MBBS के बाद करना चाहते हैं सरकारी नौकरी, तो ये हैं करियर ऑप्शन
after MBBS career options-नीट पास विद्यार्थियों में से अच्छी रैंक पाने वालों को ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीट मिलने के बाद अगर आप पीजी नहीं करना चाते हैं, तो सरकारी फील्ड में भी जा सकते
नीट पास विद्यार्थियों में से अच्छी रैंक पाने वालों को ही सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की सीट मिलने के बाद अगर आप पीजी नहीं करना चाते हैं, तो सरकारी फील्ड में भी जा सकते हैं। यहां पढ़ें एमबीबीएस करने के बाद सरकारी नौकरी के ऑप्शन-
मैंने कर्नाटक के एक मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस का कोर्स पूरा किया है और अब आगे किसी सरकारी सेवा में जाना चाहता हूं। उचित मार्गदर्शन करें।
डॉ. प्रवेश कुमार
यदि आप केंद्र व राज्य स्तरीय सरकारी विभागों एवं मंत्रालयों में मेडिकल ऑफिसर के तौर पर काम करना चाहते हैं, तो कंबाइंड मेडिकल सर्विस यानी सीएमएस परीक्षा में बैठने की तैयारी करें। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए एक बड़ा अवसर है, जो आगे पोस्ट ग्रेजुएशन की पढ़ाई नहीं करना चाहते और एमबीबीएस डिग्री के आधार पर ही किसी सरकारी सेवा में करियर बनाना चाहते हैं। सीएमएस परीक्षा प्रत्येक वर्ष यूनियन पब्लिक सर्विस कमीशन यानी यूपीएससी द्वारा संचालित की जाती है, जिसमें एमबीबीएस अंतिम वर्ष के छात्र या उत्तीर्ण छात्र बैठ सकते हैं। साथ में, यह भी जरूरी है कि आपकी अधिकतम आयु 32 वर्ष की होनी चाहिए। इस परीक्षा में उत्तीर्ण छात्रों को विभिन्न सरकारी निकायों, जैसे रेलवे, आर्डिनेंस फैक्ट्री, हॉस्पिटल, म्यूनिसिपल कॉरपोरेशन, आपदा प्रबंधन एवं अग्निशामक विभागों इत्यादि में नियुक्ति दी जाती है। वर्तमान परिस्थिति में कई वैसी बड़ी मल्टीनेशनल कम्पनियां, जो हेल्थकेयर के क्षेत्र में कार्य करती हैं, सीएमएस को एक अतिरिक्त योग्यता के रूप में देखती हैं और अपने यहां सीधी नियुक्ति देती हैं। अत आप अविलंब सीएमएस में बैठने की तैयारी करें। विशेष जानकारी यूपीएससी की वेबसाइट www.upsc.gov.in पर उपलब्ध है।
मैं एक व्यापारिक परिवार से ताल्लुक रखता हूं और रेशम से संबंधित कारोबार में प्रवेश कर रहा हूं। क्या आप मुझे किसी ऐसे पाठ्यक्रम की जानकारी दे सकते हैं, जो मुझे इसके कारोबार की बारीकियां सिखा सके?
रंजन अग्रवाल
वह समय गुजर गया, जब कोई कम पढ़ा लिखा इंसान भी अच्छी तरह व्यापार कर लेता था। अब आपको औसत से बेहतर सफलता के लिए तकनीकी रूप से जानकार रहना होगा। आज बड़े-बड़े स्टार्टअप और बिजनेस निकाय इसके प्रमाण हैं। आप जिस विषय में पाठ्यक्रम तलाश कर रहे हैं, उसे सेरीकल्चर कहते हैं। सेरीकल्चर का मतलब है रेशम का उत्पादन व रेशमकीट पालन। आप जैसे व्यापार में संलग्न लोगों के लिए इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय यानी इग्नू द्वारा 6 मास के सर्टिफिकेट इन सेरीकल्चर पाठ्यक्रम की घोषणा की गई है, जिसे आप हिन्दी या अंग्रेजी किसी भी भाषा में आसानी से कर सकते हैं।
इस पाठ्यक्रम का उद्देश्य सेरीकल्चर को बढ़ावा देना और इसे व्यापारिक रूप से अधिक लाभ प्राप्त करने वाले उद्योग के रूप में स्थापित करना है। पाठ्यक्रम की जानकारी के लिए इग्नू के स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर सेक्शन में जाएं और विस्तृत जानकारी प्राप्त करें। वेबसाइट का नाम ignouadmission.samarth.edu.in है।
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