आईटीआई : 2 बार दिया पेपर, हर बार एक जैसे अंक देकर बताया फेल
उत्तम, आईटीआई 2017 बैच के छात्र हैं। जनवरी 19 में सेमेस्टर की परीक्षा दी। उन्हें इंजीनियरिंग ड्रॉइंग के पेपर में 12 अंक देकर फेल घोषित किया गया। जुलाई 19 में उन्होंने दोबारा परीक्षा दी। फिर 12 अंक...
उत्तम, आईटीआई 2017 बैच के छात्र हैं। जनवरी 19 में सेमेस्टर की परीक्षा दी। उन्हें इंजीनियरिंग ड्रॉइंग के पेपर में 12 अंक देकर फेल घोषित किया गया। जुलाई 19 में उन्होंने दोबारा परीक्षा दी। फिर 12 अंक दिए गए। पिछले 1 साल से वह लगातार चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन सुधार नहीं हो पाया ।
उत्तम की तरह अंकित, आयुष और हिमांशु इन तीनों ने जनवरी 2019 और जुलाई 2019 में इंजीनियरिंग ड्राइंग की परीक्षा दो बार दी। दोनों बार उन्हें एक जैसे अंक दिखा कर फेल घोषित कर दिया था। अंकित और आयुष कहते हैं कि नतीजों में इस गड़बड़ी के कारण उनका प्लेसमेंट तक नहीं हो पा रहा है।
प्राइवेट आईटीआई वेलफेयर एसोसिएशन की मानें तो प्रदेश में करीब 50,000 ऐसे छात्र हैं जिनके परीक्षा परिणामों में गड़बड़ी हुई। संगठन के महासचिव डीके द्विवेदी ने बताया कि 11 महीने से छात्र और संबंधित संस्थान जिम्मेदारों के कार्यालय में चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन नतीजा नहीं निकला।
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