Hindi Newsकरियर न्यूज़MBBS students of AIIMS gorakhpur suspended also removed from hostel know what is the matter

AIIMS के चार MBBS छात्र सस्पेंड, हॉस्टल से भी निकाले गए, जानें क्या है मामला

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चार एमबीबीएस छात्रों को निलंबित कर दिया गया। यह सभी छात्र वर्ष 2019 बैच के हैं। इन पर बीते दिनों कैंपस में हुए आंदोलन में अगुवाई करने का आरोप है।

Pankaj Vijay वरिष्ठ संवाददाता, गोरखपुरSat, 15 April 2023 05:13 AM
share Share

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के चार एमबीबीएस छात्रों को निलंबित कर दिया गया। यह सभी छात्र वर्ष 2019 बैच के हैं। इन पर बीते दिनों कैंपस में हुए आंदोलन में अगुवाई करने का आरोप है। साथ ही इन पर मीडिया को सूचना देने का भी आरोप लगाया गया है। बताया जाता है कि चारों छात्रों को अलग-अलग सजा दी गई है। इन्हें सात दिन से लेकर एक महीने तक के लिए निलंबित किया गया है। उनमें से एक छात्र को हमेशा के लिए हॉस्टल से निष्कासित कर दिया गया है। क्लास के अलावा अन्य समय में उसके कैंपस में घूमने पर भी रोक लगा दी गई है। शेष तीन छात्रों को 15 दिन से लेकर तीन महीने तक हॉस्टल से बाहर किया गया है। छात्रों ने इस कार्रवाई के खिलाफ कोर्ट जाने का फैसला किया है।

यह है मामला
 दरअसल, बीते 28 और 29 मार्च को एम्स में छात्रों ने हॉस्टल का समय बढ़ाए जाने की मांग को लेकर आंदोलन किया था। इस आंदोलन के दौरान छात्र रात भर हॉस्टल के बाहर डटे रहे। छात्रों की मांग थी कि हॉस्टल को रात 11.30 बजे तक खुला रखा जाए। जबकि रात नौ बजे के बाद हॉस्टल के गेट बंद हो जा रहे थे।

एम्स प्रशासन ने अनुशासनहीनता का लगाया आरोप
बीते एक अप्रैल को एम्स प्रशासन ने इस मामले में अपना पक्ष रखा। रजिस्ट्रार डॉ. अमित रंजन ने आरोप लगाया कि छात्रों की मांग जायज नहीं है। उन्होंने प्रदर्शन के दौरान अनुशासनहीनता की। शिक्षकों से अभद्रता की। सुरक्षाकर्मियों से बदतमीजी की।

कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे छात्र 
बताया जाता है कि एम्स प्रशासन ने गुरुवार को छात्रों को ईमेल के जरिए इस कार्रवाई की जानकारी दी है। इसके बाद छात्रों ने कहा कि उन्हें बेवजह सजा दी जा रही है। उन पर मीडिया से बात करने का आरोप लगाया जा रहा है। यह नियम छात्रों पर लागू नहीं होता। इसके खिलाफ वह कोर्ट जाएंगे।

एम्स के रजिस्ट्रार डॉ. अमित रंजन ने कहा, 'यह कार्रवाई अनुशासन समिति ने की है। समिति में एमएमएमयूटी के प्रॉक्टर भी बतौर सदस्य मौजूद रहे। इस कार्रवाई में कोशिश की गई है कि छात्रों का भविष्य बर्बाद न हो। उनके शैक्षणिक सत्र पर असर न पड़े। साथ ही अनुशासनहीनता पर लगाम लगे।'

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें