Hindi Newsकरियर न्यूज़jac 10th result 2020 today jharkhand board 10th result website

jac 10th result 2020 : इस लिंक से देखें नतीजे, साथ ही जानें कैसे चुनें साइंस, कॉमर्स और आर्ट्स स्ट्रीम

JAC 10th Result 2020 : झारखंड एकेडमिक काउंसिल 1 बजे मैट्रिक का रिजल्ट ( Jharkhand Board 10th Result 2020 ) घोषित कर दिए गए हैं। नतीजे शिक्षा मंत्री ने जारी किए। झारखंड एकेडमिक काउंसिल, रांची की...

Pankaj Vijay लाइव हिन्दुस्तान टीम, नई दिल्लीWed, 8 July 2020 02:26 PM
share Share

JAC 10th Result 2020 : झारखंड एकेडमिक काउंसिल 1 बजे मैट्रिक का रिजल्ट ( Jharkhand Board 10th Result 2020 ) घोषित कर दिए गए हैं। नतीजे शिक्षा मंत्री ने जारी किए। झारखंड एकेडमिक काउंसिल, रांची की आधिकारिक वेबसाइट jacresults.com व jac.jharkhand.gov.in पर नतीजे घोषित किए जाएंगे लेकिन छात्र livehindustan.com पर भी असानी के साथ अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं। मैट्रिक में 3.86 लाख स्टूडेंट्स ने हिस्सा लिया था। अब रिजल्ट आने के बाद पास स्टूडेंट्स को अपने करियर की दिशा चुननी होगी। 11वीं में प्रवेश लेते समय आपको साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स में से किसी एक को चुनना होगा। फैसले से पहले जरूरी है कि आप हर स्ट्रीम की पूरी जानकारी लें। आर्टस हो, विज्ञान हो या फिर कॉमर्स। हर स्ट्रीम में आगे क्या संभावनाएं है, आपकी रूचि के हिसाब से क्या वो स्ट्रीम आपके लिए बेहतर है। ये जानना बेहद जरूरी है। आमतौर पर देखा जाता है कि स्ट्रीम चयन में माता पिता का दबाव देखने को मिलता है। बहुत से छात्र अपने अभिभावकों के दबाव में आकर स्ट्रीम का चयन तो कर लेते हैं लेकिन अपनी इच्छानुसार स्ट्रीम न मिलने के कारण अपना बेस्ट नहीं दे पाते। इसीलिए जरूरी है कि किसी के दबाव में आकर कोई फैसला न लें। अपने दिमाग में पहले ये सेट कर लें कि आपकी रूचि किस सब्जेक्ट में है और भविष्य में क्या बनना चाहते हैं। उस हिसाब से आर्ट्स, कॉमर्स या साइंस चुनें।

झारखंड बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2020 - यहां करें चेक

यहां जानें साइंस, कॉमर्स व आर्ट्स में क्या-क्या संभावनाएं हैं, इनका चुनाव किन बातों को ध्यान में रखकर करना चाहिए- 

साइंस स्ट्रीम
10वीं के बाद साइंस स्ट्रीम चुनने के बाद इस फील्ड में संभावनाओं का पिटारा खुल जाता है। इंजीनियर, साइंटिस्ट  व डॉक्टर बनने का सपना देख रहे स्टूडेंट्स को साइंस लेनी चाहिए। इसके अलावा फॉर्मेसी की लाइन भी यहीं से निकलती है। यदि आप इंजीनियरिंग में दिलचस्पी रखते हैं तो आप पीसीएम या भौतिकी + रसायन विज्ञान + गणित को मूल विषयों के रूप में चुन सकते हैं, लेकिन आगर आप मेडिसिन में रुचि रखते हैं तो आप पीसीएमबी या भौतिकी + रसायन विज्ञान + गणित + जीवविज्ञान ले सकते हैं। 

कॉमर्स स्ट्रीम
अगर आप सीए या कंपनी सेक्रेटरी बनना चाहते हैं तो यह कॉमर्स की लाइन बेस्ट है। अकाउंटेंसी, बैंकिंग, मैनेजमेंट, फाइनेंस, टैक्स, निवेश बैंकिंग, वित्तीय सलाहकार से जुड़े प्रोफेशन में जाना चाहते हैं तो कॉमर्स की स्ट्रीम चुनें। इस लाइन में आपको अर्थशास्त्र, मैथ्स, बिजनेस स्टडीज, अकाउंटेंसी जैसी विषय पढ़ने होंगे। 

आर्ट्स स्ट्रीम
अगर आप वकील, पत्रकार, साहित्याकार, राजनेता बनना चाहते हैं तो आर्ट्स स्ट्रीम अच्छी रहेगी। आर्ट्स लेने पर आपको इतिहास, भूगोल, अर्थशास्त्र, राजनीति विज्ञान जैसे विषयों को पड़ने का मौका मिलता है। 

- इन सबके अलावा अगर आप IAS, IPS, IFS, PCS ऑफिसर बनना चाहते हैं तो साइंस, आर्ट्स, कॉमर्स कोई भी स्ट्रीम से बना जा सकता है। अगर आप सेना या पुलिस में जाकर देश की सेवा करना चाहते हैं तो भी तीनों स्ट्रीम से इसके रास्ते खुलते हैं। 
- 10वीं के बाद आप सीधा पॉलीटेक्निक या आईटीआई में एडमिशन लेकर प्रोफेशल कोर्स भी चुन सकते हैं। 

निर्णय लेने के दौरान इन बातों पर गौर करना चाहिए-
- रुचि को दें प्राथमिकता
- जुनून का आकलन करें
- अपनी शक्तियों और कमजोरियों का विश्लेषण करें
- सही करियर विकल्प की पहचान करें
- दूसरों की मदद लें
- ज्यादा कंफ्यूजन हो तो करियर काउंसलर से बात कर स्ट्रीम चुनें
- लोगों की नहीं करें परवाह
- अपने वरिष्ठ / अभिभावक / शिक्षक के साथ चर्चा करें।


-------------------------------------------------------------------- 
--------------------------------------------------------------------- 
गैरपरंपरागत तरीके

आज कई ऐसे पाठ्यक्रम या कॅरियर विकल्प भी देश में हैं, जिनमे प्रवेश का आधार 10वीं है। यहां जानें ऐसे करियर विकल्प 

इंजीनियरिंग डिप्लोमा :
यदि आपकी रूचि बगैर बीटेक किये इंजीनियरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने की है, तो 10वीं के बाद तीन साल का इंजीनियरिंग डिप्लोमा पाठ्यक्रम में आप प्रवेश ले सकते हैं। यदि आपकी इस क्षेत्र में आगे की पढ़ाई करने की रूचि हो तो इस डिप्लोमा के बाद आपका दाखिला बीटेक (बैचलर इन टेक्नोलोजी) में हो सकता है। रोजगार की दृष्टि से भी यह पाठ्यक्रम कारगर है, क्योंकि इसके बाद आप सरकारी निकायों जैसे भेल,बीएसएनएल, बिजली विभाग, इत्यादि में जूनियर इंजिनियर के तौर पर बहाली हो सकती है। इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की तरह ही इसमें सिविल, इलेक्ट्रिकल, मेकेनिकल सहित अनेक तकनीकी विषय विकल्प के तौर पर लिए जा सकते हैं। यह डिप्लोमा देश भर के कई तकनीकी संस्थानों में कराया जाता है और ये तकनीकी संसथान डिप्लोमा पाठ्यक्रम चलाने के लिए भारत सरकार की संस्था ऑल इंडिया काउन्सिल फॉर टेक्नीकल एजुकेशन (एआईसीटीई) द्वारा मान्यता प्राप्त होते हैं। इन मान्यता प्राप्त संस्थानों की सूची आपको एआईसीटीई के वेबसाईट www.aicte-india.orgपर मिल जाएगी।

इंडियन आर्मी 
युवाओं के एक बड़े वर्ग में आपके कॅरियर के साथ साथ देश सेवा की भी भावना होती है और इस लिहाज से भारतीय सेना में 10वीं के आधार पर प्रवेश के कुछ विकल्प रखे गए हैं। आप मैट्रिक के बाद कई विभागों में जूनियर कमीशंड ऑफिसर यानि जेसीओ के तौर पर भारतीय सेना में प्रवेश पा सकते हैं। इस योग्यता के आधार पर थल सेना में जेनेरल ड्यूटी सोल्जर या ट्रेड्समैन सोल्जर के तौर पर और जल सेना में मैट्रिक रिक्रुट्स या म्युजिसियन के तौर पर आपका प्रवेश हो सकता है। विस्तृत जानकारी के लिए वेबसाईट www.nausena-bharti.nic.inऔर www.joinindianarmy.nic.in पर संपर्क करें। इस क्षेत्र की रिक्तियों की विस्तृत जानकारी समय पर रोजगार समाचार समाचार-पत्र में प्रकाशित किया जाता है। 

आईटीआई पाठ्यक्रम 
भारत सरकार ने हाल के दिनों में ‘मेक इन इंडिया’ का नारा दिया है. सरकार का कहना है कि यदि इस योजना कारगर होती है, तो विदेशी कम्पनियाँ भारत में अपना प्लांट लगाएंगी, जिसके लिए उनको हर स्तर के प्रशिक्षित लोगों की आवश्यकता होगी। ऐसी स्थिति में आईटीआई यानि इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग इंस्टीच्युट के पाठ्यक्रमों की खासी भूमिका होगी। इन पाठ्यक्रमों में लगभग सभी प्रकार के औद्योगिक इकाईयों के लिए विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण कार्यक्रम होते हैं, जैसे – रेफ्रिजेरेशन, डाई-मेकिंग, वायरमैन, इलेक्ट्रीशियन, मोटर ओपरेटर, डीजल मेकेनिक, मोबाईल मेकेनिक, स्टेनोग्राफर, आईटी ओपरेटर, कारपेंटर, प्लम्बर, टेलीकम्युनिकेशन इत्यादि इत्यादि। 10वीं पूरा करने के बाद युवाओं का एक बड़ा वर्ग आज भी इन पाठ्यक्रमों में पंजीकृत है।

पुलिस विभाग
पुलिस में कई ऐसे विभाग हैं, जिनमे दसवीं के आधार पर पुलिस कॉन्स्टेबल की नियुक्ति की जाती है. राज्य पुलिस जैसे बिहार पुलिस, झारखण्ड पुलिस, दिल्ली पुलिस इत्यादि, रेलवे प्रोटेक्शन फ़ोर्स यानि आरपीएफ, बोर्डर सेक्युरिटी फ़ोर्स यानि बीएसएफ जैसे निकायों में ये दाखिले होते हैं। महिलाओं के लिए इसी शैक्षणिक योग्यता के आधार पर लेडी कॉन्स्टेबल की भी नियुक्ति होती है। बाद में इन अभ्यर्थियों को कार्यानुभव के आधार पर सब-इन्स्पेक्टर और फिर इन्स्पेक्टर के पद पर प्रोमोट किया जाता है। इन नियुक्तियों की घोषणा भी ‘रोजगार समाचार’ समाचारपत्र में प्रकाशित की जाती है।

भारतीय रेल
भारतीय रेल में भी विभिन्न पदों और विभागों में दसवीं उत्तीर्ण अभ्यर्थियों की नियुक्ति होती रहती है। यदि आप केवल दसवीं उत्तीर्ण हैं, तो रेलवे टिकट कलक्टर, हेल्पर, कमर्शियल क्लर्क इत्यादि के तौर पर आवेदन दे सकते हैं और यदि आपने मैट्रिक के साथ किसी तकनीकी विषय में आईटीआई या डिप्लोमा भी कर लिया है तो रेलवे के ग्रेड 3 अंतर्गत टेक्नीशियन शिट मेटल वर्कर, टेक्नीशियन पाईप लाइन फिटर, टेक्नीशियन फ़िल्टर ऑपरेटर मेकेनिक, टेक्नीशियन इलेक्ट्रिकल, टेक्नीशियन वेल्डर जैसे अनगिनत विभिन्न तकनीकी पदों पर आप चयनित हो सकते हैं। इन रिक्तियों की अधिसूचना आरआरबी यानि रेलवे रिक्रूटमेंट बोर्ड द्वारा किया जाता है, जिसे आप रोजगार समाचार सहित अनेक प्रमुख समाचार पत्र में देख सकते हैं।

रियल एस्टेट
देश में जिन क्षेत्रों में लगातार प्रगति का ट्रेंड देखा जा रहा है, उनमे एक है रियल एस्टेट। इस क्षेत्र में उन छात्रों के लिए भी प्रवेश की संभावनाएं है, जो मैट्रिक के बाद सीधे इसमें प्रवेश करना चाहते हैं। एक वर्षीय सर्टिफिकेट कोर्स इन कंस्ट्रक्शन साईट सुपरवाईजर या एक वर्षीय सिविल सुपरवाईजर जैसा पाठ्यक्रम आपको तत्काल रोजगार के अवसर दे सकता है। ये पाठ्यक्रम निजी संस्थानों द्वारा कराये जाते हैं, विश्वविद्यालयों में अभी इस प्रकार के पाठ्यक्रम उपलब्ध नहीं हैं।

कम्प्यूटर एनिमेशन और डीटीपी
एक अनुमान के अनुसार, कम्प्यूटर एनिमेशन का बाज़ार केवल भारत में ही सालाना पांच हज़ार करोड़ का है। मैट्रिक के बाद सर्टिफिकेट इन कम्प्यूटर एनिमेशन आपको जहाँ एक और किसी आईटी कंपनी से जोड़ सकता है। वहीँ दूसरी और आप अपनी खुद की भी ऐनिमेशन कंपनी स्थापित कर सकते हैं। यदि आपको सोंच में क्रियेटिविटी है, तो इस क्षेत्र के अपना सकते हैं। इसी प्रकार डीटीपी यानि डेस्क टॉप पब्लिशिंग वह एप्लीकेशन है, जो किसी भी विज्ञापन या पुस्तक की डिजाईनिंग का आधार है। रोजगार पाने या स्व-रोजगार में स्थापित होने के लिए यह क्षेत्र भी बेहद कारगर है।

असिस्टेंट मेडिकल लैब टेक्नीशियन :
सहायक मेडिकल लैब टेक्नीशियन की भूमिका खून-पेशाब जांच घरों या एक्सरे क्लीनिकों में महत्वपूर्ण होती है। वे मेडिकल टेक्नीशियन विशेषज्ञों को उनके काम को बेहतर ढंग से करने के लिए असिस्ट करते हैं। वैसे तो इस क्षेत्र में डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए गणित व विज्ञान विषयों के साथ बारहवीं उत्तीर्ण छात्रों को बुलाया जाता है, परन्तु कुछ संसथान सर्टिफिकेट पाठ्यक्रम के लिए दसवीं की मांग करती है। रोजगार की दृष्टि से यह क्षेत्र बेहद कारगर है।

पर्यटन :
पर्यटन के क्षेत्र की विशेषता यह है कि जहाँ एक ओर इस क्षेत्र में रोजगार की कोई कमी नहीं, वहीँ दूसरी ओर यह आपको अपना रोजगार स्थापित करने का भी अवसर प्रदान करता है। एक वर्षीय डिप्लोमा इन ट्रैवेल एंड टूरिज्म मैनेजमेंट और 1 वर्षीय डिप्लोमा इन फ़ूड प्रोडक्शन ऐसे पाठ्यक्रम हैं, जो आपको इस क्षेत्र में दसवीं के बाद सीधे तौर पर प्रवेश करा सकते हैं।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें