JAC 10th Result 2020: स्टेट गर्ल्स टॉपर सुहाना सिंह ने बताया कामयाबी का मंत्र, काम के प्रति ईमानदारी जरूरी
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से जारी रिजल्ट में नेतरहाट स्कूल की छात्रा सुहाना सिंह ने राज्यभर में चौथा स्थान प्राप्त किया है। उन्हें 486 (75.2 प्रतिशत) अंक मिले हैं। सुहाना के पिता नेतरहाट स्कूल में...
झारखंड एकेडमिक काउंसिल की ओर से जारी रिजल्ट में नेतरहाट स्कूल की छात्रा सुहाना सिंह ने राज्यभर में चौथा स्थान प्राप्त किया है। उन्हें 486 (75.2 प्रतिशत) अंक मिले हैं। सुहाना के पिता नेतरहाट स्कूल में प्राचार्य हैं। सुहाना भी शिक्षण के क्षेत्र में ही जाना चाहती हैं। वह अपने पिता संतोष कुमार सिंह की तरह ही एक ईमानदार शिक्षक बनना चाहती है।
हिन्दुस्तान से बातचीत में सुहाना ने बताया कि उसने परीक्षा की बेहतरीन तैयारी की थी, इसलिए इस परिणाम की उम्मीद थी। सुहाना ने बताया की 10वीं को लेकर जितनी परीक्षाएं स्कूल में हुई थीं, सभी परीक्षाओं में प्रथम स्थान पर रहीं हैं।
(तस्वीर: सुहाना सिंह नेतरहाट स्कूल की छात्रा)
कठिन परिश्रम से ज्यादा जरूरी योजनाबद्ध तैयारी:
सुहाना के अनुसार परीक्षा के लिए कठिन परिश्रम से ज्यादा जरूरी है विषयों को योजनाबद्ध तरीके से पढ़ना। पढ़ाई के दौरान कभी भी समय का निर्धारण नहीं किया। विषयवार तैयारी के लिए हर विषय का अलग-अलग रुटीन बना रखा था। उसी के अनुसार, उसे पूरा करती थी। सुहाना ने बताया कि वह रोज 10 से 12 घंटे की पढ़ाई करती थी। इसमें उनके स्कूल के शिक्षकों के अलावा उनके माता-पिता का भरपूर सहयोग मिला। सभी पढ़ाई में मार्गदर्शन करते थे।
किसी भी काम के प्रति ईमानदारी जरूरी :
सुहाना सिंह ने बताया कि किसी भी काम के प्रति ईमानदारी जरूरी है। ईमानदारी से किया हुआ काम कभी बेकार नहीं जाता है। हर छात्र को अपने जीवन में कामयाबी के पांच सूत्र गांठ बांध लेना चाहिए, इनमें समयबद्धता, समर्पण, ईमानदारी, कठिन कार्य और निरंतरता। अगर छात्र अपने जीवन में इसे अपना लें तो वह जरूर सफल होगा।
JAC 10th Result 2020 Link-> झारखंड बोर्ड मैट्रिक रिजल्ट 2020
स्कूल की गौरवमई परंपरा को कायम रखा है : डा. संतोष कुमार सिंह प्राचार्य
मैट्रिक के परीक्षा में नेतरहाट आवासीय विद्यालय के छात्रों के उत्कृष्ट सफलता पर प्राचार्य डा. संतोष कुमार सिंह ने कहा कि छात्रों ने अपनी मेहनत की बदौलत विद्यालय की गौरवमयी परंपरा को कायम रखा। छात्रों की उत्कृष्ट सफलता को शिक्षकों की लगन व छात्रों की मेहनत का प्रतिफल बताते हुए प्राचार्य डा. संतोष कुमार सिंह ने कहा कि सफलता का कोई शॉर्टकट रास्ता नहीं है। यही कारण है कि स्कूल की कार्य संस्कृति और वातावरण आज भी कायम है।
प्राचार्य ने बताया कि इस वर्ष स्कूल के 60 छात्रों ने मैट्रिक की परीक्षा दी थी। इसमें मनीष कुमार कटियार 98% अंक प्राप्त कर पुरे राज्य में पहला रैंक वहीं कुंदन कुमार, सिद्धार्थ कुमार एवं आयुष कुमार हिन्द संयुक्त रूप से 97.60% अंक प्राप्त कर दूसरा रैंक, आदित्य हर्ष एंव जतिन राज संयुक्त रूप से 97.40% अंक प्राप्त कर तीसरा रैंक तथा सुहाना सिंह एवं बलवन्त कुमार संयुक्त रूप से 97.40% अंक प्राप्त कर पुरे राज्य मे चौथा रैंक प्राप्त कर विद्यालय का नाम बरकरार रखा है। विद्यालय के प्राचार्य संतोष सिंह ने बताया कि 38 छात्रों को 90% से ऊपर, 21 छात्रों को 80 से 90% के बीच तथा एक छात्र को 70 से 80% के बीच अंक प्राप्त हुए हैं। सभी ने प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने कहा कि छात्रों की सफलता के पीछे उनकी मेहनत तो है, विद्यालय के शिक्षक व पूरे विद्यालय परिवार का भी सराहनीय योगदान रहा है।
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