JEE Main 2023: जेईई मेन स्थगित करने से बॉम्बे हाईकोर्ट ने किया इनकार
बॉम्बे हाईकोर्ट आज संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2023 को स्थगित करने और पात्रता मानदंड में 75 प्रतिशत मार्क्स की छूट की मांग वाली याचिका पर सुनवाई करेगा। याचिका एक्टिविस्ट अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने
बॉम्बे हाईकोर्ट ने संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई) मेन 2023 को स्थगित करने से इनकार कर दिया है। कोर्ट ने कहा कि परीक्षा में देरी करने वाले किसी भी तरह के आदेश का दूरगामी असर होगा। कोर्ट ने कहा कि उसे किसी भी तरह की असाधारण परिस्थितियां मौजूद नहीं लगती हैं। यदि कोई उम्मीदवार जेईई मेन जनवरी 2023 सत्र की परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है, तो वह इसके अप्रैल सत्र में उपस्थित हो सकता है। एनटीए को ऑल इंडिया लेवल की परीक्षा आयोजित करने से रोकना उचित नहीं होगा।
कोर्ट उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था जिसमें जेईई मेन को स्थगित करने और पात्रता मानदंड में 75 प्रतिशत मार्क्स की छूट की मांग की गई थी।
एनटीए ने 75 फीसदी मार्क्स वाले क्राइटेरिया में राहत दी है। अब प्रत्येक शिक्षा बोर्ड के शीर्ष 20 पर्सेंटाइल वाले छात्र भी एनआईटी, आईआईआईटी, सीएफटीआई संस्थानों में दाखिले के पात्र होंगे, भले ही उन्होंने 12वीं कक्षा में 75 प्रतिशत अंक हासिल नहीं किए हों या नहीं। एससी व एसटी स्टूडेंट्स के लिए क्वालिफाइंग मार्क्स 65 फीसदी हैं।
याचिका एक्टिविस्ट अनुभा श्रीवास्तव सहाय ने एनटीए के खिलाफ दायर की थी। इस याचिका में सहाय ने दावा किया कि जनवरी में जेईई मेन और 12वीं के प्रैक्टिकल एग्जाम एक साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि एनडीए एसएसबी इंटरव्यू राउंड भी 23 जनवरी से 27 तक के लिए शेड्यूल भी जेईई मेन क्लैश कर रहा है। इसके अलावा सीबीएसई एचएससी, आईसीएसई फरवरी से शुरू होंगे, जिससे 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम कैलेंडर बहुत अस्तव्यस्त वाला हो जाएगा।
याचिका में यह भी कहा गया है कि अधिकतर राज्यों में प्री बोर्ड परीक्षाएं जनवरी में हैं, इसलिए स्टूडेंट्स के लिए मेन्स में बैठना मुश्किल होगा। याचिका में 75 फीसदी क्राइटेरिया को भी हटाने की मांग की है, इसमें कहा गया है कि मार्क्स जो स्कोर किए गए हैं, वो उनके योग्यता को नहीं दर्शाते, जिनके 75 फीसदी मार्क्स नहीं है, वे भी जेईई मेंस में हाई मार्क्स स्कोर कर सकते हैं, इसलिए उनको भी चांस देना चाहिए।
आपको बता दें कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने जेईई मेन की परीक्षा में इस बार फिर से कई बदलाव किये हैं। एक बड़े बदलाव के तहत इस बार 2020 से पहले 12वीं में 75 फीसदी अंक वाले नियम को फिर से लागू कर दिया गया है। कोरोना से पहले आईआईआईटी, एनआईआई व सीएफटीआई संस्थानों में नामांकन के लिए 12वीं में कम से कम 75 फीसदी अंक लाना अनिवार्य हुआ करता था, लेकिन वर्ष 2020 में कोरोना के चलते यह शर्त हटा दी गई थी। इस बार 2023 से इसे फिर से लागू कर दिया गया है। जनहित याचिका ने अधिकारियों से 75 प्रतिशत मानदंड को हटाने का भी आग्रह किया है।
सोमवार शाम तक जेईई मेन सेशन 1 के लिए 7 लाख 85 हजार छात्रों ने आवेदन किया है। आवेदन की अंतिम तारीख 12 जनवरी है। इस साल मेन दो सेशन में जनवरी व अप्रैल में होगा। जनवरी के लिए 8 लाख से अधिक विद्यार्थियों के आवेदन करने का अनुमान है। छात्र अभी केवल जनवरी मेन के लिए ही आवेदन कर सकते हैं। जनवरी सेशन 24 से 31 जनवरी तक होगा। ऐसे में 20 जनवरी तक प्रवेश पत्र जारी कर दिए जाएंगे।
क्राइटेरिया पर शिक्षा मंत्री का बयान
जेईई मेन और जेईई एडवांस्ड परीक्षा के योग्यता मानदंड में एक बार छूट को लेकर शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि इसमें छूट के अनुरोध को आवश्यक कार्रवाई के लिए संबंधित विभाग को भेज दिया गया है। प्रधान ने यह जवाब कांग्रेस सांसद कार्ति पी चिदंबरम द्वारा भेजे गए लेटर पर कही है।
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