Jharkhand Board 10th exam 2018: गलत सवाल की होगी औसत मार्किंग
मैट्रिक में पूछे गए गलत सवाल के बदले में परीक्षार्थियों को पूरे अंक नहीं दिये जाएंगे। बल्कि इसकी औसत मार्किंग की जाएगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की परीक्षा समिति ने यह निर्णय लिया है। वतर्मान में...
मैट्रिक में पूछे गए गलत सवाल के बदले में परीक्षार्थियों को पूरे अंक नहीं दिये जाएंगे। बल्कि इसकी औसत मार्किंग की जाएगी। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की परीक्षा समिति ने यह निर्णय लिया है। वतर्मान में अगर जैक की ओर से गलत सवाल पूछा जाता था तो सभी परीक्षार्थियों को इसके बदले पूरे अंक दे दिए जाते थे। लेकिन समिति ने इस बार निर्णय लिया है कि परीक्षार्थियों के उस विषय में जितने कुल अंक होंगे उसी के आधार पर गलत सवाल के भी अंक भी दिए जाएंगे।
हिन्दी में पूछा गया था गलत सवाल
हिन्दी की परीक्षा में आठ नंबर का पाराग्राफ से संबंधित सवाल गलत पूछा गया था। पाराग्राफ में कहानी एक भूखे आदमी के जीवन से संबंधित थी। जबकी सवाल पेयजल से संबंधित पूछे गए थे। इस परीक्षा में राज्य भर से कुल 33789 छात्र शामिल हुए थे। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने इस पर काफी हंगामा किया था। इसके बाद जैक ने यह फैसला लिया है।
जन्मतिथि संबंधी त्रुटि सुधार पांच वर्ष तक
इसके अलावा जैक ने निर्णय लिया है कि जन्मतिथि संबंधी त्रुटियों को पांच वर्ष से पहले संशोधित कराना होगा। पांच वर्ष बाद इसमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा। दरअसल जैक ने इसमें हो रहे फर्जीबाड़े के मद्देनजर यह फैसला लिया है। हालांकि बिहार विद्यालय परीक्षा समित में यह नियम बहुत पहले से लागू है।
पलामू के मामले से लिया सबक
दरअसल हाल में जैक में पलामू के एक छात्र ने जन्मतिथि में बदलाव को लेकर एक आवेदन दिया था। उस छात्र ने 2003-05 सत्र में ही परीक्षा दी थी। जैक ने जब मामले की जांच की तो उन्हें इसमें संदेह हुआ। इसके बाद उसके संशोधन में रोक लगा दी गई है। हालांकि छात्र अपने नाम और पिता के नाम में संशोधन कभी भी करवा सकते हैं।
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