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एमपी : दो साल से परीक्षा के इंतजार में पैरा मेडिकल छात्र, टूट रहे सपने

मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी (बीएमएलटी) संस्थान से बैचलर कर रहे सुनील जाटव ने अपनी पढ़ाई की फीस चुकाने के लिए पैसे उधार लिए थे। बैरसिया के ताल्लुक रखने वाले जाटव के पिता मजदूरी करते हैं। कोर्स पूरा...

Pankaj Vijay श्रुति तोमर, एचटी, भोपालThu, 23 Dec 2021 02:23 PM
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मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलॉजी (बीएमएलटी) संस्थान से बैचलर कर रहे सुनील जाटव ने अपनी पढ़ाई की फीस चुकाने के लिए पैसे उधार लिए थे। बैरसिया के ताल्लुक रखने वाले जाटव के पिता मजदूरी करते हैं। कोर्स पूरा करने के लिए उन्होंने पढ़ाई के साथ-साथ पार्ट-टाइम जॉब भी की। लेकिन परीक्षा में देरी के चलते अपने परिवार का पहला ग्रेजुएट शख्स बनने का सुनील का ख्बाव टूटता सा लग रहा है। 

सुनील ने वर्ष 2018-19 में भोपाल के एक प्राइवेट कॉलेज में एडमिशन लिया था। उन्होंने जनवरी 2020 में फर्स्ट ईयर पास कर लिया लेकिन इसके बाद से वह सेकेंड ईयर की परीक्षा का इंतजार ही कर रहे हैं। पहले कोविड-19 महामारी और इसके बाद प्रशासनिक ढिलाई से छात्रों से सामने करियर को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया है।  

सुनील के अलावा बीएमएलटी संस्थान के फर्स्ट व सेकेंड ईयर और बैचलर ऑफ एक्स-रे रेडियोग्राफर टेक्निशियन कोर्स के ऐसे 25 हजार से भी ज्यादा स्टूडेंट्स हैं जो परीक्षा के आयोजन का इंतजार कर रहे हैं। अब ये छात्र एमपी मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी से जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे हैं ताकि वे अपनी आगे की पढ़ाई फिर से शुरू कर सकें। 

2019-2020 बैच के फर्स्ट ईयर के छात्र संदीप पवार ने कहा, 'यूनिवर्सिटी की ओर से नर्सिंग समेत सभी कोर्सेज के छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है लेकिन वे हमारी समस्याओं पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। मैं पिछले ढाई सालों से वही सिलेबस पढ़ रहा हूं। या तो यूनिवर्सिटी हमारी परीक्षा तिथि घोषित करे या फिर हमें प्रमोट करे ताकि हम आगे की पढ़ाई पढ़ अपने ज्ञान को बढ़ा सकें।'

स्टूडेंट्स ने बताया कि संस्थान में अधिकांश छात्र गरीब परिवारों से हैं। माता-पिता ने बड़ी मुश्किल से पैसों का इंतजाम करके इस उम्मीद से संस्थान की फीस भरी है कि उनके बच्चे पैरा मेडिकल कोर्स करके परिवार का सहारा बनेंगे। 

बीएमएलटी के पढ़ाई कर रहे ग्वालियर के रहने वाले छात्र दुष्यंत सिंह ने कहा कि अगर हम तीन साल का कोर्स पांच या छह सालों में करेंगे तो पोस्ट ग्रेजुएशन कब करेंगे। 

यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार डॉ. प्रभात कुमार बुधोलिया ने कहा, 'परीक्षा में देरी कोरोना के चलते हुए। अब हम परीक्षा लेना चाहते हैं लेकिन स्टूडेंट्स नहीं देना चाह रहे। वे जनरल प्रमोशन की मांग कर रहे हैं। इस संबंध में यूनिवर्सिटी की एकेडमिक कमिटी निर्णय लेगी।'

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