Hindi Newsकरियर न्यूज़jac 10th result 2019: check jharkhand board matric result here download jac 10th result pdf file

JAC 10th Result 2019: ये रही झारखंड 10वीं रिजल्ट की पूरी PDF फाइल, सर्च करें अपना रिजल्ट और देखें मार्क्स

Check JAC 10th Result 2019: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने jacresults.com पर मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार का रिजल्ट 70.77 प्रतिशत रहा, पिछली बार की तुलना में 11 प्रतिशत रिजल्ट में...

लाइव हिन्दुस्तान टीम रांचीFri, 17 May 2019 09:21 PM
share Share

Check JAC 10th Result 2019: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने jacresults.com पर मैट्रिक का रिजल्ट जारी कर दिया है। इस बार का रिजल्ट 70.77 प्रतिशत रहा, पिछली बार की तुलना में 11 प्रतिशत रिजल्ट में बढ़ोतरी हुई है। हजारीबाग इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय की छात्रा प्रिया राज 99.20 प्रतिशत के साथ स्टेट टॉपर बनी। नेतरहाट आवासीय विद्यालय के अमरेश कुमार 99 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहें। तीसरे स्थान पर नेतरहाट के अमन कुमार और गोपाल सिंह 98.40 प्रतिशत अंक के साथ रहें। पलामू का सबसे बेहतर 79.74 रिजल्ट रहा। गिरिडीह 79.17 प्रतिशत के साथ दूसरे स्थान पर रहा। राजधानी रांची छठे स्थान पर रहा। जामताड़ा 52.54 प्रतिशत के साथ सबसे अंतिम पायदान में रहा। इस वर्ष कुल 1.28 लाख बच्चे असफल रहें। 

नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और देखें अपना रिजल्ट। क्लिक करने पर PDF फाइल खुलेगी। फाइल में आप अपना स्कूल, रोल नंबर या रोल कोड डालकर अपने कुल मार्क्स चेक कर सकते हैं। 

JAC 10th Result 2019: क्लिक करें और सर्च करें अपना रिजल्ट

(नोट: यह फाइल झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) की तरफ से जारी की गई है। फाइल में दिए गए रिजल्ट में किसी भी तरह की कोई त्रुटि पाई जाती है तो लाइव हिन्दुस्तान उसके लिए जिम्मेदार नहीं होगा।)

लड़कों ने लड़कियों को पीछे किया : 
मैट्रिक के परिणाम में इस बार लड़कों ने बाजी मारी है। लड़कों की सफलता का प्रतिशत 72.99 रहा। जबकि लड़कियों के सफलता का प्रतिशत 68.67 प्रतिशत रहा। कोटिवार के हिसाब से सबसे ज्यादा संख्या सामान्य जाति के बच्चों की रही। सामान्य जाति से 2.29 लाख बच्चों ने परीक्षा दी।

1.28 लाख बच्चे हुए फेल : 
मैट्रिक की परीक्षा में सूबे से 1,28,098 बच्चे इस बार असफल रहें। पिछले वर्ष की तुलना में इस बार 45 हजार ज्यादा बच्चे सफल रहें। 2018 में 1.75 लाख बच्चे असफल रहे थे। तृतीय श्रेणी में भी इस बार 16389 बच्चे शामिल हैं, जबकि पिछली बार यह आंकड़ा 35 हजार से अधिक था। 

जैक अध्यक्ष ने बताया कि हर जिले में लगातार शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया गया था कि कैसे स्टेप मार्किंग पर ज्यादा ध्यान दे, जिसका फायदा दिख रहा है। 

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें