Independence Day Speech In Hindi: 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस पर दें यह 2 मिनट का दमदार भाषण
Independence Day Speech In Hindi: 15 अगस्त के दिन स्कूल, कॉलेजों में भाषण प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जाता है। अगर आप अपने विचार व्यक्त करना चाहते हैं तो नीचे दिए भाषण से उदाहरण ले सकते हैं।
Independence Day Speech In Hindi: 15 अगस्त 2023 को भारत की आजादी को 76 साल पूरे हो जाएंगे। हमारा देश अपना 77वां स्वतंत्रता दिवस मना रहा है। इसी दिन हमें अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी से आजादी मिली थी। यह स्वतंत्रता हमें कोई एकाएक नहीं मिली थी। बल्कि यह देश के महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के दशकों तक किए संघर्ष, त्याग, बलिदान का नतीजा था। इन आजादी के मतवालों ने देश को आजाद कराने में अपना सब कुछ दांव पर लगा दिया। 15 अगस्त का दिन इन स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को याद कर उन्हें श्रद्धांजलि देने का भी दिन है। 15 अगस्त के दिन स्कूल, कॉलेजों में भाषण ( 15 august speech in hindi ) प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन किया जाता है। स्वतंत्रता दिवस में मौके पर अगर आप अपने विचार व्यक्त करना चाहते हैं और भाषण देने की तैयारी कर रहे हैं तो नीचे दिए गया भाषण का उदाहरण आपको काफी कुछ आइडिया दे सकता है।
Independence Day Speech 15 august speech in hindi : स्वतंत्रता दिवस भाषण इस प्रकार है-
आदरणीय प्रिंसिपल सर/मैडम, अतिथिगण, सभी शिक्षकगण और मेरे प्यारे साथियों
भारत को आजाद हुए आज 76 साल पूरे हो चुके हैं और देश अपने 77वें स्वतंत्रता दिवस का जश्न मना रहा है। 15 अगस्त 1947 को हमारा मुल्क ब्रिटिश हुकूमत से आजाद हुआ था। इस यादगार दिन की सालगिरह को हमारा देश राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस के तौर पर मनाते आ रहा है। स्वतंत्रता दिवस सभी भारतीयों के लिए राष्ट्रीय गौरव और एकता का दिन है। हर भारतीय नागरिक के लिए स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त का दिन बेहद खास होता है क्योंकि इसी दिन हमारे देश को अंग्रेजों की 200 सालों की गुलामी से मुक्ति मिली थी।
साथियों, भारत भले ही विविधताओं से भरा देश हो, विभिन्न राज्यों में अलग-अलग भाषाओं, जातियों, धर्मों और वेश-भूषाओं वाले लोग रहते हों, सबका रहन-सहन अलग हो, लेकिन स्वतंत्रता दिवस का दिन सबसे लिए बहुत ज्यादा महत्व रखता है। स्वतंत्रता दिवस के दिन देशभक्ति की भावना लोगों को एक दूसरे के करीब ले आती है। अलग-अलग क्षेत्रों के लोग एक ही ध्वज तिरंगा तले भारत माता की जय और जय हिन्द के नारे दिखाई पड़ते हैं।
साथियों, ऐसा नहीं है कि आजादी हमें कोई एकाएक अचानक मिल गई हो। बल्कि यह सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों की कठोर तपस्या, कड़े संघर्ष, बलिदान और त्याग का परिणाम था। स्वतंत्रता संग्राम की शुरुआत 1857 के सिपाही विद्रोह से ही शुरू हो गई थी। इसे भारत के पहला स्वतंत्रता संग्राम के रूप में भी जाना जाता है। भले ही यह असफल रहा था लेकिन इसने देश में स्वतंत्रता की अलख पैदा की। यहीं से ही भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के अंत की शुरुआत हो गई थी। इसके बाद भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस जैसे कई राजनीतिक संगठन बने जिन्होंने आजादी की लड़ाई को पूरे देश में फैला दिया। प्रथम विश्व युद्ध और महात्मा गांधी की भारत वापसी के बाद भारतीय स्वतंत्रता संग्राम और तेज हो गया।
आज का दिन इस मुल्क को आजाद कराने वाले उन सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों को नमन करने का भी है जिन्होंने स्वतंत्र भारत के सपने को साकार करने के लिए खुशी खुशी अपने प्राणों का बलिदान दे दिया। मैं महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल जैसे उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देता हूं जिन्होंने भारत को आजाद कराने के लिए अपना सब कुछ न्योछावर कर दिया। इन्हीं की बदौलत आज हम सब एक आजाद देश की हवा में सांस ले पा रहे हैं। स्वतंत्रता संग्राम के दौरान अंग्रेज अफसर आजादी के इन मतवालों के हौसलों को नहीं डिगा पाए। इन्होंने अंग्रेजों की नाक में दम कर दिया। स्वतंत्रता सेनानियों के आंदोलनों से अंग्रेजी हुकूमत की बुनियाद हिलने लगी थी। वे कई बार जेल गए। लेकिन इनकी हिम्मत को जेल और जेलर कमजोर नहीं कर पाए। आखिरकार, अंग्रेजों को भारत छोड़ना पड़ा।
15 अगस्त के दिन पूरा देश आजादी की सालगिरह के जश्न में डूबा रहता है। हर इलाके में देशभक्ति के गाने गूंजते हैं। देशभक्ति से भरे नारे लगते हैं। सांस्कृतिक कार्यक्रम होते हैं। लेकिन सबसे बड़ा और प्रमुख कार्यक्रम दिल्ली के लाल किले पर होता है। 15 अगस्त के दिन हर साल भारत के प्रधानमंत्री दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले पर तिरंगा फहराने के बाद देश की जनता को संबोधित करते हैं। दरअसल 15 अगस्त 1947 को भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू ने लाल किले के लाहौरी गेट पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया था। वो ऐतिहासिक घटना हर किसी के लिए गर्व का पल रही है। तब से यह परंपरा चली आ रही है।
स्वतंत्रता दिवस लोगों के लिए आजादी के बाद से देश द्वारा की गई प्रगति पर विचार करने और सभी नागरिकों के लिए बेहतर भविष्य बनाने की अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि करने का भी समय है। इसमें कोई शक नहीं है कि इन बीते 76 वर्षों में हमने कई मील के पत्थर पार किए हैं और कई चुनौतियों को पार किया है, लेकिन हमें अभी भी सभी के लिए लैंगिक व समाजिक समानता, न्याय और समृद्धि सुनिश्चित करने के मामले में एक लंबा रास्ता तय करना है। स्वतंत्रता दिवस हमें एक राष्ट्र, एक झंडे के नीचे खड़े होकर भारत को किसी भी देश से एक बेहतर देश बनाने का संकल्प लेने का दिन है, फिर चाहे हम किसी भी रंग, जाति, धर्म, भाषा आदि के आधार पर एक दूसरे से भिन्न ही क्यों न हों।
इस मौके पर कुछ पक्तियां कहना चाहूंगा
गूंज रहा है दुनिया में भारत का नगाड़ा,
चमक रहा है आसमान में देश का सितारा,
आजादी के दिन आओ मिलकर करे दुआ,
बुलंदी पर लहराता रहे तिरंगा हमारा।
इसी के साथ में अपने भाषण का समापन करना चाहूंगा। वंदे मातरम्... जय हिंद... जय भारत।
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