Hindi Newsकरियर न्यूज़In Bihar 50 thousand posts of elementary teachers remained vacant counseling was held four times yet qualified candidates were not found

बिहार में प्रारंभिक शिक्षकों के 50 हजार पद रह गए खाली, चार बार हुई काउंसिलिंग फिर भी नहीं मिले योग्य उम्मीदवार

प्रारंभिक विद्यालयों में करीब 91 हजार पदों पर चल रही शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में अब भी 50 हजार से अधिक पद खाली रह गये हैं। शिक्षा विभाग को ‘योग्य’ अभ्यर्थी नहीं मिल रहे है। वह भी तब जबकि छठे चरण के तह

Yogesh Joshi हिन्दुस्तान ब्यूरो, पटनाSun, 24 April 2022 09:08 AM
share Share

प्रारंभिक विद्यालयों में करीब 91 हजार पदों पर चल रही शिक्षक नियोजन प्रक्रिया में अब भी 50 हजार से अधिक पद खाली रह गये हैं। शिक्षा विभाग को ‘योग्य’ अभ्यर्थी नहीं मिल रहे है। वह भी तब जबकि छठे चरण के तहत नियोजन प्रक्रिया 34 महीने से (5 जुलाई 2019) से चल रही है। चार बार योग्य अभ्यर्थियों के चयन को काउंसिलंग हो चुकी है। जुलाई व अगस्त 2021, फरवरी 2022 में हुई काउंसिलिंग के अलावा हाल ही छूटी हुई नियोजन इकाइयों में चयन का विशेष चक्र हुआ।

90 हजार 762 पदों के लिए चल रही नियुक्ति प्रक्रिया के तहत अब तक महज 40 हजार ही नियुक्ति पत्र बांटे जा सके हैं। तीन सामान्य काउंसिलिंग चक्रों के तहत 41 हजार 515 चिनयित हुए। इनमें से 39 हजार 057 की ज्वाइनिंग हुई। वहीं 18 अप्रैल के विशेष चक्र में करीब 2300 पदों के लिए काउंसिलिंग के दौरान 1377 का चयन हुआ और 932 को ही नियुक्ति पत्र दिए गए। 445 चयनितों के प्रमाण पत्र संदेहास्पद होने से उनकी जांच चल रही है। इस तरह चार चरणों को मिलाकर 50 हजार 771 प्रारंभिक शिक्षकों के पद रिक्त रह गए हैं। जो पद खाली हैं उनमें बड़ी तादाद गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, उर्दू, संस्कृत और हिन्दी विषयों के शिक्षकों के हैं। नियोजन इकाइयों को योग्य अभ्यर्थियों के आवेदन ही नहीं मिले।

वहीं सामाजिक विज्ञान विषय में राज्यभर में सबसे अधिक भीड़ रही। पहले दो चरण की काउंसिलिंग की रिपोर्ट के मुताबिक ही उर्दू शिक्षकों के करीब 14 हजार पदों पर अभ्यर्थी नहीं मिले। जबकि मध्य विद्यालयों में गणित के 60, संस्कृत के 75, अंग्रेजी के 40, हिन्दी के 50 और उर्दू शिक्षकों के 70 फीसदी पद खाली रह गए हैं।

डेढ़ सौ उत्क्रमित पंचायतों में चयन बाकी

विभाग की इतनी कवायदों के बाद भी अब भी बड़ी संख्या ऐसी नियोजन इकाइयां की हैं जहां काउंसिलिंग नहीं हो सकी है। 150 नियोजन इकाइयां उन उत्क्रमित पंचायतों की हैं, जहां आवेदन पड़े हैं। ये पंचायतें नगर पंचायत या नगर परिषद बन चुकी हैं। वहीं विशेष चक्र के बाद भी 84 पंचायत और 3 प्रखंड नियोजन इकाइयों में चयन प्रक्रिया बाकी रह गई है। बहरहाल विभाग को अभी फैसला लेना होगा कि शेष बचे पदों पर वह नियोजन इसी चरण में पूर्ण करे या पदों को अगले चरण के लिए रखे।

ज्यादातर महिलाओं के आरक्षित पद रह गये खाली

अब तक की नियुक्ति में सामान्य पुरुष व महिला, ओबीसी पुरुष, ईबीसी पुरुष के ही पद अधिक भरे हैं। सबसे अधिक ओबीसी व ईबीसी श्रेणी की महिलाओं के पद रिक्त रह गए हैं। नियोजन इकाइयों को इस श्रेणी के दावेदार नहीं मिले। राज्य सरकार ने प्राथमिक शिक्षक नियोजन में महिलाओं को 50 फीसदी पदों पर आरक्षण दिया है। पहली से पांचवीं तक में इस श्रेणी में सामान्य कोटि की महिलाओं के भी हजारों पद खाली रह गए हैं। एससी व एसटी महिला व पुरुष दोनों श्रेणी के पद रिक्त रह गए हैं। वैसे अभी आधिकारिक रूप से प्राथमिक निदेशालय जिलों से रिक्त पदों का ब्योरा लेगा।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।

अगला लेखऐप पर पढ़ें