काम की खबर : यूपी के सरकारी विश्वविद्यालयों में एक समान परीक्षा शुल्क लगेगा
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद सरकारी विश्वविद्यालयों में एक समान परीक्षा शुल्क को लेकर उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार ने आदेश जारी कर
प्रदेश सरकार ने छात्रों को राहत देते हुए सभी राजकीय विश्वविद्यालयों में एक जैसा परीक्षा शुल्क कर दिया है। अब प्रदेश के स्नातक स्तर के पाठ्यक्रमों में 800 से 1500 रुपये तक परीक्षा शुल्क लिया जाएगा। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद नए परीक्षा शुल्क का आदेश उच्च शिक्षा विभाग के विशेष सचिव मनोज कुमार ने सोमवार को जारी कर दिया।
बीए, बीएससी, बीकॉम, बीबीए, बीएफए, बीएड, बीपीएड, बीजेएमसी, बीएफए और बीवोक का परीक्षा शुल्क 800 रुपये लिया जाएगा। वहीं एलएलबी, बीएससी एग्रीकल्चर (ऑनर्स), विधि (ऑनर्स), बीटेक, बीएससी, बायोटेक और बीलिब का परीक्षा शुल्क 1000 रुपये तय किया गया है। वहीं बीडीएस, नर्सिंग, बीएफएमएस और बीयूएमएम का परीक्षा शुल्क 1500 रुपये होगा।
अभी तक पूरे प्रदेश में हर विवि अपने तरीके से परीक्षा शुल्क ले रहा था जिसका विरोध हो रहा था। कुछ विवि काफी ज्यादा शुल्क वसूल रहे थे। इससे निपटने के लिए राज्य सरकार ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के तहत पाठ्यक्रमों में सेमेस्टर सिस्टम लागू होने के बाद परीक्षा शुल्क के निर्धारण के लिए छह सदस्यीय कमेटी बनाई थी। सेमेस्टर प्रणाली के तहत सभी पाठ्यक्रमों में सेमेस्टरवार पढ़ाई के साथ ही परीक्षाएं भी साल में दो बार होगी। इसमें परीक्षाओं में पेपर सेटिंग, पेपर प्रिंटिंग, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन और परीक्षकों के पारिश्रमिक का भुगतान आदि में दोगुना पैसा खर्च होगा। अभी तक अलग-अलग विवि में छात्रों द्वारा एक ही मद में अलग-अलग शुल्क दिया जा रहा है। मसलन लखनऊ विवि में बीए का शुल्क 1500, बीकॉम की 3000 और बीएससी का परीक्षा शुल्क 3500 रुपये है जबकि अवध विवि 500 से 2000 रुपये तक परीक्षा शुल्क लेता है। अब सभी विवि में एक जैसा शुल्क लिया जाएगा।
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