Jharkhand Board JAC 10th, 12th Exam Result 2021: रिजल्ट रद्द होने के बाद ही स्टूडेंट्स दे सकेंगे फिर से परीक्षा
Jharkhand Board JAC 10th, 12th Exam Result 2021: मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट से जो छात्र-छात्रा असंतुष्ट होंगे, वह अपना रिजल्ट रद्द करवाने के बाद ही फिर से परीक्षा दे सकेंगे। उस परीक्षा में जो...
Jharkhand Board JAC 10th, 12th Exam Result 2021: मैट्रिक और इंटरमीडिएट के रिजल्ट से जो छात्र-छात्रा असंतुष्ट होंगे, वह अपना रिजल्ट रद्द करवाने के बाद ही फिर से परीक्षा दे सकेंगे। उस परीक्षा में जो अंक उन्हें आएंगे वही मान्य होंगे। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (JAC) ने शनिवार को मैट्रिक और इंटरमीडिएट परीक्षा 2021 के रिजल्ट तैयार करने को लेकर गाइडलाइन जारी कर दिया है। इस गाइडलाइन के आधार पर स्कूलों को तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया गया है। हालांकि राज्य सरकार की ओर से अभी औपचारिक सहमति नहीं मिल सकी है। सरकार की ओर से अनुमति मिलने में देरी और सुप्रीम कोर्ट द्वारा 31 जुलाई के पूर्व 10वीं और 12वीं तक का रिजल्ट जारी करने के फैसले को देखते हुए जैक ने एसओपी जारी किया है।
जैक ने स्पष्ट किया है कि मैट्रिक और इंटरमीडिएट के वैसे छात्र-छात्राएं जो रिजल्ट जारी होने के बाद उससे असंतुष्ट होते हैं तो उन्हें आगे होने वाली परीक्षा में शामिल होने का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके लिए उन्हें जारी किए गए रिजल्ट के प्रमाण पत्रों की मूल प्रति जैक में जमा करनी होगी। साथ ही, शपथ पत्र भी देना होगा कि उनका यह परीक्षाफल रद्द कर दिया जाए और आगामी परीक्षा में उन्हें जो भी परीक्षाफल मिलेगा वह मान्य होगा। मैट्रिक और इंटरमीडिएट के छात्र छात्राओं को विषयवार थ्योरी पेपर के लिए जैक की ओर से नौंवी और 11वीं की परीक्षा के आधार पर अंक दिए जाएंगे। वहीं, आंतरिक मूल्यांकन (इंटरनल एसेसमेंट) और प्रैक्टिकल के अंक स्कूल और कॉलेज स्तर पर दिए जाएंगे। जो छात्र छात्राएं अब तक प्रैक्टिकल परीक्षा नहीं दे पाए हैं उनके लिए कोविड गाइडलाइन के आधार पर प्रायोगिक परीक्षा आयोजित की जाएगी। जिन विषयों में प्रैक्टिकल नहीं हैं, उसके लिए आंतरिक मूल्यांकन का प्रावधान किया गया है। विषयवार आंतरिक मूल्यांकन 20 अंकों के होंगे और इसका आवंटन स्कूल-कॉलेजों द्वारा किया जाएगा। छात्र-छात्राओं के आंतरिक मूल्यांकन और प्रैक्टिकल के अंकों को जैक के वेबसाइट पर अपलोड करना होगा। अंकों के ऑनलाइन अपलोड करने में स्कूलों को सतर्कता बरतनी होगी एक बार सब्मिट कर दिए जाने के बाद अंकों में किसी तरह का परिवर्तन नहीं किया जा सकता है और ना ही जैक के स्तर पर इसमें किसी भी तरह का परिवर्तन या सुधार संभव हो सकेगा। अगर स्कूल-कॉलेज स्तर से किसी छात्र-छात्रा का आंतरिक मूल्यांकन या प्रैक्टिकल का अंक ऑनलाइन सब्मिट नहीं किया जाता है तो उसे अनुपस्थित मानते हुए नियमानुसार परीक्षा फल तैयार किया जाएगा । पूर्व और रेगुलर छात्र-छात्रा जो मैट्रिक और इंटरमीडिएट की परीक्षा में शामिल होंगे उनके लिए प्रायोगिक और आंतरिक मूल्यांकन आयोजित किए जाएंगे। वही री-रजिस्ट्रेशन होने वाले छात्र-छात्राओं के लिए किसी प्रकार के अंकों का आवंटन नहीं किया जाएगा। उनके परीक्षा फल का निर्माण उनके द्वारा पूर्व के वर्षों में भाग लिए गए परीक्षा में आए अंकों के आधार पर किया जाएगा।
चार सदस्यीय होगी कमेटी
- आंतरिक मूल्यांकन का निर्धारण करने के लिए स्कूल या कॉलेज के प्रधानाध्यापक या प्राचार्य की अध्यक्षता में कमेटी गठित होगी। इसमें वहां के वरीय शिक्षक सदस्य होंगे। इसके अलावा डीईओ द्वारा नामित नजदीक के स्कूल-कॉलेज के एक शिक्षक और डीईओ की ओर से नामित पदाधिकारी या शिक्षक प्रेक्षक भी सदस्य होंगे। आंतरिक मूल्यांकन का अंक तीन सदस्यों द्वारा दिया जाएगा, जबकि प्रेक्षक की जिम्मेदारी आंतरिक मूल्यांकन को समय पूरा करवाने की होगी।
ऐसे निर्धारित होगा आंतरिक मूल्यांकन :-
- 10वीं और 12वीं के क्लास संचालन के समय छात्र छात्राओं का प्रदर्शन
- जैक की ओर से जारी मॉडल प्रश्न पत्र के आधार पर लिए गए आंतरिक परीक्षा में प्रदर्शन
- ऑनलाइन क्लास के संचालन में छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन
- स्कूल-कॉलेज स्तर पर ली गई आंतरिक परीक्षा में छात्र छात्राओं का प्रदर्शन
- नौंवी और 11वीं में छात्र-छात्राओं की उपस्थिति और उस समय का प्रदर्शन
- नौंवी और 11वीं में मासिक, त्रैमासिक, अर्धवार्षिक परीक्षा में प्राप्तांक
- नौंवी और 11वीं का आंतरिक मूल्यांकन
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