CSBC सिपाही भर्ती परीक्षा के लीक हुए प्रश्न-पत्र की तलाश में जुटी जांच एजेंसी
केंद्रीय चयन पर्षद कांस्टेबल भर्ती (CSBC) की ओर से राज्य में 21 हजार पदों पर सिपाहियों की बहाली के लिए एक अक्टूबर 2023 को हुई कांस्टेबल भर्ती परीक्षा पेपर लीक होने के चलते रद्द कर दी गई थी। बिहार पुलि
सिपाही बहाली परीक्षा का प्रश्न-पत्र लीक होने के मामले की सघन जांच ईओयू (आर्थिक अपराध इकाई) कर रही है। अब तक हुई जांच में यह बात सामने आई है कि सभी स्थानों और इस मामले में अनेक जगहों से गिरफ्तार संदिग्धों के पास सिर्फ उत्तर कुंजी (आंसर की) बरामद हुई है। मोबाइल, वाट्स एप समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की मेमोरी या मेमोरी कार्ड या सोशल मीडिया के अन्य किसी भी माध्यमों में सिर्फ इसकी उत्तर कुंजी ही मिली है।
अब तक किसी भी स्तर पर प्रश्न-पत्र बरामद नहीं किया गया है। ईओयू की विशेष टीम भी प्रश्न-पत्र की तलाश में जुटी हुई है। इसकी मुख्य वजह प्रश्न-पत्र मिलने पर यह पता चल जाएगा कि यह किस स्थान के किस परीक्षा केंद्र के किस कक्ष से लीक हुआ था। क्योंकि सभी प्रश्न-पत्रों पर खास तरह की गुप्त कोडिंग दर्ज रहती है, जिसकी मदद से इसका पूरा ब्योरा मिल जाएगा। अगर वास्तव में प्रश्न-पत्र लीक हुआ है, तो यह अभी किसके पास है। इसे ढूंढ़ने पर ईओयू की विशेष टीम पूरा फोकस कर रही है।
प्रश्न-पत्र मिलते ही यह भी स्पष्ट हो जाएगा कि इसे आउट करने वाला मुख्य आरोपी कौन है। साथ ही कितने अभ्यर्थियों से पास कराने का ठेका लिया गया था। ईओयू के स्तर से सभी जिलों में दर्ज की गई 74 एफआईआर के अध्ययन से यह बात सामने आई है कि इनमें 54 एफआईआर में ब्लूटुथ उपकरण की मदद से परीक्षा में चोरी कराने की तैयारी थी। जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या इसके लिए कोई केंद्रीकृत व्यवस्था बनाई गई थी या सभी अभ्यर्थियों के लिए अलग-अलग लोगों के स्तर से सेटिंग की गई थी। केंद्रीकृत व्यवस्था के तहत किसी एक स्थान से ही अनेक केंद्रों पर अभ्यर्थियों को ब्लूटुथ की मदद से उत्तर लिखवाने की तैयारी थी। प्रश्न-पत्र मिलने पर इन बातों से भी पर्दा हटाने में मदद मिलेगी। केंद्रीय सिपाही चयन पर्षद भी यह पता लगाने में जुटा हुआ है कि प्रश्न-पत्र कहां से लीक हुआ।
प्रश्न-पत्र से ही लीककांड का हुआ था खुलासा
पिछले वर्ष बीपीएससी के स्तर से आयोजित सचिवालय सहायक की परीक्षा का पेपर लीक हुआ था। उस समय प्रश्न-पत्र की मदद से ही यह पकड़ में आया था कि इसे आरा के एक परीक्षा केंद्र से लीक किया गया था। प्रश्न-पत्र पर अंकित गुप्त कोड की मदद से से परीक्षा केंद्र और परीक्षा कक्ष भी पकड़ा गया था। इसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ। इस बार उत्तर-कुंजीका बड़ी संख्या में बरामद हुई है, लेकिन प्रश्न-पत्र का अब तक पता नहीं चल पाया है।
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