NEET : 40 लाख लेकर दो छात्रों से भरवाया MBBS एडमिशन फॉर्म, मेडिकल कॉलेज गए तो पैरों तले खिसकी जमीन
ठगों ने शिकायतकर्ताओं से दावा किया उनके बच्चों का दाखिला पुणे के सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एवं नवी मुंबई के तेरना मेडिकल कॉलेज में हो जाएगा। इसके लिए दोनों से कुल 40 लाख की ठगी कर ली।
महाराष्ट्र के दो मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस के लिए एनआरआई कोटा से दाखिला कराने का झांसा देकर डोरंडा के दो लोगों से 40 लाख रुपए की ठगी हुई है। ठगी का आरोप मोहन सिंह, अक्षत सिंह और विक्रम महला पर है। मोहन सिंह कोलकाता की कन्सलटेंसी एजेंसी अरुणोदय सर्विसेज का प्रोपराइटर है। इस संबंध में डोरंडा के हिनू साकेत नगर के अरविंद सिंह ने 18.25 लाख और गौरीशंकर नगर के राजा अरविन्द सिंह ने 22.05 लाख रुपए की ठगी की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। इंजीनियर राजा अरविन्द सिंह ने बताया है कि उनकी बेटी और अरविन्द सिंह के पुत्र नीट परीक्षा में बैठे थे। लेकिन दोनों का दाखिला मेडिकल कालेज में नहीं हुआ। दोनों अभिभावकों से मोहन सिंह और उसके कर्मचारी ने कहा कि उनके बच्चों का दाखिला पुणे के सिम्बोसिस यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल एवं नवी मुंबई के तेरना मेडिकल कॉलेज में हो जाएगा। इसके लिए दोनों से कुल 40 लाख की ठगी कर ली।
क्रमश 65.21 लाख एवं 54 लाख रुपए डोनेशन फीस लगेगा। कैपिटेशन फीस के तौर पर दस और 12 लाख रुपए अलग से लगने की बात बताई गई। ठगों ने भरोसा के लिए दोनों को एक-दूसरे द्वारा दाखिला की स्वीकृति की बात बताई। राजा अरविन्द सिंह और अरविन्द सिंह को ठगों ने कोलकाता कार्यालय बुलाया और एग्रीमेंट पेपर पर हस्ताक्षर कराया गया। दोनों को बाद में मेडिकल कॉलेज में बेटा और बेटी के साथ दाखिला के लिए 24 और 25 सितम्बर को पुणे एवं मुंबई बुलाया। वहां पर दोनों परिवार के लिए होटल में कमरा बुक था।
इसके बाद मोहन सिंह के आदमी वहां पहुंचे और उनसे अन्य मद में रुपए ले लिए। फिर सभी ने अपना मोबाइल फोन स्वीच ऑफ कर दिया। दोनों परिवार ने बाद में स्वयं के स्तर से जब संबंधित कॉलेज में बच्चों के दाखिला की बात कही तो बताया गया कि वहां मेरिट के आधार पर दाखिला होता है। ठगी का अहसास होने के बाद दोनों परिवार रांची चले आए और फिर चार अक्तूबर को मामला दर्ज कराया।
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