आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का मानदेय बढ़ा, कोविड काल में काम करने के लिए दो साल का भत्ता भी मिलेगा
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुदेशकों, आशा बहुओं के बाद अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों समेत सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने एक जनवरी, 2022 से आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी...
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अनुदेशकों, आशा बहुओं के बाद अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों समेत सहायिकाओं के मानदेय में बढ़ोत्तरी की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने एक जनवरी, 2022 से आंगनबाड़ी व मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री को 500 रुपये और सहायिकाओं के मानदेय में 250 रुपये प्रतिमाह बढ़ाने का ऐलान करते हुए कहा कि कोरोना काल के दौरान अच्छा काम करने के लिए इन्हें दो साल की प्रोत्साहन राशि भी दी जाएगी। एक अप्रैल, 2020 से 31 मार्च, 2022 तक की अवधि यानी पूरे दो साल के लिए आंगनवाड़ी कार्यकत्री व मिनी आंगनवाड़ी कार्यकत्री को 500 और सहायिकाओं को 250 रुपये प्रतिमाह प्रोत्साहन भत्ता दिया जाएगा। प्रदेश की 306829 आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों व सहायिकाओं को इसका लाभ मिलेगा।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को परफार्मेंस आधारित धनराशि के बाद 5500 की जगह 8000 रुपये, मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री का 4250 की जगह 6500 और सहायिका को 2750 की जगह 4000 रुपये तक मानदेय दिया जाएगा। उन्होंने कोविड काल में काम करने वाली आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों के प्रति आभार जताते हुए आह्वान किया कि हम सब इसी तरह मिलकर तीसरी लहर का भी मुकाबला करेंगे।
सोमवार को इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित आंगनवाड़ी कार्यकत्री व सहायिका सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने सभी आंगनबाड़ी और कार्यकत्रियों को स्मार्टफोन, ग्रोथ मॉनीटरिंग डिवाइस आदि से लैस किया गया है। इसके इस्तेमाल से मातृ व शिशु मृत्यु दर को रोका जा सकता है। उन्होंने कहा कि 2017 के पहले तक आंदोलन करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने 2018 के बाद एक भी आंदोलन नहीं किया। वर्ष 2017 के पहले प्रदेश के अंदर पोषाहार की शिकायतें आती थीं, लोग उसे कूड़े में फेंक देते थे लेकिन अब इसे महिला स्वयं सहायता समूह तैयार कर रहे हैं। यही कारण है कि स्वास्थ्य इण्डेक्स में यूपी बेहतर है।
कोविड काल की चुनौतियों की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों का समर्पण भाव ही था कि कोविड की पहली लहर से लेकर अब तक हर समय यह अग्रिम पंक्ति में रहीं। घर-घर पोषाहार पहुंचाने, गर्भवती, धात्री महिलाओं व गर्भस्थ, नवजात शिशु के पोषण की देखरेख का काम तो किया ही, कोरोना मरीजों की ट्रेसिंग, मेडिसिन किट वितरण और फिर टीकाकरण में सहयोग भी किया।
कोविड काल के दौरान यूपी के बेहतर प्रदर्शन का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, नीति आयोग, विश्व स्वास्थ्य संगठन से सराहना मिली। कोविड टीका बनाने वाली प्रतिष्ठित कम्पनी 'फाइजर' के वैज्ञानिक डॉक्टर राबर्ट मलोने ने कहा कि यूपी के कोविड प्रबंधन पर शोध होना चाहिए। अब जब तीसरी लहर आने की आशंका है तो मेडिकल किट उपलब्ध कराई जा रही हैं। हर पात्र व्यक्ति को वैक्सीनेशन मिले, इसे सुनिश्चित करने में आंगनबाड़ी कार्यकत्री महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं। उन्होंने कहा कि पूर्वी उप्र में 40 बरसों से जमा मस्तिष्क ज्वर इन चार सालों में हमने खत्म कर दिया। पहले बच्चे मरते थे और सरकारें मौन धारण कर मूकदर्शक बनी रहती थीं।
कार्यक्रम में कैबिनेट मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र, अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल, प्रमुख सचिव बाल विकास पुष्टाहार अनीता सी मेश्राम, विशेष सचिव डा. सारिका मोहन आदि मौजूद रही।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को विशेष महत्व दिया। उनके नेतृत्व में विभाग उल्लेखनीय काम कर रहा है। -स्वाति सिंह, राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार)
खास-खास बातें:
- 43.26 करोड़ धनराशि से बनने वाले 585 नए आंगनवाड़ी केंद्रों के भवनों का शिलान्यास व 169 केन्द्रों का लोकार्पण
- कोविड काल में सराहनीय काम करने के लिए बाराबंकी की कांति वर्मा, बुलंदशहर की कमलेश यादव, गोरखपुर की शमा परवीन और संभव अभियान में उत्कृष्ट कामों के लिए बहराइच की नूरजहां, सीतापुर की सरोजनी देवी, देवरिया की संध्या सिंह को सम्मानित किया गया
24 महीने की प्रोत्साहन राशि मिलेगी
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को 24 महीने की कुल प्रोत्साहन राशि 500 रुपए प्रतिमाह की दर से- 12000
आंगनबाड़ी सहायिकाओं को 24 महीने की कुल प्रोत्साहन राशि 250 रुपए प्रतिमाह की दर से- 6000 रुपए
एक जनवरी, 2022 से मिलेगा बढ़ा हुआ मानदेय-
पद --------वर्तमान मानदेय---- राज्य सरकार पीएलआई----- केन्द्र सरकार पीएलआई---- बढ़ाया गया मानदेय---- कुल मानदेय
आंगनबाड़ी कार्यकत्री --------5500 रु. -------- अधिकतम 1500 रु. --------500 रु. --------500 रु. --------8000 रुपए
मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्री --------4250 रु. --------अधिकतम 1250 रु. --------500 रु. --------500 रु. -------- 6500 रुपए
सहायिका --------2750 रु. --------अधिकतम 750 रु. --------250 रु. -------- 250 रु. --------4000 रुपए
(नोट- # परफार्मेंस लिंक्ड इन्सेंटिव (पीएलआई) शतप्रतिशत लाभार्थियों को पोषाहार देने और पोषण ट्रैकर पर शतप्रतिशत फीडिंग करने पर देय होगा। राज्य सरकार ने सितम्बर, 2021 से पीएलआई लागू किया है। )
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