JAC : झारखंड में एक ही पैटर्न पर होंगी सभी कक्षाओं की परीक्षाएं, मध्यमा में अब हर विषय में 33 अंक लाना जरूरी
झारखंड में सभी परीक्षाएं अब एक ही पैटर्न पर होंगी। सामान्य स्कूलों के साथ-साथ मध्यमा और मदरसा के विद्यार्थी OMR शीट पर परीक्षा देंगे। इसके लिए मदरसा और मध्यमा की परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया जाएगा।
झारखंड में सभी परीक्षाएं अब एक ही पैटर्न पर होंगी। सामान्य स्कूलों के साथ-साथ मध्यमा और मदरसा के विद्यार्थी ओएमआर शीट पर परीक्षा देंगे। इसके लिए मदरसा और मध्यमा की परीक्षा पैटर्न में बदलाव किया जाएगा। झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की बोर्ड की बैठक में गुरुवार को यह फैसला लिया गया। जैक अध्यक्ष डॉ अनिल कुमार महतो की अध्यक्षता में हुई बैठक में स्पष्ट हुआ कि सरकारी स्कूलों में आठवीं, नौवीं व 11वीं की वार्षिक परीक्षाएं ओएमआर शीट पर होती हैं, जबकि 10वीं और 12वीं में ओएमआर शीट व लिखित परीक्षा होती है। ऐसे में मदरसा व मध्यमा की समकक्ष परीक्षाएं भी इसी तर्ज पर होंगी। इससे जैक समेत सीबीएसई-आईसीएसई बोर्ड के छात्र-छात्राओं की तरह प्रतियोगी परीक्षा के लिए मदरसा व मध्यमा के छात्र-छात्रा तैयार हो सकेंगे।
मध्यमा के लिए नौवीं में करना होगा रजिस्ट्रेशन
इसके अलावा मध्यमा में सरकारी स्कूलों की तर्ज पर नौवीं में ही रजिस्ट्रेशन कराना होगा। अब तक 10वीं में रजिस्ट्रेशन और आवेदन पत्र भरे जाते थे। अब स्कूल में दो साल पढ़ने के बाद ही मध्यमा की परीक्षा दे सकेंगे। वहीं, मध्यमा परीक्षा में विषयवार पास करने के लिए 30 प्रतिशत को बढ़ाकर 33 फीसदी अंक जरूरी कर दिया गया है। जैक बोर्ड ने वैसे व्यावसायिक विषय जिसमें न तो कोई छात्र हैं और न ही कोई शिक्षक उन्हें परीक्षाओं से हटाने की मंजूरी दी है। साथ ही, 10 हाई स्कूलों और दो इंटर कॉलेजों की प्रस्वीकृति को मंजूरी दी गई। बैठक में उपाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह, सचिव एसडी तिग्गा समेत जैक बोर्ड के सदस्य मौजूद थे।
इंप्रूवमेंट परीक्षा के लिए नहीं करना होगा साल का इंतजार
मैट्रिक व इंटर की परीक्षा पास करने वाले छात्र-छात्राओं को रिजल्ट इंप्रूवमेंट के लिए अब एक साल का इंतजार नहीं करना होगा। छात्र जिस साल परीक्षा पास करेंगे उसी साल होने वाले पूरक व कंपार्टमेंट परीक्षा के साथ इंटप्रूवमेंट परीक्षा दे सकेंगे। वर्तमान में ऐसा प्रावधान है कि 2023 में पास परीक्षार्थी अगर अपना रिजल्ट सुधाना चाहते हैं तो उन्हें 2024 की मैट्रिक-इंटर की परीक्षा में शामिल होना होगा।
री-रजिस्ट्रेशन नहीं, फिर से होगा पंजीयन
मैट्रिक के लिए नौवीं में और 12वीं के लिए 11वीं में रजिस्ट्रेशन होता है। यह तीन साल के लिए मान्य है। अगर तीन साल तक उसी क्लास में हैं और चौथे साल परीक्षा देते हैं तो री-रजिस्ट्रेशन का प्रावधान था। इसमें विषय के साथ कोई बदलाव नहीं होता था, लेकिन अब री-रजिस्ट्रेशन की जगह तीन साल के बाद फिर से रजिस्ट्रेशन कराना होगा। इसमें विषय भी बदल सकेंगे।
जैक में आईटी सेल का किया जाएगा गठन
जैक में आईटी सेल का गठन होगा। जैक में अभी बाह्य स्त्रत्तेतों से आईटी से जुड़े कार्य संचालित होते हैं। आईटी सेल गठन की मंजूरी राज्य सरकार से मिल चुकी है और इसके लिए वित्त विभाग ने भी अपनी सहमति दे दी है। आईटी सेल के गठन के लिए विज्ञापन निकाला जाएगा और निर्धारित योग्यता को पूरा करने वाले अभ्यर्थियों का चयन किया जाएगा।
दूसरे जिले से भी अब परीक्षा दे सकेंगे छात्र
मैट्रिक और इंटर के छात्र-छात्रा अगर रजिस्ट्रेशन किसी जिले या स्कूल से किए हैं तो वे दूसरे जिले व स्कूल-कॉलेज से भी परीक्षा दे सकेंगे। उनका रजिस्ट्रेशन नंबर संबंधित संस्थान को स्थानांतरित कर दिया जाएगा। यह प्रावधान तब लागू होगा जब संबंधित छात्र-छात्रा के माता-पिता या अभिभावक का स्थानांतरण दूसरे जिला में हो गया है। साथ ही, इसके लिए अन्य प्रावधान भी तय किये जा रहे हैं।
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