। यह भी बताया जा रहा है कि जिस दिन एग्जाम होगा उसी दिन सुबह क्वेश्चन पेपर डिजिटली जनरेट (सिक्योरिली) होंगे।।
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