यूपी में जल्द शुरू होगी लाइटहाउस आईटीआई व पालीटेक्निक योजना, शुरू होंगे एडवांस टेक्नोलॉजी वाले कोर्स
UP ITI , Polytechnics : यूपी में अगले छह महीने में पांच लाइटहाउस आईटीआई स्थापित होंगे, जिनकी कई खासियतें होंगी। वर्तमान के 15 से 20 सरकारी आईटीआई को भी लाइटहाउस आईटीआई के रूप में विकसित किया जाएगा।
व्यावसायिक और प्राविधिक शिक्षा के क्षेत्र में एक महत्वाकांक्षी पहल करते हुए उत्तर प्रदेश सरकार खास फीचर्स वाले लाइटहाउस पॉलीटेक्निक और आईटीआई स्थापित कर रही है। जल्द ही चालू हो जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि शिक्षा क्षेत्र के सभी विभागों द्वारा दी गई कार्य योजना के अनुसार आगामी 100 दिनों में आधुनिक प्रौद्योगिकी पाठ्यक्रम का संचालन शुरू हो जाएगा। इन विषयों में सम्मिलित ड्रोन टेक्नॉलजी, साइबर सिक्योरिटी, डाटा साइंस, मशीन लर्निंग, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, सौर ऊर्जा आदि से संबंधित पाठ्यक्रमों में प्रवेश प्रारंभ किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि अगले छह महीने में पांच लाइटहाउस आईटीआई स्थापित होंगे, जिनमे कई विशेषताएं होंगी। प्रदेश में वर्तमान में संचालित 15 से 20 सरकारी आईटीआई को भी लाइटहाउस आईटीआई के रूप में विकसित किया जाएगा जो संबंधित ट्रेड के लिये अन्य संस्थानों के लिए प्रेरणास्त्रोत बेंचमार्क होंगे।
इनमें विशिष्ट कौशल या मांग के अनुरूप, किन्हीं भी एक या दो ट्रेड का उच्चीकरण किया जाएगा। इन ट्रेड का चयन अध्ययन करके व विशेषज्ञों के साथ परामर्श के बाद किया जाएगा। इन लाइटहाउस आईटीआई को स्वच्छ और ऊर्जा संरक्षित करने के लिए हरित कैंपस बनाया जाएगा, इनमे दिव्यांगों के लिए विशेष व्यवस्था होगी, उद्योगों की सहभागिता व शत प्रतिशत प्लेसमेंट सुनश्चिति किया जाएगा और ट्रेड, इंफ्रास्ट्रक्चर, व प्रशक्षिण राष्ट्रीय व अंतर राष्ट्रीय मापदंड के अनुरूप होगा। साथ ही, इसी अवधि में आठ नए राजकीय आई टी आई को पीपीपी मॉडल पर भी क्रियाशील किया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 304 राजकीय और 2963 निजी आई टी आई हैं, जिनकी प्रशक्षिण क्षमता, क्रमशः 1,72,352, और 4,58,243 है।
सूत्रों के अनुसार प्राविधिक शक्षिा के अंतर्गत डप्लिोमा सेक्टर में वर्तमान में 149 राजकीय, 19 अनुदानित, 1266 निजी व 7 अन्य पॉलीटेक्निक संस्थान कार्यशील हैं। इनकी प्रवेश क्षमता राजकीय में 36,879, अनुदानित में 10,464, अन्य में 656, और निजी में 1 लाख 76 हजार 436 है।
उन्होंने बताया कि अगले छह महीनों में 10 लाइटहाउस पालीटेक्निक परियोजना का प्रारंभ होगा। यह अखिल भारतीय प्राविधिक शक्षिा परिषद (एआईसीटीई) और एनबीए मानक के अनुरूप सेंटर ऑफ एक्सेलेन्स के रूप में विकसित किये जाएंगे। इनमें यहां खेलकूद, जीवन कौशल, और व्यक्तत्वि विकास के मॉड्यूल आउटसोर्स किये जाएंगे; नवीन प्रोद्योगिकी एवं उद्योग आधारित पाठ्यक्रम, चलाए जाएंगे और छात्राओं के लिए विशेष प्रबंध होगा। इनका कैंपस पूर्ण रूप से डिजिटल, क्लीन और ग्रीन होगा जिसमे सौर ऊर्जा का प्रयोग होगा।
इन विशष्टि पालीटेक्निक में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय यूनिवर्सिटी से छात्र और शक्षिक एक्सचेंज प्रोग्राम चलाए जाएंगे और राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय संस्थानों द्वारा शक्षिण और प्रशक्षिण दिया जाएगा।
प्रदेश सरकार द्वारा व्यावसायिक व प्राविधिक शक्षिा को रोजगार परक और आवश्यकताओं के अनुसार उनका आधुनिकीकरण करने की पहल जारी है। ऐसा अनुमान है कि आगामी पाँच वर्षों में 10 लाख युवाओं का व्यावसायिक प्रशक्षिण पूर्ण किया जाएगा और प्रदेश में स्किल यूनिवर्सिटी की स्थापना की जाएगी। इसी अवधि में समस्त पाठ्यक्रमों के लिए ई-कंटेन्ट भी उपलब्ध हो जाएगा।
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