पूर्वांचल के 125 से अधिक विद्यार्थी नहीं दे पाए बीएड परीक्षा
पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, भदोही, चंदौली, मिर्जापुर, जौनपुर जिलों के करीब 125 विद्यार्थी शुक्रवार को बीएड की परीक्षा नहीं दे पाए। 100 से अधिक विद्यार्थियों ने फीस दी थी मगर एजेंट ने कॉलेज में जमा
पूर्वांचल के वाराणसी, गाजीपुर, भदोही, चंदौली, मिर्जापुर, जौनपुर जिलों के करीब 125 विद्यार्थी शुक्रवार को बीएड की परीक्षा नहीं दे पाए। 100 से अधिक विद्यार्थियों ने फीस दी थी मगर एजेंट ने कॉलेज में जमा नहीं की। वहीं कुछ के प्रवेश पत्र परीक्षा शुरू होने के बाद अपलोड किए गए। विद्यार्थियों में आक्रोश है। उन्होंने ने थाने पहुंचकर न्याय की गुहार लगाई।
डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय की बीएड प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षाएं शुक्रवार से प्रारंभ हुई। प्रथम वर्ष की परीक्षा सुबह 11 से दो बजे की पाली में तथा द्वितीय वर्ष की दोपहर तीन से पांच बजे की पाली में हुयी। हजारों की संख्या में बाहर के जिलों से विद्यार्थी परीक्षा देने आगरा आए हैं। पूर्वांचल के जिले वाराणसी, गाजीपुर, जौनपुर, भदोही, चंदौली मिर्जापुर से भी बड़ी संख्या में विद्यार्थी आए हैं।
परीक्षा छूटने पर पहुंचे सिकंदरा थाने
93 छात्र-छात्रों ने अरतौनी स्थित मां साधना कॉलेज में प्रवेश लिया था। उन्हें परीक्षा के लिए प्रवेश पत्र नहीं मिला था। परीक्षा छूटने पर सभी विद्यार्थी सिकंदरा थाने पहुंचे। इंस्पेक्टर सिकंदरा आनंद कुमार साही से मिले। बताया कि वाराणसी के तीन एजेंटों ने उनके प्रवेश कराए थे। उनसे कहा था कि प्रवेश पत्र कॉलेज से मिलेंगे। वे कॉलेज पहुंचे। उन्हें प्रवेश पत्र नहीं दिए गए। बताया गया कि उनकी फीस जमा नहीं है। जबकि एजेंट ने 35 से लेकर 55 हजार रुपये तक फीस विद्यार्थियों से वसूल की है। सभी परीक्षा से वंचित रह गए। पूरा एक साल खराब हो जाएगा। बमुश्किल उन्होंने फीस की रकम जुटाकर एजेंट को दी थी।
एजेंट के नाम अनूप, सनूप व अरुण बताए
विद्यार्थियों की शिकायत पर सिकंदरा पुलिस ने मां साधना कॉलेज में संपर्क किया। वहां से प्रबंधतंत्र के सदस्यों को थाने बुलाया। उन्होंने पुलिस को कहा कि रिकार्ड दिखा सकते हैं। उनके यहां फीस ही नहीं आई है। इसके लिए वे जिम्मेदार नहीं है। फिलहाल इस संबंध में कोई मुकदमा दर्ज नहीं हुआ है। पुलिस जांच कर रही है।
शाहगंज थाने पहुंचे दो दर्जन से अधिक विद्यार्थी
दो दर्जन से अधिक विद्यार्थी शाहगंज थाने पहुंचे। उनकी शिकायत थी कि उन्हें भी प्रवेश पत्र नहीं मिले हैं। वे अपने साथ दो युवकों को पकड़कर ले गए थे। पुलिस को बताया कि इन दोनों ने ही प्रवेश कराए थे। पुलिस को उन युवकों ने बताया कि प्रवेश पत्र अपलोड नहीं हो रहे हैं। इसमें उनकी गलती नहीं है। विश्वविद्यालय की वेबसाइट की गलती है। इस वजह से इन विद्यार्थियों की परीक्षा भी छूट गई। इंस्पेक्टर शाहगंज भानु प्रताप सिंह ने बताया कि बाहर से आए जिन विद्यार्थियों की परीक्षा प्रवेश पत्र अपलोड नहीं होने के कारण छूटी है उन्हें राहत मिल सकती है। पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने छात्रों की समस्या से विश्वविद्यालय के अधिकारियों को अवगत कराया है।
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