SSC और यूपी पुलिस कांस्टेबल परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह का सदस्य गिरफ्तार
यूपी पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने एसएससी जीडी और यूपी पुलिस कांस्टेबल भर्ती भर्ती परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को मेरठ से गिरफ्तार किया है। आरोपी से 9 एडमिट कार्ड और यूपी प
SSC Gd, UP Police Constable Exam 2024: एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने यूपी पुलिस आरक्षी और एसएससी द्वारा आयोजित कराई जा रही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आरक्षी परीक्षा में सेंधमारी करने वाले गिरोह के सदस्य को मुजफ्फरनगर से गिरफ्तार किया है। इस गिरोह के एक सदस्य की पूर्व में गिरफ्तारी के बाद आरोपी के बारे में सुराग मिला था, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है। आरोपियों ने चार से पांच लाख रुपये लेकर परीक्षा पास कराने का ठेका लिया था। आरोपी से यूपी पुलिस का दूसरी पाली का एक पर्चा भी बरामद हुआ है। मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। वहीं, गिरोह में शामिल बाकी आरोपियों की भी धरपकड़ के लिए टीम लगी हुई है।
एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने मुजफ्फरनगर के शाहपुर थाना क्षेत्र के कुटबा गांव से प्रवीण उर्फ मिंटू बालियान पुत्र राजबीर सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी से एसटीएफ ने एसएससी द्वारा आयोजित कराई जा रही केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आरक्षी की वर्ष 2024 की परीक्षा के 9 एडमिट कार्ड बरामद किए। इसके अलावा यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का एक हाथ से लिखा प्रश्नपत्र और उत्तर का पेपर बरामद किया है। आरोपी से पूछताछ शुरू की गई और उसके खिलाफ शाहपुर थाने में ही साजिश, धोखाधड़ी और फर्जी दस्तावेज तैयार कराने समेत उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया।
गुरुवचन और राजकुमार की गिरफ्तारी के बाद खुलासा
एसटीएफ की नोएडा यूनिट ने 17 फरवरी 2024 को गाजियाबाद के ट्रॉनिका सिटी थाना क्षेत्र से गुरुवचन और राजकुमार की गिरफ्तारी की थी। आरोपियों के मोबाइल में यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती परीक्षा का 18 फरवरी की द्वितीय पाली का प्रश्नपत्र बरामद किया गया था। जांच के बाद आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। आरोपियों के मोबाइल की जांच हुई तो प्रवीण का एक मैसेज मिला, जिसमें यूपी पुलिस का पेपर मिला था। इसके बाद प्रवीण की घेराबंदी की गई और उसकी गिरफ्तारी की गई।
पांच-पांच लाख रुपये में किया था यूपी पुलिस का पेपर तय
एसटीएफ की पूछताछ में खुलासा हुआ कि यूपी पुलिस आरक्षी भर्ती का पेपर देने के लिए काफी लोगों से पांच-पांच लाख रुपये में सौदा किया था। कुछ लोगों को पेपर दे दिया गया था, लेकिन परीक्षा निरस्त हो गई, जिसके बाद रकम प्राप्त नहीं हुई। वहीं, ये गिरोह वर्तमान में कर्मचारी चयन आयोग दिल्ली द्वारा केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आरक्षी जीडी की देशभर में विभिन्न केंद्रों पर ऑनलाइन परीक्षा में भी सेंधमारी में लगा था। इसके लिए प्रवीण और उसका साथी विपिन दोनों मिलकर धंधली में लगे थे। गैंग ने उत्तर कुंजी देकर परीक्षा पास कराने के नाम पर 4-4 लाख रुपये लेना तय किया था।
रिश्तेदारों ने मिलकर बनाया था गैंग
एसटीएफ ने खुलासा किया प्रवीण वर्ष 2008-09 में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहा था। गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले अन्नू मलिक से उस दौरान प्रवीण का परिचय हुआ था। अन्नू पूर्व में प्रतियोगी परीक्षाओं के पेपर आउट करा चुका था। अन्नू के संपर्क में आने के बाद प्रवीण ने इस गिरोह से जुड़कर काम करना शुरू कर दिया। इस काम पर प्रवीण का एक रिश्तेदार विपिन निवासी सरूरपुर बागपत भी शामिल हो गया, जो वर्ष 2012 में सेना से रिटायर हुआ था। इस काम में प्रवीण ने बागपत के बेगमाबाद गढ़ी थाना दोघट निवासी रिश्तेदार कपिल तोमर को भी साथ मिला लिया। इसके बाद प्रवीण, कपिल और विपिन ने मिलकर अपना गिरोह बनाया और प्रतियोगी परीक्षाओं में पास कराने के नाम पर लोगों से रकम लेने लगे।
पहले भी दर्ज हुए मुकदमे
वर्ष 2017 में इब्राहिमपुर बागपत निवासी इंद्र प्रताप सिंह को सीएचएससी और सीएचएसएल की परीक्षा में पास कराने का झांसा दिया और दो लाख रुपये प्रवीण ने लिए थे। काम नहीं हुआ तो इंद्र ने पैसा वापस मांगा, लेकिन प्रवीण ने रकम नहीं लौटाई। इसके बाद इंद्र ने इस मामले में शाहपुर थाने में प्रवीण के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। इसके अलावा भी आरोपियों पर मुकदमे दर्ज हैं।
यह किया गया बरामद
एसटीएफ ने आरोपी से केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल आरक्षी भर्ती परीक्षा-2024 के नौ अभ्यर्थी के एडमिट कार्ड, एक मोबाइल फोन, तीन एटीएम कार्ड, एक हस्तलिखित यूपी पुलिस भर्ती का परीक्षा पत्र बरामद किया है।
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